गुरुवार को एमपी एमएलए कोर्ट के जज दुर्गेश ने 1996 में गैंगस्टर के मुकदमे में मुख्तार अंसारी को दोषी माना। बनारस में पूर्व विधायक अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या के बाद जिले की पुलिस ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद यहीं सुनवाई हुई।
गाजीपुर के मुकदमे में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये कराई गई पेशी :
गाजीपुर जिले के एक मुकदमे में गुरुवार को माफिया मुख्तार की पेशी ईडी कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कराई गई। अदालत ने मुख्तार के मुकदमे में फैसला सुनाया गया है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के लिए बुधवार को ही जरूरी इंतजाम ईडी कार्यालय में किया गया था।
माफिया मुख्तार के खिलाफ यूपी, दिल्ली, पंजाब के विभिन्न थानों में 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
मुख्तार को पंजाब से बांदा जेल में ट्रांसफर किए जाने के बाद ईडी ने उसके परिवार पर भी शिकंजा कसा है।
नौ दिन ईडी की कस्टडी में रहेगा माफिया मुख्तार :
बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी आगामी नौ दिनों तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में रहेगा। कस्टडी रिमांड की अर्जी पर सुनवाई करते हुए जिला जज संतोष राय ने अभियुक्त को 14 दिसंबर दोपहर एक बजे से लेकर 23 दिसंबर की दोपहर दो बजे तक ईडी को कस्टडी में रखने का आदेश दिया है।
अदालत ने यह भी कहा कि हिरासत अवधि समाप्त होने पर न्यायिक अभिरक्षा के समय मेडिकल परीक्षण कराया जाए।
कस्टडी रिमांड मिलने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच माफिया मुख्तार को ईडी कार्यालय ले जाकर पूछताछ शुरू की गई। इसी मामले में मुख्तार का बेटा विधायक अब्बास व साला आतिफ रजा भी जेल में बंद हैं।
बता दें कि कोर्ट में पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कचहरी से लेकर ईडी कार्यालय तक पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। पेशी के दौरान सुरक्षा में क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया था। ईडी कार्यालय व आसपास सुरक्षा के दृष्टिगत कई पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई।
खुद को ‘पैगंबर’ बताते हुए कर ली 20 शादी, बेटी को भी बनाया बीवी:20 बीवियों वाला सैमुअल गिरफ्तार attacknews.in
वाशिंगटन 5 दिसम्बर ।अमेरिका के अरीजोना में बहुविवाह की पैरवी करने वाले सैमुअल रैपली बेटमैन नाम के कट्टरपंथी की 20 बीवियाँ निकली हैं।
आरोपित खुद को ‘पैगंबर’ बताते हुए अपनी बेटी से शादी कर चुका है। उसने ज्यादातर शादियाँ 15 साल से कम उम्र की लड़कियों से की है।
उसके ऊपर व्यभिचार, वयस्कों और बच्चों से ग्रुप सेक्स, बाल यौन तस्करी जैसे आरोप हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार सैमुअल ने 2019 में 50 लोगों का एक छोटे समूह का नेतृत्व शुरू किया था। समूह का नाम फंडामेंटालिस्ट चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लेटर-डे सेंट्स हैं। वो इस समूह को कंट्रोल करते-करते ही खुद को ‘पैगंबर’ बताने लगा। एक समय आया जब उसने अपनी ही बेटी से शादी करने की इच्छा व्यक्त की।
इसके अलावा उसने अपने तीन फॉलोवर्स को ये तक कहा कि वो लोग भी उसकी बेटियों के साथ सेक्स करें वो भी तब जब उनमें से एक लड़की सिर्फ 12 की थी।
सैमुअल लड़कियों से भी कहता था कि वो अपनी इज्जत ईश्वर के नाम पर त्यागें। ईश्वर फिर से उनके शरीर को सही कर देगा और उनके शरीर में दोबारा वो झिल्ली आ जाएगी।
एफबीआई दस्तावेजों के मुताबिक 46 साल का सैमुअल अब तक 20 औरतों से शादी कर चुका है। इनमें अधिकतर 15 से कम की थीं।
जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया उस समय भी राज्य में गाड़ियों से लड़कियों को इधर-उधर लेकर जा रहा था। गाड़ी में एक सोफा और टॉयलेट की बाल्टी थी। तब, पुलिस ने उसे पकड़ा था।
पुलिस ने कहा था कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि वो अरीजोना, उताह, नेवादा में लड़कियों को ट्रांस्पोर्ट कर रहा था। जब पुलिस ने उसकी गाड़ी रोकी तो उसमें दो लड़कियाँ थीं। इसके बाद ही पुलिस ने बाल शोषण करने पर उस पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
पहले उसे इस केस में बेल मिल गई। लेकिन उसे दोबारा अन्य आरोपों में पकड़ा गया। सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने छापेमारी की और 9 पीड़ितों को अपने संरक्षण में ले लिया।
एफबीआई ने छापेमारी के बाद उसको अरीजोना जेल में डाल दिया। सितंबर से उसके विरुद्ध सबूत जुटाए जा रहे हैं कि उसने कम उम्र की औरतों से शादी की और उनसे शारीरिक संबंध बनाए।
