लखनऊ, तीन अगस्त । केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से शनिवार को पूछताछ की। सेंगर एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में इस समय सीतापुर जेल में बंद है।
सीबीआई का तीन सदस्यीय दल सीतापुर जिला जेल गया और कई घंटे तक सेंगर से पूछताछ की। दल के सदस्य दोपहर में सीतापुर जेल गये।
शुक्रवार को सीबीआई ने बलात्कार पीड़िता के चाचा से रायबरेली जेल में पूछताछ की थी। रात में रायबरेली जिला प्रशासन ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार चाचा को दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया।
रायबरेली में सीबीआई टीम गुरबख्शगंज इलाके में दुर्घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने मौका-ए-वारदात और मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने बातचीत की।
इस बीच विधायक के तीन शस्त्रों के लाइसेंस शुक्रवार को निरस्त कर दिये गये ।
रविवार को बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार को लेकर जा रही कार में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी । दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गयी जबकि पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये ।
सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील की हालत शनिवार को सातवें दिन भी गंभीर बनी हुई है ।
पीड़िता को निमोनिया हो गया है और वह वेंटिलेटर पर है जबकि वकील को वेंटिलेटर से तो हटा लिया गया है लेकिन उसकी हालत अब भी गंभीर है ।
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ संदीप तिवारी ने शनिवार ‘ को बताया, ‘‘पीड़िता अब भी वेंटिलेटर पर है। उसे निमोनिया हो गया है जिससे उसको बुखार आ रहा है । उसे ब्लडप्रेशर नियमित करने की दवा भी दी जा रही है । पीड़िता के गले में छोटा सा छेद करके :ट्रैकियोस्टोमी: ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है, उसे अभी तक होश नहीं आया है और डाक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है।’’ उन्होंने बताया कि घायल वकील महेंद्र सिंह को वेंटिलेटर से तो हटा दिया गया है लेकिन उसकी हालत गंभीर है। उसके सिर में चोट लगी है और उसे भी गले में छोटा सा छेद करके :ट्रैकियोस्टोमी: ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है ।
उन्होंने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटिलेटर पर रहता है तो उसे आक्सीजन देने के लिये ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है इससे पर्याप्त आक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफडों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है ।
डॉ तिवारी ने कहा,‘‘कॉलेज के चिकित्सकों का दल पीड़िता और उसके वकील का इलाज करने में पूरी तरह से समर्थ है और केजीएमयू के सबसे अच्छे डाक्टरों की टीम दोनों का इलाज कर रही है ।’’
उन्होंने कहा कि रोगियों के परिजन की भी यही इच्छा है कि इन दोनों का इलाज लखनऊ में ही कराया जायें ।
अदालत के निर्देश के क्रम में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने पीड़िता और उसके परिवार वालों की सुरक्षा संभाल ली है। सीआरपीएफ जवान केजीएमयू ट्रामा सेंटर में तैनात हैं। जवान ट्रामा सेंटर की तीसरी मंजिल के प्रवेश द्वार पर तैनात हैं, जहां पीड़िता को वेंटिलेटर पर रखा गया है। यहां हर किसी को प्रवेश की इजाजत नहीं है। केवल परिवार वाले और डाक्टर ही आ जा सकते हैं ।
उधर महिला अधिकारियों सहित सीबीआई अफसरों का एक दल पीड़िता के परिवार वालों से बातचीत करने ट्रामा सेंटर भी पहुंचा। attacknews.in
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