नयी दिल्ली, 15 अप्रैल। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने सोशल मीडिया पर अपने नाम से जारी फर्जी पत्र की जांच कराने की मांग की है जिसमें वह अपने पार्टी नेतृत्व और लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत की संभावनााअें पर प्रश्न चिह्न खड़े करते दिख रहे हैं।
फर्जी पत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को संबोधित है जो पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चल रहा है।
चुनाव आयोग द्वारा जांच किए जाने की मांग करते हुए जोशी ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिखा है कि उन्होंने ऐसी कोई चिट्ठी जारी नहीं की।
जोशी ने कहा, ‘‘मीडिया के मेरे मित्रों ने मुझे फोन किया और बताया कि कल से ही मेरे द्वारा लालकृष्ण आडवाणी को लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर चल रहा है। मैंने इसकी विषय वस्तु पढ़ी है और उन्हें मैं इस पत्र के साथ भेज रहा हूं। मैंने आडवाणी जी को इस तरह का कोई पत्र नहीं भेजा है। कृपया मामले पर तुरंत गौर करें और पत्र के स्रोत का पता लगाएं जिसके माध्यम से यह सोशल मीडिया पर आया है।’’
पार्टी के संस्थापकों में शामिल जोशी और आडवाणी ने 2014 में क्रमश: कानपुर और गांधीनगर से लोकसभा चुनाव जीता था लेकिन इस बार उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं मिला।
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