चेन्नई 22 नवंबर ।पाटली मक्कल काची (पीएमके) पार्टी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों में से एक एजी पेरारिवलन को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) के इस रुख का स्वागत किया है जिसमें जांच एजेंसी ने कहा था कि उनका पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के लिए रची गई साजिश से कोई लेना देना नहीं था।
पीएमके ने इसके साथ ही तमिलनाडु के राज्यपाल पुरोहित से भी दोषियों की रिहाई को लेकर को जल्द से जल्द निर्णय लेने की अपील भी की है।
पीएमके के संस्थापक डॉ एस रामदॉस ने रविवार को कई सारे ट्वीट कर राज्य सरकार से दोषियों को रिहा करने की अपील करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सामने सीबीआई का यह कहना कि पेरारिवलन का मल्टी डिसिप्लिनरी मॉनिटरिंग एजेंसी (एमडीएमए) द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के पीछे की ‘बड़ी साजिश’ में की गई जांच से कोई लेना-देना नहीं है, एकदम सही रुख था।
डॉ रामदॉस ने कहा,“अब जब सीबीआई ने स्वयं ही सूचित किया है कि एमडीएमए जांच और पेरारिवलन की रिहाई के बीच कोई संबंध नहीं है इसलिए राज्यपाल को बिना कारण के देरी का हवाला देते हुए सभी सात दोषियों की रिहाई पर एक त्वरित निर्णय लेने चाहिए।”
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल 24 पन्नो के शपथ पत्र में सीबीआई ने कहा था कि पेरारिवलन की रिहाई का निर्णय अब पूरी तरह राज्य के राज्यपाल पुरोहित के हाथ में है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने कोर्ट में भी कहा है कि उनका इस मामले में कोई लेना देना नहीं है और यह निर्णय अब राज्यपाल के हाथ में है।