लखनऊ 15 मार्च । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है कि सत्ता के संरक्षण में उत्पात मचाने वाले गुंडे आज दूसरे राज्यों में जाकर जान की भीख मांग रहे है जबकि कुछ लोग आदत के अनुसार एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं।
श्री योगी ने भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि विरोधियों का काम ही सवाल खड़े करना है, यह वही लोग है जो एनकाउंटर पर सवाल उठाने के बाद लोगों को बरगलाने का काम करते हैं। सच्चाई यह है कि जो गुंडे सत्ता संरक्षण प्राप्त करके उत्पात करते थे, वो आज दूसरे प्रदेश ने जाकर जान की भीख मांग रहे हैं। पिछले चार सालों में सरकार ने निवेश, रोजगार, महिला अपराध, किसानों को भुगतान करने में प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। निवेश में यूपी आज दूसरे नम्बर पर है, जो कभी 16 व 17 वें नम्बर पर होता था।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने कोरोना का डट कर मुकाबला किया। कोविड मैनेजमेंट पर वैश्विक मंच पर पीएम की तारीफ हो रही है। गरीबों को आवास देने, रसोई गैस कनेक्शन, किसानों की आय को दोगुना करने के लिए जो केन्द्र सरकार ने नीतियां बनाई है। उसकी हर जगह तारीफ हो रही है। केन्द्र सरकार व शासन की योजनाओं का हमें प्रचार प्रसार करना होगा। प्रदेश में 1 लाख 63 हजार बूथ हैं। इन सभी बूथों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ट्वीट को रीट्वीट करना चाहिए। ताकि योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंच सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंदर हो रहे डेवलपमेंट कार्यों से निवेश में बढ़ोत्तरी हुई है। प्रदेश का 3 लाख करोड़ का निवेश प्राप्त हो रहा है। पहले यूपी निवेश में 16 व 17 वें स्थान पर था। प्रदेश में हुए विकास कार्यों व अपराधियों पर नकेल कसने से प्रदेश निवेश में आज दूसरे स्थान पर है। युवाओं को चार सालों में 4 लाख से अधिक नौकरियां दी गई। 2017 में जब भाजपा सरकार आई थी तो इसकी घोषणा की थी, जो आज करके दिखा दिया है। प्रदेश में युवाओं को रोजगार मिल रहा है, प्रतिभाओं का सम्मान किया जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता किया गया है। अब उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। हमे सकारात्मक भाव के साथ आगे बढ़ना होगा।
श्री योगी ने कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह करने का काम कर रहा ही है। वह अपने को किसानों का सच्चा हितैषी कहती है तो उसने अपनी सरकार में किसान फसल बीमा क्यों नहीं शुरू की। विपक्ष भोले भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रख कर उनका नुकसान करना चाहता है। कृषि कानून से न तो मंडिया समाप्त होंगी और न ही एमएसपी खत्म होगी। कांट्रैक्ट खेती से उनकी जमीन नहीं जाएगी बल्कि फसल का अच्छा दाम मिलेगा लेकिन विपक्ष उनको गुमराह करने काम कर रहा है।
सीएम ने कहा “ 2017 के पहले के प्रिक्योरमेंट के आंकड़े को देखें तो पहले पांच लाख,सात लाख मिट्रिक टन के आंकड़े आते थे। हमने 68 लाख मीट्रिक टन प्रिक्योरमेंट किया और डीबीटी के माध्यम से पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजा। पहले मकई का समर्थन मूल्य 1100 रूपए था, जो बढ़ा कर 1800 रुपए किया।