एनआईए ने दाऊद इब्राहिम के दो सहयोगियों को किया गिरफ्तार attacknews.in
मुंबई 13 मई । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के दो साथियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान आरिफ अबुबकर शेख ( 59) और शब्बीर अबुबकर शेख (51) के तौर पर हुयी है। ये दोनों सगे भाई हैं।
जांच एजेंसी ने इन दोनों को गुरुवार शाम को शहर के उपनगरों में स्थित इनके आवासों से गिरफ्तार किया। इन दोनों को आज दोपहर में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया ।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शेख भाइयों के नाम से जाने जाने वाले दोनों मुंबई के पश्चिमी उपनगरों में दाऊद की अवैध गतिविधियों और आतंकवादी वित्तपोषण को संभालने में शामिल रहे हैं।
उत्तरप्रदेश और बिहार के परीक्षा माफियाओं ने पहले ही लीक कर दिया ‘उप्र टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)-2021’का प्रश्न पत्र,परीक्षा स्थगित,26 गिरफ्तार; करीब 20 लाख परीक्षार्थी होने वाले थे शामिल attacknews.in
लखनऊ/प्रयागराज, 28 नवंबर । उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली ‘उप्र टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)-2021’ का प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई है और पुलिस ने इस मामले में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के 26 सदस्यों को राज्य के विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया है।
लोकभवन में अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद प्रश्न पत्र की प्रति को शासन के साथ साझा किया गया, जिसमें लीक हुई सामग्री अध्यापक पात्रता परीक्षा के वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल खाती थी।
अधिकारियों ने बताया कि इसी कारण परीक्षा स्थगित करने और अगले एक माह में दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसमें होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी और अभ्यर्थी को दोबारा फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने तय किया है कि प्रवेश पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को सरकारी बसों में निशुल्क अपने गंतव्य तक जाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जिम्मेदारी विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपी गई है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपी टीईटी-2021) की परीक्षाएं रविवार को दो पालियों में (दस से साढ़े 12 बजे और ढाई से पांच बजे तक) राज्य के सभी 75 जिलों के 2,736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी। उन्होंने बताया कि इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।
परीक्षा में आयोजन में किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के मद्देनजर नकल माफिया और सॉल्वर गैंग पर नजर रखने के लिए जाल बिछाया गया और मुखबिर तथा खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार रात से अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कुमार ने बताया कि मामले में लखनऊ से चार लोगों को पकड़ा गया है, वहीं पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मेरठ से तीन लोगों को, एसटीएफ वाराणसी और गोरखपुर की टीम ने दो लोगों को, कौशांबी से एक और प्रयागराज से 16 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। गिरफ्तार सदस्यों में कुछ बिहार के निवासी हैं।
एसटीएफ की प्रयागराज इकाई के पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार ने बताया कि गिरोह के सरगना समेत 16 सदस्यों को विभिन्न थाना क्षेत्रों से रविवार को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि नैनी थाना क्षेत्र से इस गिरोह के मुख्य सरगना राजेंद्र पटेल, निवासी रानीगंज, प्रतापगढ़ सहित सन्नी सिंह, टिंकू कुमार, नीरज शुक्ला, शीतल कुमार, धनंजय कुमार, कुनैन राजा और शिवदयाल को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा, झूंसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अनुराग, अभिषेक सिंह और सत्य प्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया गया। सत्य प्रकाश के मोबाइल फोन में व्हाट्सऐप में हल किया गया प्रश्न पत्र पाया गया है। सत्य प्रकाश प्राथमिक विद्यालय, करिया खुर्द, शंकरगढ़ में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है।
कुमार ने बताया कि जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र से चतुर्भुज सिंह, संजय सिंह, अजय कुमार, ब्रह्मा शंकर सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया।
