ग्वालियर 12 अक्टूबर । अशोक नगर जिले के मुंगावली में गणेश शंकर विद्यार्थी कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार को निलंबित किए जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ग्वालियर में एक सैकड़ा से अधिक कांग्रेसियों ने उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह के बंगले का घेराव कर दिया।
इस बीच पुलिस और कांग्रेसियों में तीखी झड़प हुई। साथ ही पुलिस ने कांग्रेसियों को जयभान सिंह पवैया के बंगले से खदड़ने में बल का प्रयोग किया है जिसमें महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष कमलेश कौरव की पुलिस कर्मियों से झूमा झटकी हो गई। जिसके बाद पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में 50 से ज्यादा कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, मुंगावली के जिस गणेश शंकर विद्यार्थी शासकीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को संबोधित करने के लिए कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य पहुंचे थे जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार को बुधवार निलंबित कर दिया था। जिस पर कांग्रेसियों का आरोप था कि जयभान सिंह पवैया ने प्राचार्य बीएल अहिरवार का बिना पक्ष जाने उन्हें निलंबित कर दिया है जो भी उनकी मानसिकता को उजागार करता है।
वहीं गणेश शंकर विद्यार्थी कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार ने साफ कर दिया है उनके कॉलेज मे किसी भी तरह का राजनैतिक प्रोग्राम नही हुआ है बल्कि ज्योतिरादित्य ने अपनी सांसद नीधि से तीन लाख रुपये कॉलेज को दिए हैं। लेकिन सरकार ने बिना पक्ष जाने निलंबित कर दिया है। जिससे जाहिर होता है कि कमजोर व्यक्ति को सुनना नहीं चाहता है। अहिरवार ने कहा है कि अगर उन्हें न्याय नही मिला तो वह कोर्ट की शरण लेंगे।
इस मामले में कांग्रेस नेता मुन्नालाल गोयल ने आरोप लगाया है कि सरकार की गलत नीतियां हैं, बिना पक्ष जाने एक दलित प्राचार्य को जयभान सिंह पवैया ने निलंबित कर दिया है जिससे जाहिर होता है, कि उनकी सोच दलित विरोधी है।