भोपाल 11 सितंबर। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया। हमेशा पैसे की कमी का रोना रोने वाली उस सरकार ने जनता के साथ बेईमानी की। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है और ये सरकार प्रदेश की जनता को, हर समाज, हर वर्ग को न्याय देगी। भाजपा की सरकार ने कमलनाथ सरकार द्वारा बंद की गई योजनाओं को फिर चालू कर दिया है। इतिहास गवाह है, जब-जब भाजपा की सरकार रही है, विकास के कामों में कमी नहीं आई है। अभी भी चंबल क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
यह वादा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्रसिंह तोमर और सांसद एवं वरिष्ठ नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को पोहरी, करैरा और डबरा की जनता से किया। इसके पूर्व तीनों नेताओं ने करोड़ों रुपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री तुलसी सिलावट, श्रीमती इमरती देवी, श्री सुरेश राठखेड़ा, जिलाध्यक्ष श्री राजू बाथम, पूर्व विधायक श्री प्रहलाद भारती, विधायक श्री सीताराम आदिवासी, श्री शरद कोल, श्री हरदीप सिंह रघुवंशी, श्री सुशील रघुवंशी, श्री नरेन्द्र बिरथरे, श्री ओमप्रकाश खटीक, श्री प्रहलाद सिंह, श्री महेन्द्रसिंह यादव, श्री केशवसिंह, श्री जसपाल वैश्य, श्री आशुतोष, श्री विक्की मंगल और श्री शिवकुमार आदि उपस्थित थे।
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि हर बात पर ‘चलो-चलो पैसा नहीं है’ कहने वाले कमलनाथ अब परमानेंटली चले गए हैं, लेकिन उनकी सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया, बेईमानी की। कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी के झूठे प्रमाण पत्र दिये, लेकिन बैंकों को पैसा नहीं दिया। सहरिया बहनों के 1000 रुपये बंद करके उनके साथ धोखा किया। दिग्विजय और कमलनाथ मिलकर फसल बीमा की प्रीमियम खा गए। उन्होंने बेटियों के साथ धोखा किया, गरीबों के कफन के 5 हजार रुपये भी खा गए। हमने जो भी योजनाएं बनाईं, उन्होंने बंद कर दी। सिंधिया जी और उनके साथियों ने इस्तीफे देकर प्रदेश और उसकी जनता को बचा लिया।
श्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जो सभी के साथ न्याय करेगी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने जो योजनाएं बंद कर दी थीं, हमने उन्हें फिर से चालू कर दिया है। कमलनाथ की सरकार ने जनता से जो छीना था, अब हमारी सरकार उसे वापस लौटा रही है।
अब भाजपा की सरकार है, विकास में कसर नहीं छोड़ेंगे
श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर चंबल अंचल में विकास के काम तभी हुए हैं, जब या तो सिंधिया जी ने प्रयास किए हैं, या फिर भाजपा की सरकार रही है। कमलनाथ सरकार के समय जब कोई जनप्रतिनिधि विकास की बात करता था, तो मुख्यमंत्री उसे चलो-चलो कहकर टाल देते थे। लेकिन भाइयो-बहनो अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। हमारे साथ सिंधिया जी हैं, नरेंद्रसिंह जी है और दिल्ली में मोदी जी बैठे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि विकास के रास्ते में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी और जनहित के कामों में कोई कसर नहीं रहने दी जाएगी।
श्री चौहान ने कहा कि हमने बहनों-बेटियों की, भांजे-भांजियों की, छात्र-छात्राओं की सभी योजनाएं फिर से शुरू कर दी हैं और जल्द ही सरकारी भर्तियों से भी रोक हट जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि मेरा जीवन आपके लिए हैं, लेकिन आने वाले चुनाव में आपको यह बताना है कि आपको मुझ पर विश्वास है या नहीं। श्री चौहान ने कहा कि आने वाला चुनाव विकास का चुनाव है, जनता के आत्मसम्मान का चुनाव है। अगर आप ये चाहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री बना रहूं और भाजपा की सरकार चलती रहे, तो आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद दीजिए।
