नयी दिल्ली, 12 फरवरी । सीबीआई ने गुवाहाटी में इंडियन ऑयल के महाप्रबंधक दिव्य ज्योति दत्ता को मंगलवार एक कारोबारी प्रतिनिधि से कथित रूप से दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आरोपी अधिकारी ने पेट्रोल पंपों के आवंटन के लिये लॉटरी में इस्तेमाल होने वाले कम्यूटर में छेड़छाड़ कर उसे एक पेट्रोल पंप आवंटित कराने का वादा किया था।
उन्होंने बताया कि कथित रिश्वत देने गये कारोबारी लाल चंद चौधरी और उनकी सहयोगी बेंडांगनारो आओ को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि दत्ता सरकारी कंपनी में महाप्रबंधक (बिक्री) हैं। उन्होंने कम्प्युटर प्रणाली में छेड़छाड़ कर नये बिक्री केंद्रों की लॉटरी जीतने में उनकी मदद का आश्वासन दिया था।
जांच एजेंसी ने दत्ता, चौधरी, बेंडांगनारो के अलावा दो अन्य लक्ष्मी नरेन सोगनी और टोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार नियमित एवं ग्रामीण बिक्री केंद्रों के लिये डीलर के चयन को लेकर पिछले साल नवंबर में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन सहित तेल क्षेत्र के तमाम सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों ने संयुक्त विज्ञापन प्रकाशित किया था। यह चयन लॉटरी के आधार पर किया जाना था।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि दत्ता ने चौधरी के साथ मिलकर कथित रूप से साजिश रची। चौधरी नगालैंड में रहते हैं और दत्ता ने उन्हें रिश्वत के एवज में एक बिक्री केंद्र आवंटित करने का आश्वासन दिया था।
प्राथमिकी के अनुसार 24 दिसंबर को चौधरी ने दत्ता को यह सूचित किया कि उसने एक से अधिक बिक्री केंद्रों के लिये आवेदन किया है जिसमें नगालैंड के तूली के लिये किया गया आवेदन भी शामिल है। उसका दावा था कि यह आवेदन चुन लिया गया था।
इसमें आरोप लगाया गया कि सीबीआई को इस संबंध में सूचना मिली थी जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कम्यूटर प्रणाली में छेड़छाड़ किये जाने की आशंका जतायी गयी थी। इसलिए पूरी प्रणाली को ही बदल दिया गया।
दत्ता ने चौधरी से कहा था कि वह भाग्यशाली रहे क्योंकि कम्यूटर प्रणाली में बदलाव प्रभाव में आता इससे पहले ही उन्होंने चौधरी के नाम का चयन कर लिया था और इस चयन के लिये उन्होंने जल्द रिश्वत देने की मांग की।
जांच एजेंसी ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि दत्ता को 10 फरवरी को गुवाहाटी में पांच लाख रुपये की रिश्वत देने को कहा गया था।
चौधरी ने बताया था कि वह अपनी कारोबारी सहयोगी बेंडांगनारो आओ नामक महिला के जरिये उन्हें दो लाख रुपये की पहली किस्त भेज रहा है।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि दत्ता ने चौधरी को दीमापुर में उसकी ओर से एक बीमा एजेंट को बीमा राशि के तौर पर 50,000 और 55,000 की राशि का भुगतान करने को भी कहा था।
उन्होंने बताया कि एजेंसी को ऐसे और मामलों की सूचना मिली और यह भी खुलासा हुआ कि वह रिश्वत की इस रकम से सोनितपुर में करोड़ों रुपये का महलनुमा भवन बनवा रहा था।
जांच एजेंसी ने इस संबंध में दत्ता, बेंडांगनारो को सोमवा रिश्वत की लेन-देन करते और बाद में चौधरी को गिरफ्तार किया।
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