बसपा सुप्रीमों मायावती दलितों के आंदोलन से उभरकर दौलत ( धन ) की बेटी बन गई है,आज पास में हैं अरबों- खरबों की सम्पत्ति attacknews.in

नयी दिल्ली 13 मई । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला करने की कड़ी आलोचना करते हुए आज कहा कि दलितों के आंदोलन से नेता बनकर उभरी सुश्री मायावती अब दौलत की बेटी बन चुकीं हैं और दलितों की पीड़ा से उन्हें कोई सरोकार नहीं रह गया है।

भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण एवं भाजपा के प्रवक्ता डॉ. बिजय सोनकर शास्त्री ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में मांग की कि सुश्री मायावती को दलित समाज और प्रधानमंत्री से माफी मांगें।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राजस्थान में एक दलित लड़की से बलात्कार की घटना का उल्लेख करते हुए कहा था कि उसके साथ पुलिस एवं सरकार का जो व्यवहार है, उसे देखते हुए सुश्री मायावती को चुप्पी तोड़नी चाहिए और राजस्थान की सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए। प्रधानमंत्री के इस राजनीतिक एवं सार्वजनिक बयान के जवाब में सुश्री मायावती का दलित बेटी के समर्थन में सामने आने की बजाय प्रधानमंत्री पर नितांत निजी हमला करना हैरान करने वाली बात है।

श्रीमती सीतारमण ने कहा कि ना केवल राजस्थान बल्कि पश्चिम बंगाल के दलितों के बारे में भी वह चुप रहीं। प्रधानमंत्री ने उनसे एक जायज़ राजनीतिक सवाल किया था लेकिन उन्होंने जिस प्रकार की बौखलाहट का परिचय दिया है उससे लगता है कि उन्हें पता चल गया है कि छह चरण के चुनाव के बाद गठबंधन हार चुका है।

उन्होंने कहा कि सुश्री मायावती को किसी भी पद का कोई आदर या सम्मान नहीं है।

डॉ. शास्त्री ने कहा कि छह चरण के चुनाव के बाद विपक्ष को पता चल गया है कि 2019 में श्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है और उनका खाता तक नहीं खुलने वाला है। इससे उनमें हताशा और निराशा छा गयी है और वे व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि सुश्री मायावती जिस प्रकार के आंदोलन से निकलीं हैं, डॉ. बी आर अंबेडकर एवं मान्यवर कांशीराम के मिशन से वह पूरी तरह से दूर हो चुकीं हैं। वह दलित की बेटी थीं लेकिन अब दौलत की बेटी बन चुकी हैं।

डॉ. शास्त्री ने आरोप लगाया कि सुश्री मायावती भी कांग्रेस के प्रथम परिवार के दामाद की भांति प्रतिवर्ष करोड़ों एवं अरबों की संपत्ति बढ़ा रहीं हैं। धन अर्जित करने का वाड्रा मॉडल का अनुसरण किया है। उन्होंने कहा कि वीएलए वेंचर्स, वीएलए वेंचर्स एलएलपी दो कंपनियां हैं जो एचएफसीएल की अानुषांगिक कंपनियां हैं। इनका काम किसी को पता नहीं है लेकिन चार साल में 2000 करोड़ रुपए कमाये हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि दो सरदार पटेल मार्ग स्थित संपत्ति को 2006 में दिल्ली एन्क्लेव प्राइवेट लिमिटेड से 17 करोड़ रुपए में खरीदा गया था और 2007 में रियल डेवेलपर्स को 60 करोड़ रुपए में बेच गया। वर्ष 2008 में उसे बसपा ने 68 करोड़ रुपए में खरीद लिया और 2009 में मैसर्स नवीन इंफ्रा डेवेलपमेंट एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड को 72 करोड़ रुपए में बेच दिया गया। यह कंपनी सुश्री मायावती के भाई आनंद की है। इसी प्रकार से 18 हेली रोड पर स्थित संपत्ति को 25 करोड़ रुपए में पार्श्वनाथ बिल्डर्स से खरीदा गया था जबकि उसका बाजार मूल्य बहुत अधिक था।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दलितों के नाम पर अचल संपत्ति की खरीद फरोख्त के गोरखधंधे से काले धन को सफेद बनाने का खेल चल रहा है। दलित समाज को इसका ज्ञान हो गया है और उसी वजह से उनका साथ छोड़ रहे हैं। दलित उत्थान की छाया अब समाप्त हो गयी है। इसीलिए दलितों की पीड़ा से उन्हें कोई सरोकार नहीं रह गया है। उन्हाेंने कहा कि सुश्री मायावती को दलितों के सरोकारों की अनदेखी करने के लिए दलित समाज और प्रधानमंत्री पर निजी हमला करने के लिए उनसे माफी मांगनी चाहिए।

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