इंदौर में मानव तस्करी और देहव्यापार में गिरफ्तार बांग्लादेशी विजय कुमार दत्त ने 5 हजार से ज्यादा लड़कियों की खरीद फरोख्त करवाना कबूला attacknews.in
इंदौर 24 नवम्बर। मानव तस्करी और देहव्यापार के मामले में गिरफ्तार विजय कुमार दत्त ने पांच हजार से ज्यादा लड़कियों की खरीद फरोख्त और देहव्यापार करवाना कबूला है। 25 साल पूर्व बांग्लादेश से भारत आया विजय मुंबई के नाला सुपारा क्षेत्र की तंग बस्ती में रहता था। एसआइटी ने उसे बाणगंगा क्षेत्र की कालिंदी गोल्ड सिटी में रहने वाले उज्जवल ठाकुर के घर से साथी बबलू के साथ पकड़ा है।वह उज्जवल,बबलू और सैजल की मदद से इंदौर को देहव्यापार का हब बनाना चाहता था इंदौर से सूरत, राजस्थान,मुंबई सहित अन्य टूरिस्ट पैलेस पर लड़कियां सप्लाय की चेन तैयार करने के प्रयास में भी था।
आईजी हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक आरोपित विजय कुमार दत्त ने पूछताछ में स्वीकारा कि उसका मूल नाम कुछ और है अवैध तरिके से भारत आने के बाद वह मुंबई में ही बस गया था। फर्जी वोटर आईडी और आधार आइडी कार्ड बनवाने के उसने पासपोर्ट बनवाया और पत्नी से मिलने के बहाने बांग्लादेश जाना शुरु कर दिया।
तस्कर ने यह भी बताया कि वह बांग्लादेश की शबाना व बख्तियार के माध्यम से गरीब घरों कीकी लड़कियों नौकरी के बहाने भारत बुला कर देहव्यापार में धकेल देता था। उसने यह भी बताया कि बांग्लादेश से आने वाली लड़कियों को पहले तक उन्हें नाला सुपारा व अन्य जगहों पर छुपाता और खुद शारीरिक संबध बनाता।विजय करीब 10 युवतियों से शादी कर चुका है। जबकि 100 से ज्यादा प्रेमिकाएं है उनसे भी देहव्यापार करवा कर कमिशन खुद ही रखता है।
आरोपित ने यह भी बताया उसने इंदौर,धार,अलीराजपुर, झाबुआ,सूरत,अहमदाबाद,जयपुर,बैंगलुरु सहित विभिन्न शहरों के दलालों की चेन बना ली थी। आईजी के मुताबिक सैंकड़ों लड़कियां का पुलिस को हिसाब मिल चुका है जिन्हें विजय ने दलालों के माध्यम से विभिन्ना शहरों में भेजा है पुलिस को उसके ऐसे विडियों मिलें है जिसमें शराब की बोतल लिए लड़कियों के बीच में फिल्मी गानों पर नाच रहा है। पुलिस ने 4 युवतियों को भी हिरासत में लिया है जिसमें दो बांग्लादेशी बताई जा रही है।
मुंबई में दबिश देते ही इंदौर आ गया था तस्कर
विजयनगर थाना पुलिस ने विजय की तलाश में कईं बार छापे मारे लेकिन तंग बस्ती होने से पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। इस बार एनआइए द्वारा जानकारी मांगे जाने पर एसपी(पूर्वी) आशुतोष बागरी ने प्रोबेशनर आइपीएस मोती उर रहमान को जांच का जिम्मा सौंपा और एक टीम मुंबई भेजी। इस बार भी विजय पुलिस के हाथ से फिसल गया लेकिन भागकर इंदौर आ गया। एसपी ने एसआइटी को पीछे लगाया और मोबाइल लोकेशन के आधार पर कालिंदी गोल्ड से उज्जवल के घर से पकड़ लिया।
मंगलवार दोपहर टीआई तहजीब काजी और एसआई प्रियंका शर्मा ने उज्जवल के घर छापा मार कुछ दस्तावेज जब्त कर लिए। बरामद एक लड़की इसके पूर्व एमआइजी थाना द्वारा पकड़ी जा चुकी है। आरोपित ने बताया कि सूरज और मुंबई के बाद इंदौर को हब बनाने की कोशिश थी। इंदौर से फ्लाइट,बस और ट्रेन आसानी से मिलने के कारण लड़कियों की सप्लाय आसान हो जाती है। इसलिए वह सैजल,बबलू और उज्जवल के माध्यम से किराये का मकान लेकर मुख्य अड्डा बनाना चाहता था
धान के खेत और नाले पार करवा कर लांघी सीमा
विजयनगर थाना पुलिस के मुताबिक पिछले वर्ष अक्टूबर में एक युवती की शिकायत पर आरोपित जीवन,सैलज,प्रमोद बाबा,ज्योति,पलक,राहुल बाबा,बाबा,यास्मिन,आफरीन के खिलाफ केस दर्ज किया था। युवती ने पुलिस को बताया आरोपित शबाना और बख्तियार ने जौशुर(बांग्लादेश) से धान के खेतों और नालों को पार करवा कर भारतीय सीमा में धकेला और विजय के पास ले आए। शुरुआत में उसे तंग कपड़े पहनने पर मजबूर ममजबूर किया उसके बाद देहव्यापार की ओर धकेल किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपित बांग्लादेश जाने की जीद करने पर गोली मारने की धमकी देते थे।
बर्खास्त: स्वीमिंग पूल में महिला कांस्टेबल और DSP के नंगे खेल पर बड़ी कार्रवाई,लापरवाह दो थाना प्रभारी और दो पुलिस अफसर निलंबित attacknews.in
जयपुर, दो अक्तूबर । राजस्थान सरकार ने राजस्थान पुलिस सेवा (आरपीएस) के निलंबित अधिकारी और एक महिला कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
यह अधिकारी व महिला कांस्टेबल हाल में एक आपत्तिजनक वीडियो को लेकर विवाद में आए थे जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने इन दोनों को सेवाओं से बर्खास्त किए जाने की पुष्टि की।
