जबलपुर में CBI ने केंद्रीय संस्थान के स्टोर ऑफिसर और स्टोरकीपर को एक लाख रूपये रिश्वत लेने सहित ब्लैंक चैक के साथ गिरफ्तार किया attacknews.in

जबलपुर, 02 दिसंबर । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज यहां गैरीसन इंजीनियर (वेस्ट) के दो कर्मचारियों को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों ने नगद के अलावा रिश्वत के लिए चेक भी लिया था।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुसार एमईएस जबलपुर से संबंधित इस संस्थान के बैरक स्टोर ऑफिसर सुजीत भाटिया और स्टोरकीपर जयदीप शुक्ला को क्रमश: एक लाख रुपयों की नगद राशि और ब्लैंक चेक के साथ गिरफ्तार किया गया।

आरोपी स्टोरकीपर ने शिकायतकर्ता से ब्लैंक चेक लेकर उसमें दो लाख दस हजार रुपए भर दिए थे।

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दोनों के घरों की भी तलाशी ली गयी। इस दौरान एक लाख 55 हजार रुपए नगद और कुछ दस्तावजे मिले हैं। दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है।

सीबीआई के अनुसार दोनों आरोपी शिकायतकर्ता से तीन लाख 10 हजार रुपए की राशि रिश्वत के रूप में मांग रहे थे।

शिकायतकर्ता का फर्नीचर रिपेयरिंग का कार्य है और उन्होंने इस संस्थान में यह कार्य किया था। इसके देयक (बिल) पास करने के लिए दोनों आरोपी तीन लाख दस हजार रुपयों की रिश्वत मांग रहे थे। जब शिकायतकर्ता ने कहा कि वो सिर्फ एक लाख रुपयों की व्यवस्था कर सकता है, तो आरोपियों ने उससे शेष राशि के लिए चेक की मांग भी की।

शिकायत के बाद सीबीआई के दल ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

दोनों आरोपियों को कल अदालत में पेश किया जाएगा।

अमृतसर नगर निगम का सैनटरी इंस्पेक्टर पांच हजार रुपए रिश्वत लेते काबू

इधर पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी मुहिम के दौरान आज अमृतसर नगर निगम में तैनात सैनटरी इंस्पेक्टर हरजिन्दर सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया तथा अन्य कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

ब्यूरो के प्रवक्ता ने यहां बताया कि आरोपी हरजिन्दर सिंह को शिकायतकर्ता रिंकू कुमार की शिकायत पर रिश्वत लेते काबू किया गया। शिकायतकर्ता ने ब्यूरो को बताया कि वह नगर निगम अमृतसर में बतौर सफाई सेवक सेवाएं निभा रहा है। उक्त दोषी सैनटरी इंस्पेक्टर और उसका दलाल विशाल गिल की तरफ से उसकी बदली करवाने के बदले 10 हजार रुपए की माँग की गई लेकिन सौदा 5000 रुपए में तय हुआ।