नई दिल्ली/भोपाल 17 जून। मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए प्रदेश की दोोनों मुुुख्य राजनीतिक पाार्टियों बीजेपी और कांग्रेस ने ताल ठोंक दी है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का चुनावी रण वैसे तो केवल दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. लेकिन हाल ही में कुछ दिनों पहले ही समाजवादी पार्टी के राााष्ट्रीय अध्यक्ष और यूूूपीी के पूूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के चुनावी समर में पार्टी को उतारने का फैसला लिया है. वहीं मध्यप्रदेश के चुनावी रण में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) भी अंदर खाने जनाधार बनाने में लगी हुई है. साथ ही बीएसपी का सीधे तौर पर कहना है कि वो मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी।
बीएसपी ने रविवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से गठबंधन की बातों का खंडन किया है. बीएसपी ने कहा कि मध्यप्रदेश में इस वर्ष नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ उसकी कोई बातचीत नहीं हो रही है.
विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए एक ओर कांग्रेस प्रदेश में किसानों और युवाओं को मुख्य केंद्र बनाकर अपना जनाधार बढ़ाने में लगी है. वहीं बीते 15 साल से राज्य में सत्ता चलाने वाला दल बीजेपी सत्ता विरोधी लहर को शांत करने के लिए नित नए लोक-लुभावन वादों की झड़ी लगा रहा है.
इन सबके बीच मध्यप्रदेश बसपा के प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में गठबंधन को लेकर झूठा प्रचार कर रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस झूठे प्रचार से उनकी पार्टी को नुकसान हो रहा है. बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि प्रदेश में बीएसपी 50 से 55 सीटें जीतेगी.
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस नेता जनता के बीच जाकर कह रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीएसपी के साथ गठबंधन के लिए कांग्रेस की बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन के विषय में राज्य स्तर पर हमारी कोई बातचीत नहीं हो रही है. जहां तक मुझे पता है कि केन्द्रीय स्तर पर भी कोई बातचीत नहीं हो रही है.
नर्मदा प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बारे में मुझे केन्द्रीय नेतृत्व से अब तक कोई दिशानिर्देश नहीं मिले हैं. अहिरवार ने बताया कि हम प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. वहीं मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख माणक अग्रवाल ने कहा कि गठबंधन करने के बारे में हमने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया है. हमारी पार्टी ने सिर्फ इतना कहा है कि कांग्रेस समान विचार वाली पार्टियों से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने का प्रयास करेगी. हमने कभी बीएसपी का नाम नहीं लिया.
आपको बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने हाल ही में मध्यप्रदेश में कांग्रेस-बसपा के गठबंधन के संकेत दिए थे. बीएसपी से गठबंधन के सवाल पर कमलनाथ ने कहा था कि बीजेपी विरोधियों पर कांग्रेस की नजर है. साल 2014 में बीजेपी मात्र 31% वोट से सत्ता में आई थी. ऐसे में बीजेपी को रोकने के सभी प्रयास जरूर किए जाएंगे. वहीं बीजेपी ने इस पूरे मामले पर चुटकी ली है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के साथ जो भी पार्टी गई उसकी हालत खराब हो जाती है. बीएसपी इसीलिए कांग्रेस से दूरी बनाना चाहती है।attacknews.in