बक्सर 09 दिसंबर ।तेलंगाना के हैदराबाद में दुष्कर्म और हत्या मामले के आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद दिल्ली निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी पर लटकाए जाने की जोर पकड़ती मांग के बीच बिहार के बक्सर केंद्रीय कारा को इस वर्ष 14 दिसंबर तक फांसी के दस फंदे तैयार करने के निर्देश से कयास और अटकलें तेज हो गई हैं लेकिन अभी तक जेल प्रशासन को भी नहीं पता है कि ये फंदे क्यों बनवाए जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि कारा प्रशासन को जेल निदेशालय से पिछले सप्ताह फांसी के दस फंदे तैयार करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। निर्देश में इन फंदों को 14 दिसंबर 2019 तक तैयार करने को कहा गया है। हालांकि जेल प्रशासन को भी अभी तक नहीं पता है कि इन फंदों का इस्तेमाल कहां और किसके लिए किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि बक्सर केंद्रीय कारा में काफी लंबे समय से फांसी के फंदे बनाए जाते रहे हैं। पांच-छह कैदियों की दो-तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद एक फंदा तैयार होता है। इसे बनाने में 7200 कच्चे धागों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पूर्व संसद हमले के मामले में अफजल गुरु को मौत की सजा देने के लिए इस जेल में तैयार किये गये फांसी के फंदे का इस्तेमाल किया गया था।
गौरतलब है कि अटकलें लगाई जा रही है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में एक चलती बस में एक युवती से दुष्कर्म के चार दोषियों को इस महीने के अंत में फांसी दी जा सकती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को इन आरोपियों की दया याचिका की फाइल अंतिम निर्णय के लिए राष्ट्रपति को भेज दी है। वहीं, दो दिन पहले दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने भी केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें कहा गया था कि दोषी की सजा किसी भी सूरत में माफ किए जाने योग्य नहीं है।