उन्होंने बताया, ‘‘बर्खास्तगी के आदेश आज उन्हें दे दिए जाएंगे।’’
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से मंजूरी मिलने के बाद इन दोनों के खिलाफ राजस्थान सिविल सेवा नियमों के तहत यह दंडात्मक कार्रवाई की गई है। अधिकारी व महिला कांस्टेबल इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।
ब्यावर, अजमेर के वृत्ताधिकारी रहे आरोपी अधिकारी हीरा लाल सैनी (54) का जयपुर में तैनात एक महिला कांस्टेबल के साथ का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। इसमें वे एक स्वीमिंग पूल में यौन गतिविधियों में संलिप्त नजर आए। महिला कांस्टेबल का छह साल का बेटा भी उस समय उसी पूल में खेल रहा था।
राज्य के पुलिस महानिदेशक ने अधिकारी और महिला कांस्टेबल को विभागीय जांच के बाद नैतिक दुराचरण के मामले में आठ सितंबर को निलंबित कर दिया।
इस कार्रवाई के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के तहत एक मामला दर्ज किया क्योंकि यह कथित वीडियो बाल अधिकारों के खिलाफ अपराध वाला कृत्य दिखाता है।
अधिकारी व महिला की बाद में गिरफ्तारी हुई और फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं। इस प्रकरण में सैनी व महिला कांस्टेबल के साथ साथ मामले को दबाने की कोशिश करने व प्रभावी कार्रवाई नहीं करने के लिए आरपीएस के दो अधिकारियों व दो थाना प्रभारियों को भी निलंबित कर दिया गया है।
शादी का झांसा देकर प्रोफेसर ने नशीला पदार्थ खिलाकर कोचिंग मालकिन के साथ होटल में कर दिया बलात्कार attacknews.in
उदयपुर 09 अगस्त । राजस्थान में उदयपुर जिले के गोगुन्दा थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुंबई की एक युवती से दुष्कर्म के आरोप में पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है।
थानाधिकारी प्रवीणसिंह शिशोदिया ने बताया कि मुंबई में इंजीनियरिंग कोचिंग सेंटर चलाने वाली तलाकशुदा महिला द्वारा दर्ज करवायी गयी जीरो नंबर की एफआईआर में बताया कि उदयपुर में हिरण मगरी सेक्टर तीन के रहने वाले नीरज मारोठिया से उसक ऑनलाइन वेबसाईट से परिचय हुआ था।
उदयपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां शादी का झांसा देकर प्रोफेसर ने कोचिंग मालकिन से होटल में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में गोगुंदा पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने शादी का झांसा देकर मुंबई में कोचिंग सेंटर चलाने वाली महिला को उदयपुर बुलाया। नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद आरोपी ने जल्द ही शादी करने का आश्वासन देकर उसे मुंबई भेज दिया। फिर आरोपी ने फोन उठाना बंद कर दिया। काफी दिनों तक संपर्क नहीं हुआ तो महिला ने मुंबई में जीरो नंबर की FIR दर्ज करवाकर उदयपुर भेजी। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर नीरज को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ जारी है।
गोगुंदा पुलिस ने बताया कि मुंबई के खारघर निवासी एक महिला का अपने पति से करीब 12 साल पहले तलाक हो गया था। महिला अपने पुत्र के साथ रहती है। जो मुंबई में इंजीनियरिंग कोचिंग इंस्टिट्यूट चलाती है। महिला का कुछ समय पूर्व ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए उदयपुर के सेक्टर 3 निवासी नीरज मारोठिया से संपर्क हुआ। दोनों के बीच इंटरनेट पर लंबी बातें होने लगी। एक-दूसरे को अपने नंबर दे दिए। मेलजोल बढ़ने पर आरोपी ने महिला को शादी का झांसा दिया। उसे उदयपुर आने के लिए कहने लगा। महिला 9 जुलाई को युवक से मिलने उदयपुर पहुंची। इस दौरान आरोपी ने गोगुंदा के बरौलिया स्थित स्पेक्ट्रम रिसोर्ट में महिला को रुकवाया। महिला ने आरोप लगाया कि इस दौरान आरोपी ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने निर्दयता से कर दी पत्नी की हत्या;लापता स्वीटी की खोज में पुलिस ने किया खुलासा;शव को अपनी गाड़ी में छुपा कर गांव के सुनसान घर में जला दिया था attacknews.in
अहमदाबाद 25 जुलाई । गुजरात के वडोदरा में कई दिनो से लापता एक पुलिस अधिकारी की पत्नी की सनसनीख़ेज़ हत्या के मामले का आज ख़ुलासा हो गया और उसका पति ही उसका हत्यारा निकला।
इस मामले का ख़ुलासा करने वाली अहमदाबाद पुलिस के क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया कि वडोदरा ज़िला के एसओजी के पुलिस इन्स्पेक्टर अजय देसाई ने ही गत चार जून को अपनी पत्नी स्वीटी पटेल की सोते समय गला दबा कर हत्या कर दी थी और अगले दिन शव को अपनी गाड़ी में छुपा कर अटाली गांव के एक सुनसान घर में जला दिया था।
