लाहौर, 25 मार्च। पाकिस्तान की एक अदालत ने एक ईसाई व्यक्ति और उसकी गर्भवती पत्नी को जिंदा जला कर मार डालने के आरोपी20 लेगों को बरी कर दिया है।
गौरतलब है2014 में लाहौर के बाहरी इलाके में ईशनिंदा करने को लेकर इस ईसाई दंपती की हत्या कर दी गई थी।
कोट राधा किशन इलाके में एक ईंट भट्टे में शहजाद मसीह और उनकी पत्नी शमा मजदूर के तौर पर काम करते थे। नवंबर2014 में कुरान को अपवित्र करने के आरोप में करीब1000 लोगों की भीड़ ने उन्हें पीटा और जिंदा जला दिया।
एक स्थानीय धर्मगुरू ने कथित तौर पर ग्रामीणों को उकसाया था। दंपती को निर्ममता से प्रताड़ित किया गया और भीड़ ने उन्हें भट्ठे में फेंक दिया।
पुलिस ने इस मामले में दर्जनों ग्रामीणों को गिरफ्तार किया था और2016 में एक निचली अदालत ने एक मौलवी सहित पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई थी जबकि10 अन्य को विभिन्न अवधि की जेल की सजा सुनाई थी।
लाहौर की एक आतंक रोधी अदालत ने संदेह का लाभ देते हुए कल20 संदिग्धों को बरी कर दिया।attacknews.in