असंभव काम शिवराज के दृढ़ संकल्प से मूर्तरूप ले रहे : तोमर
केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यकाल में समूचे क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आया है। उन्होंने आज सरकुला सिंचाई परियोजना का शिलान्यास कर असंभव को संभव करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत सी सरकारें रहीं, लेकिन सहरिया आदिवासियों की चिंता भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने की। भाजपा सरकार ने पिछले कार्यकाल में सहरिया परिवार की बहनों को 1-1 हजार रूपए देना शुरू किए थे, लेकिन कमलनाथ सरकार आयी तो उसने यह राशि देना बंद कर दी। आज मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इस योजना को फिर से चालू किया है। आदिवासी सहरिया बहनों के खाते में 40 करोड़ 44 लाख रूपए एक क्लिक से खातों में भेजे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सहरिया आदिवासियों के जीवन में बदलाव लाकर उनके नेतृत्व को खड़ा किया। विजयपुर की सामान्य सीट से सीताराम आदिवासी को विधायक बनाया, क्योंकि भाजपा को आदिवासियों की चिंता है। उन्होंने कहा कि भाजपा को गांव, गरीब, किसान और आदिवासियों के विकास की चिंता है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा को जिताकर विकास के सहभागी बनें।
राजनीति नहीं, जनसेवा रहा है सिंधिया परिवार का लक्ष्यः ज्योतिरादित्य सिंधिया
सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरी दादी राजमाता जी, पिताजी और वर्तमान पीढ़ी का लक्ष्य राजनीति नहीं बल्कि जनसेवा रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में मैंने 20 साल की उम्र में झंडा उठाया था। बहुत आशा और अभिलाषा थी। मकसद एक ही था जनता के विकास और प्रगति का, जो मेरा धर्म बनता था। उन्होंने कहा कि 15 साल शिवराज जी की सरकार रही, हम विपक्ष में थे, लेकिन विपक्ष में रहते हुए भी क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए केन्द्र सरकार और शिवराजसिंह जी से मिलकर काम कराए। जब पहली बार सांसद बना तो क्षेत्र में लोग जाने से डरते थे। हमने वहां पहली बार सड़क बनवाई, पावर हाउस दिलाया। श्री सिंधिया ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि आगे भी इस क्षेत्र के विकास के लिए, आदिवासियों के कल्याण के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज जी मिलकर काम करते रहेंगे।
सत्य के लिए जान भी देनी पड़े, तो हाजिर है
श्री सिंधिया ने कहा कि 15 साल बाद जब कांग्रेस की सरकार बनी तब मन में आशा थी कि विकास होगा, परंतु ऐसा नहीं हुआ। जो मुख्यमंत्री आदिवासी, गरीब के घर पर नहीं जा सकता उसके वल्लभ भवन में बैठने का क्या औचित्य है?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की उस सरकार में एक सीएम थे और दूसरे सुपर सीएम जो पर्दे के पीछे रहकर डोर खीचते रहते थे। इन दोनों ने जब आदिवासी महिलाओं के खाते में रूपए भेजने के काम पर ताला लगाया, तो मैंने दोनों के मुंह पर ताला लगा दिया। कांग्रेस की सरकार कलयुगी सरकार थी और रेत, शराब, तबादला उद्योग में डूबी हुई थी।
श्री सिंधिया ने कहा कि अगर सत्य के लिए मुझे जान भी देनी पड़े, तो मेरी जान भी हाजिर है। श्री सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस कहती है, हमारे विधायक गद्दार थे, लेकिन गद्दार कमलनाथ हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद के साथ ऐसा सलूक किया। उन्होंने कहा कि ऐसे गद्दार को सड़क पर लाना सिंधिया परिवार का दायित्व बनता है। श्री सिंधिया ने कहा कि पृथ्वी पर दो भगवान होते हैं। एक वो जो सारी दुनिया का पालन करता है और दूसरा भगवान मतदाता होता है, जो इंसान को नेता बनाता है। उन्होंने कहा कि अगर आप सबका आशीर्वाद रहेगा, तो निश्चित रूप से आने वाले चुनाव में बादल छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा।