नईदिल्ली 30 मार्च। सीबीएसई पेपर लीक मामले में पुलिस की जांच तेज हो गई है। शुक्रवार को पुलिस ने एक कोचिंग संचालक सतीश पांडेय को गिरफ्तार किया। उधर, गुरुवार को गिरफ्तार किए गए चार छात्रों से दिन भर पुलिस की अलग-अलग टीम ने पूछताछ की। उनके खिलाफ सदर थाने में मामला (87/18) दर्ज किया गया है। एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।
इस मामले में गिरफ्तार सतीश पांडेय जतराहीबाग में चलने वाले स्टडी विजन कोचिंग सेंटर का संचालक है। गिरफ्तार छात्रों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई। छात्रों ने पूछताछ में बताया था कि उन्होंने सतीश से ही लीक प्रश्नों का उत्तर तैयार कराया था। पुलिस की टीम चतरा के अलावा हजारीबाग के कई कोचिंग संचालकों से भी पूछताछ कर रही है।
इधर, इस मामले में दिन भर पुलिस प्रशासन में बैठकों का दौर चलता रहा। एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस की कई टीमें झारखंड और बिहार के अलग-अलग इलाकों में छानबीन कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार छात्रों से दिन भर पूछताछ होती रही। शहर के कई कोचिंग संचालकों से भी पूछताछ हुई है। एसपी ने कहा कि इस मामले में चतरा पुलिस को कई सुराग मिले हैं। जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा।
ऐसे पकड़े गए छात्र
28 मार्च को सीबीएसई बोर्ड के गणित की परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय में चल रही थी। वहां चतरा डीएवी और नाजरेथ विद्या निकेतन का परीक्षा केंद्र था। यहां 143 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे थे। परीक्षा के दौरान नाजरेथ स्कूल के एक छात्र को केंद्राधीक्षक देवेश नारायण ने पकड़ा। जिस पर्ची से वह नकल कर रहा था, उसमें सभी प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। केंद्राधीक्षक ने वहां तैनात मजिस्ट्रेट को यह जानकारी दी। मजिस्ट्रेट ने डीसी और एसपी को बताया। इसके बाद एसडीओ राजीव कुमार, एसडीपीओ ज्ञान रंजन और सदर थाना प्रभारी रामअवध सिंह नवोदय विद्यालय पहुंचे और पकड़े गये छात्र से पूछताछ की। उसने अपने बैग से मोबाईल में प्रश्न और उत्तर दिखाया। उसने यह भी बताया कि उसने इस प्रश्न के उत्तर को किस-किस से शेयर किया। इसके बाद तीन और छात्रों को पकड़ा गया। ये सभी डीएवी के छात्र हैं।
मोबाइल में था गणित का पेपर और उत्तर
छात्र के मोबाइल फोन (9199440278) की जांच के दौरान उसमें गणित का पेपर और उत्तर पाया गया। उसने इसे कई लोगों को भेजा भी है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि जिस नंबर से यह पेपर छात्र के पास आया, वह किसका है। इसके लिए तकनीकी सेल की मदद ली जा रही है।attacknews.in