अजय ने अपनी पहली पत्नी से अलग होने के बाद स्वीटी (उसने भी अपने पहले पति से अलग होने का रास्ता चुना था) के साथ 2016 में मंदिर में शादी की थी। उसने 2017 में एक अन्य महिला से भी शादी कर ली थी। इसको लेकर दोनो में मनमुटाव था और इसी के चलते अजय ने स्वीटी की योजनाबद्ध तरीक़े से हत्या कर दी। उसके अधजले शव को बाद में बरामद किया गया था।
गुजरात को 38 दिनों से लापता पुलिस निरीक्षक की पत्नी स्वीटी पटेल की हत्या का शक उसके पति पर ही गया था । पुलिस को हाथ लगे मानव हड्डी के जले हुए अवशेषों के डीएनए टेस्ट के बाद यह शक और गहरा गया था । इससे पहले पुलिस आरोपी पुलिस निरीक्षक अजय देसाई गांधीनगर ले आई थी तथा उसकी मोबाइल लोकेशन भी उसी स्थल की बता रही थी जहां से मानव हड्डियों के जले हुए अवशेष मिले।
गुजरात पुलिस स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के निरीक्षक अजय देसाई की पत्नी 5 जून को रात 1:00 बजे से सुबह 8:00 के बीच घर से कहीं चली गई थी। पुलिस व उसके परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे लेकिन काफी दिनों तक उन्हें कोई सुराग नहीं मिल सका। गत दिनों पुलिस को दक्षिण गुजरात के दहेज के पास अटाली गांव में मानव हड्डियों के जले हुए अवशेष बरामद हुए।
पुलिस ने इनकी जांच एफएसएल से कराई साथ ही स्वीटी के दो साल के पुत्र के डीएनए से मिलाने के लिए लैब में भेजा गया।
एफएसएल रिपोर्ट में बताया गया कि पुलिस को मिले अवशेष किसी युवा के ही हैं इसके बाद पुलिस ने आरोपी अजय देसाई के मोबाइल लोकेशन की जांच की जो दहेज के अटाली गांव के आसपास का ही बता रहा है। पूछताछ के लिए अजय को पुलिस गांधीनगर ले आई थी उधर अन्य शंकास्पद लोगों के पॉलीग्राफ नारको टेस्ट भी कराए गए ।
आरोपी अजय देसाई का भी नारको टेस्ट कराया जा चुका था , पुलिस को पति अजय पर ही पत्नी की हत्या का शक था।
गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने स्वीटी पटेल मामले की जांच अहमदाबाद अपराध शाखा तथा गुजरात एटीएस को सौंप दी थी।
स्वीटी पटेल का पता लगाने के लिए के लिए हाल ही में पुलिस ने उनकी फोटो गुजरात के तमाम अखबारों में निकलवाई थी, साथ ही जानकारी देने वाले को इनाम देने की घोषणा भी की,लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।
पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक वडोदरा के करजन इलाके में आई प्रवेशा सोसायटी में रहने वाले इंस्पेक्टर देसाई की पत्नी स्वीटी पटेल (उम्र 37) पांच जुलाई को रात 1:00 बजे घर छोड़कर चली गईं. इस मामले में स्वीटी के भाई जयदीप पटेल ने 11 जून को करजन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
पुलिस के मुताबिक, इंस्पेक्टर देसाई और स्वीटी पटेल की 2016 में लव मैरिज हुई थी।उनका 2 साल का एक बच्चा भी है।इस मामले में पुलिस तफ्तीश में यह भी पता चला है कि स्वीटी पटेल का पासपोर्ट जून 2020 में ही एक्सपायर हो गया था, जिस वजह से वह अपने रिश्तेदारों के यहां विदेश गईं हों इसकी संभावना कम ही थी।
इस मामले में चौंकाने वाली बात है कि खुद पुलिस इंस्पेक्टर देसाई ने पुलिस में दिए अपने बयान में कहा है कि उसकी पत्नी रात को 1:00 बजे के आसपास गायब हुईं हैं, जबकि पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आसपास के सीसीटीवी को खंगाला तो पाया कि देसाई की पत्नी स्वीटी रात को 9 से 10 के बीच में घर से बाहर जाती हुई दिख रही हैं।
बताया जा रहा है कि देसाई ने खुद के ही के समाज की दूसरी लड़की के साथ शादी की थी, जिसके बाद स्वीटी पटेल ने बार-बार अपने पति को दूसरी पत्नी को तलाक देने के लिए कहा।इसे लेकर दोनों के बीच में झगड़ा भी होता रहता था।
हालांकि जिस सोसायटी में स्वीटी पटेल और इंस्पेक्टर देसाई रहते थे उस सोसायटी के लोगों के मुताबिक, उन्होंने स्वीटी को बहुत ही कम बार अपने घर से बाहर जाते हुए देखा।साथ ही अगर कुछ भी काम है तो देसाई ही सोसायटी के बाहर आते जाते दिखते थे।सोसायटी के कई लोग तो ऐसे थे जिन्हें पता ही नहीं था कि यहां पर कोई महिला भी रहती है।
बड़वानी में तोहिब खान ने जबर्दस्ती घर में घुसकर आदिवासी लड़की के साथ किया बलात्कार,मां नर्स हैं और वह वैक्सीनेशन के कार्य से बाहर गई हुई थी attacknews.in
बड़वानी, 25 जुलाई । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के जुलवानिया में घर में घुसकर कक्षा 12 की एक आदिवासी छात्रा के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के मामले में आज रात्रि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
जुलवानिया के थाना प्रभारी आर आर चौहान ने बताया कि 19 वर्षीय छात्रा की शिकायत पर आरोपी तोहिब खान को दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि छात्रा की मां नर्स हैं और वह शनिवार को वैक्सीनेशन के कार्य से बाहर गई हुई थी।
