लखनऊ 09 अगस्त ।कभी उत्तरप्रदेश में “तिलक,तराजू और तलवार, जूते मारों चार ” के नारों से बसपा और सपा की राजनीति गूंजती रही हैं और उंची जाति वालों को गालियां तक दी जाती रही हैं किन्तु अब नजारा बदला हुआ देखा जा रहा है ।
समाजवादी पार्टी (सपा) के नये नवेले ब्राह्मण प्रेम पर सेंध लगाने के लिये अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कमर कसी है।
अयोध्या में पिछले दिनों राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर देश भर में उठी हिन्दुत्व की लहर को भांपते हुये बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश में भगवान परशुराम समेत सभी जातियों के महान संतों के नाम पर अस्पतालों का निर्माण कराया जायेगा।
भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने के समाजवादी पार्टी (सपा) के ऐलान को ब्राह्मण समाज के प्रति झूठा प्रेम करार देते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर श्री परशुराम समेत अन्य जाति और धर्मों में जन्मे महान सन्ताें, गुरुओं के महापुरुषों के नाम पर अस्पताल और जरूरी सुविधाओं से युक्त कम्युनिटी सेंटर का निर्माण करायेगी।
सुश्री मायावती ने रविवार को कहा कि सपा ब्राह्मण प्रेम का दिखावा कर रही है जबकि असलियत है कि उसके राज में समाज के इस वर्ग का सर्वाधिक शोषण हुआ। अब यह पार्टी ब्राह्मण समाज के वोटों की खातिर, अपने राजनैतिक स्वार्थ में ‘श्री परशुराम’ की ऊँची प्रतिमा लगाने की भी बात कर रही है लेकिन इस मामले में हमारी पार्टी का सपा को यह भी कहना है कि यदि इनको वास्तव में इनकी प्रतिमा इनके सम्मान में लगानी भी थी तो इनको इसे अपने पूर्व के रहे शासनकाल में ही लगा देना चाहिये था।
सुश्री मायावती ने कहा कि आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में इस बार बसपा की सरकार बनने पर, विशेषकर ब्राह्मण समाज के आस्था एवं स्वाभिमान के प्रतीक माने जाने वाले भगवान परशुराम की प्रतिमा और अस्पतालों का निर्माण कराया जायेगा जिससे फिर एक तरफ जहाँ सभी जातियाें व धर्मों के महान् सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों को पूरा-पूरा आदर-सम्मान मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ कोरोना जैसी आगे अन्य और भी भयानक बीमारी के फैलने पर फिर वर्तमान की तरह खासकर उत्तर प्रदेश की विशाल जनता को कोई ज्यादा परेशानी नहीं आयेगी।
ब्राह्मण समाज को हर मामले में बसपा पर पूरा भरोसा है कि यह पार्टी किसी भी मामले में सपा की तरह केवल कहती नहीं है बल्कि करके दिखाती है, अर्थात् बसपा की सरकार बनने पर फिर हमारी सरकार ब्राह्मण समाज की इस चाहत को ध्यान में रखकर यहाँ ‘श्री परशुराम‘ की प्रतिमा, हर मामले में सपा की तुलना मे ज्यादा भव्य ही लगायेगी।