कोलकाता, 06 नवंबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने के बावजूद पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356) लगाने की बात को खारिज कर दिया।
श्री शाह ने अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि फिलहाल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोई प्रशासनिक जरूरत नहीं है और किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन राज्यपाल की रिपोर्ट पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ममता सरकार को 2021 के विधानसभा चुनाव में उखाड़ फेकेगी।
शाह ने दक्षिणेश्वर काली मंदिर में की पूजा अर्चना
इससे पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह दक्षिणेश्वर काली मंदिर पहुंचे और मां काली देवी की पूर्जा अर्चना की।
श्री शाह पार्टी के संगठनात्मक मामलों का जायजा लेने के लिए 2021 विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने गुरुवार को बांकुरा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश में 2021 के आगामी विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई सीटों पर विजय प्राप्त करेगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य के गौरवशाली अतीत की वापसी का आश्वासन दिया।
गृह मंत्री ने कहा, “ मैं देख सकता हूं कि किसान, आदिवासी और यहां तक कि आम जनता के लिए कई केंद्रीय योजनाओं को लागू नहीं करने से लोग वर्तमान सरकार से नाखुश हैं और अब उनमें बहुत ज्यादा आक्रोश हैं और पश्चिम बंगाल में गार्ड ऑफ चेंज (परिवर्तन) की मांग कर रहे हैं।”
श्री शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को पक्षपातपूर्ण नीति और कुशासन के लिए जाना जा रहा है और उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की 294 सीटों में दो-तिहाई सीटों पर भाजपा विजय होकर बहुमत के साथ सत्ता में आयेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने जनता से बंगाल की अर्थव्यवस्था, रोजगार सृजन और समाज के सभी वर्गों में गरीबी उन्मूलन के लिए राज्य में भाजपा सरकार काे सत्ता में लाने का आह्वान किया।
श्री शाह ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्य है कि ममता बनर्जी सरकार किसानों, आदिवासियों और यहां तक की आम आदमी को लाभ पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार की योजनाओं को लागू नहीं कर रही है, अगर गरीब और जरुरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल जाएगा तो सरकार को डर है कि उनका वोट बैंक कम हो जाएगा।
श्री शाह ने कहा, “ममता जी, आप केन्द्र की आयुष्मान भारत सहित कई अन्य योजनाओं को लागू क्यों नहीं कर रही हैं और मैं कहता हूँ कि कृपया इन योजनाओं को लागू करें और तब लोग चुनाव के दौरान आपके बारे में फिर सोचेंगे।”