नयी दिल्ली ,05 अक्टूबर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाथरस की घटना को लेकर आंदोलित विपक्ष के नेताओं को आड़े लेते हुए आज सवाल किया कि वे पश्चिम बंगाल में दिनदहाड़े थाने के सामने मारे गये भाजपा के कार्यकर्ता मनीष शुक्ला, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व कार्यकर्ता शक्ति मलिक और राजस्थान के बारां जिले में बलात्कार की शिकार दो नाबालिग लड़कियोें के घर कब जाएंगे।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने यहांं एक संवाददाता सम्मेलन में विपक्षी नेताओं पर चयनित राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस देश में लोकतंत्र है। यदि कहीं किसी राजनीतिक दल को लगता है कि कोई अन्याय हुआ है तो वे वहां जाने और आवाज़ उठाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन समुदायों एवं धर्माें में लड़ाई करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। न्याय दिलाने के नाम पर दंगे भड़काना और वैमनस्य फैलाना उचित नहीं है।
डॉ. पात्रा ने कहा कि एक जमाना था जब पश्चिम बंगाल बुद्धिजीवियों, संस्कार एवं संस्कृति का गढ़ माना जाता था लेकिन विगत कुछ समय से पहले वाममोर्चा और बाद में तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल को राजनीतिक हत्याओं का गढ़ बना दिया है।
उन्होंने कहा, “04 अक्टूबर को जिस प्रकार 24 नार्थ परगना में भाजपा के पार्षद एवं स्थानीय नेता मनीष शुक्ला की हत्या हुई है वो अपने आप में बहुत ही निंदनीय और चिंता का विषय है। बंगाल में राजनीतिक हत्याएं एक ‘न्यू नॉर्मल’ हो गई हैं।”
उन्होंने कहा, “बंगाल में विगत 2 महीनों में बहुत हत्याएं हुई हैं। लगभग रोज एक कार्यकर्ता की हत्या की जा रही है। बंगाल में 115 कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। मैं ममता जी से पूछना चाहता हूं क्या यही बंगाल का लोकतंत्र है?” उन्होंने कहा कि बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह एवं स्वयं श्री शुक्ला ने वीडियो पर पुलिस से अपनी जान को खतरे की बात कही थी और इस बारे में पुलिस के आयुक्त और अतिरिक्त आयुक्त का नाम लिया जा रहा है। इससे भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने श्री शुक्ला की हत्या की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है जो बिल्कुल उचित है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में जिस प्रकार की राजद की राजनीति हम देख रहे हैं, उसे लेकर राजद को जवाब देना होगा। बिहार के जाने माने दलित युवा नेता शक्ति कुमार मलिक की हत्या कर दी गई। वह पहले राजद के अनुसूचित जाति मोर्चा के महासचिव थे, कुछ दिन पहले ही उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। वह रानीगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। श्री मलिक की पत्नी ने आरोप लगाया कि राजद के बड़े नेता उगाही में पैसे मांग रहे थे, पर दलित नेता ने इनकार कर दिया था। उन्होंने श्री तेज प्रताप यादव एवं श्री तेजस्वी यादव का नाम लिया है। इसका जवाब कौन देगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के बारां में कुछ दिनों पहले नाबालिग लड़कियों से बलात्कार की घटना सामने आयी थी। छत्तीसगढ़ के एक नेता ने कहा कि यह छोटी घटना है। कांग्रेस के नेताओं के लिए बलात्कार भी छोटा बड़ा होने लगा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को जवाब देना चाहिए कि उनके नेताओं को राजनीतिक पर्यटन का शौक है तो वह श्री मनीष शुक्ला, श्री शक्ति मलिक और राजस्थान की लड़कियों के घर कब जाएंगे।
डॉ. पात्रा ने गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर को उद्धृत करते हुए कहा कि बंगाल में जितने कार्यकर्ता मारे जाएंगे, भाजपा उतनी ही शक्तिशाली होती जाएगी और इस अत्याचार का लोकतांत्रिक ढंग से जवाब दिया जाएगा।