इसी बीच आरोपी ने मौका ताड़कर उसके घर में प्रवेश किया और उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। उसके द्वारा चिल्लाये जाने पर आसपास भीड़ इकट्ठी हो गई और उन्होंने बाहर से दरवाजे बंद कर दिए।
राजपुर के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पदम ंिसह बघेल ने इस बात की पुष्टि की कि भीड़ ने आरोपी की जमकर पिटाई की और उसके बाद पुलिस को सौंप दिया।
मध्यप्रदेश के धार जिले में युवतियों को दी गई ‘तालीबानी’ सजा;बाल पकड़कर घसीटा,लात घूंसों से मारपीट,शरीर पर बेरहमी से लाठियों से प्रहार करते रहे attacknews.in
इंदौर, 04 जुलाई । मध्यप्रदेश के धार जिले के टांडा थाना क्षेत्र में दो युवती के साथ बर्बर तरीके से कई युवाओं द्वारा सार्वजनिक स्थान पर मारपीट कर ”तालीबानी” तरीके से सजा दिए जाने का एक वीडियो साेशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस शर्मनाक मामले ने तूल पकड़ लिया है।
इंदौर संभाग के अधीन आने वाले धार जिले के पीपलवा गांव का यह वीडियो बताया गया है। लगभग 43 सैकंड के इस वीडियो में तीन चार युवक एक युवती को बाल पकड़कर घसीटते हुए, लात घूंसों से मारपीट करते हुए और उसके शरीर पर बेरहमी से लाठियों से प्रहार करते हुए देखे जा रहे हैं।
शर्मनाक करने वाली इस घटना के वीडियो में रहम की भीख मांग रही इस युवती को बचाने कोई भी नहीं आया, जबकि आसपास दर्जनों युवक खड़े हुए दिखायी दे रहे हैं। और तो और कुछ लोग इसका वीडियो बनाते रहे। युवक जमीन पर गिर गयी युवती के साथ भी बर्बर व्यवहार करते रहे।
अलीराजपुर में युवती के साथ हुई बर्बरता का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि धार जिले के टांडा थाना के तहत ग्राम पीपलवा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें दो युवतियों के साथ जमकर बर्बरता की गई. वहां मौजूद लोग युवतियों को जमकर लाठी-डंडों से पीटा गया और उनके साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया गया।
बताया जा रहा है कि मारने वाले युवतियों के चचेरे भाई हैं परिवार के लोगों ने ही युवतियों के साथ बर्बरता की. इतना ही नहीं मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो मोबाइल में कैद किया लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की ज़हमत नहीं उठाई।
वीडियो में युवतियां चिल्लाती रही लेकिन इंसानों से हैवान बने लोगों का दिल नहीं पसीजा, लड़कियां उनसे रहम की भीख मांगती रही लेकिन उन्हें लाठी डंडों से पिटाई मिली. वीडियो में युवतियों को न केवल युवकों के ज़रिए पीटा जा रहा है बल्कि महिलाओं के द्वारा भी जमकर लाठियां पत्थरों और लात घुसो से पीटा गया।
वीडियो कुछ दिनों पुराना बताया जा रहा है. बर्बरता की शिकार दोनों युवतियां रिश्ते में चचेरी बहनें हैं और दोनों का रिश्ता अलीराजपुर के जोबट में हुआ है लड़कियों का आरोप है कि मौजूद लोगों ने स्कूल के पास रोककर उन्हें पूछा कि आप मामा परिवार के दो लड़कों से फोन पर बातचीत क्यों करती हो जिसके बाद लड़कियों पर जमकर डंडे बरसाए गए. महज फोन पर बात करने की बात को लेकर लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया और दोनों को जमकर पीटा गया दोनों लड़कियां डर गई. जिस वजह से उन्होंने शिकायत तक दर्ज नहीं करवाई।
टांडा थाना प्रभारी विजय वास्कले ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने नोटिस लिया और मुआयना किया. युवतियों को थाने लाए जहां पर पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनके साथ परिवार वालों के ज़रिए ही मारपीट की गई. जिसके बाद पुलिस ने परिवार के ही 7 लोगों पर मामले दर्ज कर सभी को गिरफ्तार किया।
केरल में फेसबुक पर मजाक ने तीन की जान ली:आनंदु बनकर महिला को जाल में फंसाने वाली निकली ननंद और भांजी,खुलासे से पहले कर ली आत्म-हत्या,नवजात शिशु की भी मौत attacknews.in
तिरुवनंतपुरम, चार जुलाई । फेसबुक पर रिश्तेदारों के बीच एक खौफनाक मजाक ने तीन लोगों की जान ले ली। मरने वालों में एक नवजात बच्चा भी शामिल है। एक परित्यक्त बच्चे के संबंध में केरल पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ।
केरल के कोल्लम जिले में इस साल जनवरी में जन्म के महज कुछ घंटे बाद एक नवजात बच्चा सूखे पत्तों की ढेर में मिला था। नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसने बाद में दम तोड़ दिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि कोल्लम के कल्लूवथुक्कल गांव की निवासी रेशमा नवजात की माता है। महिला को जून में गिरफ्तार किया गया।
जांच के दौरान रेशमा ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक पर आनंदू नामक व्यक्ति से उसकी दोस्ती हुई और व्यक्ति के साथ रहने के लिए उसने बच्चे को मरने के लिये छोड़ दिया था। हालांकि वह व्यक्ति से कभी मिली नहीं थी।
पुलिस के अनुसार महिला की शादी विष्णु नामक व्यक्ति से हुई थी। महिला ने उसे या परिवार के किसी सदस्य को कभी नहीं बताया था कि वह मां बनने वाली है। महिला के फेसबुक मित्र की जांच के दौरान पुलिस ने महिला की ननद आर्या और भांजी ग्रीष्मा को पूछताछ के लिए बुलाया।
पुलिस ने उन्हें इसलिए तलब किया क्योंकि रेशमा अपने कई फेसबुक अकाउंट में से एक को आर्या के नाम पर लिए गए सिम से चलाती थी। हालांकि इस घटना में रोचक मोड़ तब आया जब दोनों महिलाओं (आर्या और ग्रीष्मा) ने कथित रूप से नदी में कूदकर जान दे दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में पुलिस ने ग्रीष्मा के एक पुरूष मित्र से पूछताछ की जिसने खुलासा किया कि आर्या और ग्रीष्मा ने आनंदू नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया था और वे रेशमा से मजाक करती थीं।
पुलिस को पता चला कि कथित रूप से आत्महत्या से पहले आर्या ने अपनी सास को इस मजाक के बारे में बताया था।
आर्या के पति ने बाद में मीडिया को बताया कि वह पुलिस का शुक्रगुजार है जिसने यह पता लगाया कि उसकी पत्नी ने आखिर जान क्यों दी।
उसने बताया कि उसे इस मजाक के बारे में कोई भनक नहीं थी।
रेशमा की गिरफ्तारी की खबर सुनकर विदेश से लौटे उसके पति ने बताया कि अगर उसे किसी ने भी इस बारे में बताया होता तो शायद वह ऐसा होने से रोक सकता।
पुलिस ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद रेशमा एक पृथक-वास केंद्र में न्यायिक हिरासत में है।
मेघालय पुलिस ने ‘लापता’ एक महिला को ग्रामीण बैंक में डकैती की कोशिश के मामले में बैंक के अंदर से ही 2 दिन बाद गिरफ्तार किया attacknews.in
शिलांग, 29 जून ।मेघालय पुलिस ने 26 जून से कथित तौर पर ‘लापता’ एक महिला को मेघालय ग्रामीण बैंक कार्यालय की बिष्णुपुर शाखा में डकैती की कोशिश के मामले में बैंक के अंदर से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि महिला को सोमवार को बैंक के अंदर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक ने सप्ताहांत के दो दिन के अवकाश के बाद जब बैंक का दरवाजा खोला, 40 वर्षीय महिला को ‘डिहाइट्रेड और कमजोर’ स्थिति में पाया।
ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक सिल्वेस्टर नोंगटनगर ने कहा कि हमने उसे आज गिरफ्तार कर लिया और तीन दिनों तक बैंक के अंदर छिपने की उसकी योजना के बारे में पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि महिला ने बैंक डकैती की योजना बनायी थी लेकिन ऐसा करने में विफल रही। सूत्रों ने कहा कि हमने महिला के पास से मुरमुरे और ओआरएस घोल के अलावा कुछ अन्य सामग्री बरामद की।
उसने बैंक के अधिकांश सीसीटीवी कैमरे हटा दिए थे और उसने अपने थैले में कुछ पैसे भी भर लिए थे। सूत्रों ने कहा कि पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या कोई अन्य व्यक्ति या कर्मचारी भी इस बैंक डकैती का हिस्सा था।
कौन बनेगा करोड़पति में जीती गई 25 लाख रूपये की इनाम राशि के एवज में लाखों रूपये की ठगी करके ठग ने अपने बैंक खाते में राशि डलवा ली attacknews.in
ललितपुर 29 जून । उत्तरप्रदेश के ललितपुर में कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीतने की बात कहकर एक व्यक्ति से ठगी कर पैसे हथियाने का मामला मंगलवार को प्रकाश में आया।
कोतवाली तालबेहट निवासी विनोद कुमार अहिरवार पुत्र कौशल अहिरवार ने आज पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले के बारे में जानकारी दी।
दिये गये शिकायती पत्र में बताया गया कि विनोद के साथ कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीतने की बात कहकर साढे तीन लाख की ठगी की गयी है।
उसके नंबर पर आकाश वर्मा नाम के व्यक्ति का फोन आया और उसने बताया कि वह एसबीआई ब्रांच से बात कर रहा है।उसने बताया कि विनोद ने कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीता।यह पैसा उनके बैंक अकाउंट में ही ट्रांसफर किया जाएगा जिसके लिए उन्हें उनका बैंक अकाउंट नंबर पति-पत्नी के फोटो चाहिए और यह पैसा देने के एवज में टैक्स का पैसा बैंक की फॉर्मेलिटीज का पैसा एवं अन्य खर्च मिला कर करीब 5 लाख रुपये चाहिए जो आप हमारे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करेंगे । उसके तुरंत बाद ही आपको आपकी जीत का 25 लाख रुपए आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जायेगा ।
