जयपुर, 02 मार्च । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा है कि किसान नेता किसानों के नाम पर वर्षों से राजनीति करते आये हैं, लेकिन उनका कभी भला नहीं किया।
श्री नड्डा ने आज यहां भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान नेता किसानों को गुमराह करते आये हैं।
उन्होंने कभी किसानों का भला नहीं किया, किसानों का भला श्री मोदी ने किया है। पहले खाद के लिये किसानों पर लाठीचार्ज होता था। श्री मोदी के आने के बाद स्थिति बदली है और किसानों के लिये नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि जैसी योजनायें लागू की गयीं।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा इस मुद्दे पर वह किसी से भी बहस करने को तैयार हैं। कृषि सुधार कानून किसानों की तकदीर और तस्वीर बदल देंगे। इस बात की पूरी गारंटी है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ये कानून वैकल्पिक हैं। वह किसानों से किसी भी समय वार्तालाप के लिये तैयार हैं। वे जो बतायेंगे इन कानूनों में उसी के अनुरुप सुधार करेंगे।
श्री नड्डा ने कहा कि किसान अन्नदाता हैं, उन्हें मुख्यधारा में शामिल करना हमारा काम हैं, लेकिन राजनीतिक लोग इस पर राजनीति की रोटियां सेंकते हैं। उन्होंने कहा कि यह कैसी व्यवस्था है कि एक जिले का किसान दूसरे जिले में अपना उत्पाद नहीं बेच सकता। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पार्टी का संदेश घर घर जाकर लोगों तक पहुंचायें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी जो खेल में पाला बदलते ही रुख बदल लेती है। इसमें सुधार क्या करना हैं इस बारे में उन्हें कुछ पता नहीं। पंजाब में कांग्रेस ने ही कांट्रेक्ट खेती का कानून लागू किया था।
उन्होंने ही अपने घोषणा पत्र में ऐसे कानून लागू करने का वादा किया था। अब इस कानून का वे विरोध कर रहे हैं इसका मतलब है कि ‘तुम करो तो सच, हम करें तो झूठ।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच ऐसी है कि वे कुछ भी वायदा कर देते हें और करते कुछ भी नहीं है।
श्री नड्डा ने कहा कि राजस्थान में दलितों पर अत्याचार इतने बढ़ गये हैं इस मामले में यह देश में दूसरे नम्बर पर आ गया है। बेरोजगारी बढ़ रही है, राज्य सरकार रोजगार देने के मामले में जीरो है। दुष्कर्म के मामले में राजस्थान एक नम्बर पर पहुंच गया है। राजस्थान में तेजी से अपराध बढ़ रहे हैं।
उन्होंने पार्टीजनों से कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। हमें मंडल, बूथ और पन्ना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर तक इन तीनों बिंदुओं पर पार्टी को मजबूत करना होगा। क्योंकि यही हमारी ताकत है।
उन्होंने सूरत का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार देश में सर्वाधिक अंतर से जीता जबकि वहां पार्टी का कोई बड़ा नेता प्रचार करने नहींं गया। इसकी मुख्य वजह यही है कि वहां पार्टी का संगठन मंडल से लेकर पन्ना तक मजबूत है।
इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डा़ सतीश पूनिया ने बैठक में सम्बोधित करते हुए कहा कि पाटी सशक्त मंडल सशक्त बूथ और सशक्त पन्ना के संकल्प के साथ पार्टी का संगठन तैयार करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराध बेतहाशा बढ़ गये हैं। राजस्थान अपराधग्रस्त राज्य बन गया है। बेराेजगारी बढ़ गयी है। संविदाकर्मी आंदोलन कर रहे हैं क्याेंकि उन्हें नियमित करने का कांग्रेस ने वायदा किया था।
डा़ पूनिया ने कहा कि पार्टी कांग्रेस की नीतियों के विरोध में छह से 14 मार्च तक हल्ला बोल आंदोलन छेड़ेगी। धारा 144 और कोरोना के चलते पार्टी कांग्रेस के कुशासन का विरोध नहीं कर पाई अब राज्य सरकार के खिलाफ प्रचंड आंदोलन करेंगे।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और अन्य नेतागण मौजूद थे।