ईनाम जीतने की खुशी में कॉल करने वाले की बात पर भरोसा करके उसने अलग-अलग किस्तों में आकाश वर्मा के द्वारा बताए गए बैंक अकाउंट नंबर में 3 लाख 50 हजार रुपये जमा कर दिया।
यह पैसा उसने अपनी पत्नी और अन्य परिजनों के जेवर बेचकर इकट्ठा किया था,इसके बाद उसने अपने जानने वाले व्यक्ति से जब डेढ़ लाख रुपया उधार मांगा तो सब कुछ जानने के बाद उस व्यक्ति ने उसे बताया कि ऐसे कॉल फ्रॉड होते हैं जिन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। इसके बाद भी विनोद ने पैसे उक्त बैंक खाते में डाल दिये।
जब उसने उस नंबर पर वापस फोन किया तब फोन नहीं लगा और जब उसने एसबीआई के कस्टमर केयर पर फोन किया तब वहां से बताया गया कि कोई फ्रॉड कॉल था व उसके साथ ठगी हुई है। यह सुनकर उसके होश उड़ गये। इसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की जानकारी देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की।
देवास जिले में 5 लोगों की हत्या के मिले नरकंकालों में हत्यारों ने प्रेमिका को ठिकाने लगाने के लिए सबूत मिटाने परिवार को ही खत्म कर 8 फीट गड्ढे में गाड़ दिया था attacknews.in
देवास, 30 जून । मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में लगभग डेढ़ माह से लापता एक ही परिवार के पांच लोगाें के शव मिलने के बाद इस हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कथित प्रेम प्रसंग को लेकर हुए इस हत्याकांड के बाद आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से पांचों के शव एक खेत में गहरे गड्ढे कर दफन कर दिए थे।
पुलिस ने हिरासत में लिए आरोपियों से पूछताछ के बाद कल नेमावर के पास खेत से यह शव निकलवाए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि नेमावर निवासी मुख्य आरोपी सुरेंद्र और उसके परिजन भुरू को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा दो तीन और लोगों को हिरासत में लिया गया है।
नेमावर निवासी 20 वर्षीय एक युवती रूपाली, उसकी दो छोटी बहनें, मां और एक छोटा भाई मई माह के तीसरे सप्ताह से लापता थे। पुलिस तब से ही उन्हें खोजने का प्रयास कर रही थी।
इसी बीच एक सूचना के आधार पर सुरेंद्र और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी और उन्होंने घटना का ब्यौरा पुलिस के सामने खोल दिया।
बताया गया है कि रूपाली का कथित तौर पर सुरेंद्र से प्रेम प्रसंग था। सुरेंद्र का किसी अन्य स्थान पर विवाह होने की सूचना के बाद से दोनों में अनबन होने लगी थी। इसके बाद आरोपियों ने युवती को सुनसान इलाके में बुलाया था। जहां पर युवती और उसके चार अन्य परिजन भी पहुंचे। विवाद होने पर आरोपियों ने पांचों की हत्या कर उनके शव जमीन में दफन कर दिए थे।
कल ही देवास जिले के अंतिम छोर पर स्थित नेमावर में एक खेत से आदिवासी परिवार के पांच लोगों के नरकंकाल मिले थे। शवों को खेत में 8-10 फीट गड्ढा कर दफनाया गया था।
पुलिस के मुताबिक परिवार के पांचों सदस्य पिछले 48 दिनों से लापता थे। पुलिस ने मामले में 4-5 लोगों को हिरासत में लिया है।जिन लोगों के नरकंकाल मिले हैं, उनमें चार महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। ये सभी 13 मई की रात को अपने घर से बिना बताए गायब हो गए थे। मंगलवार को इनके शव सुरेंद्र ठाकुर के खेत से बरामद किए गए।
नेमावर थाना के प्रभारी अविनाश सिंह सेंगर से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही आदिवासी समुदाय के एक परिवार के गायब होने की सूचना दर्ज की गई थी। लापता आदिवासी परिवार के पांचों लोगों के कंकाल 8 फीट गहरे गड्ढे में से निकाले गए थे ।
जानकारी के मुताबिक मृतकों में शामिल एक युवती का गांव के एक दबंग के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। आशंका है कि राज छिपाने के लिए उसी ने पांचों की हत्या कर दी।
उत्तरप्रदेश में दो पुलिस थानों को उड़ाने की धमकी के नोटिस चस्पां करने वाला गिरफ्तार;खराब सड़क से परेशान होकर कर दिया कारनामा attacknews.in
जौनपुर (उप्र) 29 जून । जौनपुर जिले में दो थानों को उड़ाने की धमकी देने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि सुरेरी और रामपुर थाने को उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि आरोपी ने सोमवार को थाने की बोर्ड पर एक नोटिस चस्पा करते हुए लिखा था कि अगर रामपुर से कठवतिया तक खराब सड़क को अक्टूबर तक ठीक नही कराया गया तो दो थानों को उड़ा दिया जायेगा।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि लक्ष्मीकांत दुबे नामक एक व्यक्ति ने धमकी दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही हैं ।