भोपाल, 19 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग की महिला एवं पूर्व मंत्री इमरतीदेवी के खिलाफ अपमानजनक बयान के विरोध में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेता मौन उपवास पर बैठे।
श्री चौहान ने यहां मिंटो हाल परिसर में दो घंटे का मौन उपवास किया । मिंटो हाल परिसर में उपवास में शामिल होने के लिए सुबह लगभग दस बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य सरकार के अनेक मंत्री और पदाधिकारी पहुंचें । इस अवसर पर अनेक महिला पदाधिकारी भी मौजूद रही ।
भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता भी राज्य में अन्य स्थानों पर मौन उपवास पर बैठे ।
श्री चौहान ने कहा कि श्री कमलनाथ अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के बावजूद उसे जायज ठहराने का प्रयास कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। हमारी संस्कृति नारियों के प्रति सम्मान और पूजने की है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री प्रायश्चित का भाव नहीं ला रहे हैं, इसलिए प्रायश्चित के स्वरूप उन्होंने दो घंटे का मौन उपवास प्रारंभ किया।
श्री कमलनाथ ने कल ग्वालियर जिले के डबरा में आयोजित चुनावी सभा में डबरा से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती इमरती देवी को आइटम कहा है। इसके बाद से ही भाजपा काफी हमलावर हो गयी ।
वहीं श्री कमलनाथ ने कल देर रात अपनी सफाई में दावा करते हुए कहा कि आइटम कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है।
वहीं श्रीमती इमरतीदेवी का भी मीडिया से चर्चा का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें श्रीमती इमरतीदेवी श्री कमलनाथ को लेकर काफी भला बुरा कहते हुए सुनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ पश्चिम बंगाल के हैं और वे महिलाओं के प्रति अक्सर सम्मानजनक भाव नहीं रखते हैं। इस वीडियो में श्रीमती इमरतीदेवी की आंखों में आंसू भी दिखायी दे रहे हैं।
विष्णुदत्त शर्मा ग्वालियर में और सिंधिया इंदौर में उपवास पर बैठे
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला नेता एवं मध्यप्रदेश की मंत्री श्रीमती इमरतीदेवी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा ‘आइटम’ बताए जाने के विरोध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ग्वालियर में और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में मौन उपवास पर बैठे।
ग्वालियर से मिले समाचार के अनुसार वहां के फूलबाग मैदान श्री शर्मा के साथ वरिष्ठ नेता प्रभात झा, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, सांसद श्रीमती रीति पाठक और प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर भी दो घंटे मौन उपवास पर बैठे। इस उपवास में शामिल होने के लिए ग्वालियर चंबल अंचल के नेता भी पहुंचे ।
शिवराज ने सोनिया से कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ द्वारा राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरतीदेवी को ‘आइटम’ बताए जाने संबंधी बयान के बाद आज कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से उनके खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया।
श्री चौहान ने यहां ऐतिहासिल मिंटो हॉल परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष दो घंटे के ‘मौन उपवास’ के बाद अपने संबोधन में यह बात कही।
उन्होंने श्री कमलनाथ के कृत्य को निर्लज्ज निरुपित करते हुए अनुसूचित जाति की एक महिला मंत्री का अपमान करने तथा उसके बावजूद अपने बयान को न्यायोचित ठहराने संबंधी प्रयास की जमकर आलोचना की।
श्री चौहान ने कहा कि श्री कमलनाथ ने सार्वजनिक मंच से एक नहीं, दो दो बार श्रीमती इमरतीदेवी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। और तो और देर रात आइटम शब्द को उचित बताने का प्रयास किया। इन सब बातों के मद्देनजर महिला, मां, बेटी और बहन होने के नाते श्रीमती गांधी को श्री कमलनाथ के बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
श्री चौहान ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में श्रीमती गांधी को एक पत्र भी लिखा हैं और उनके पत्र के जवाब का इंतजार भी वे करेंगे। वे श्रीमती गांधी से पूछना चाहते हैं कि क्या वे श्री कमलनाथ को पार्टी से हटाएंगी या उनके खिलाफ कुछ और कार्रवाई करेंगी। श्री कमलनाथ राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उनके नेतृत्व में विधानसभा उपचुनाव लड़ा जा रहा है। तो क्या उनका यह कृत्य जायज है ।
श्री चौहान ने कहा कि इन दिनों नवरात्र भी चल रहे हैं, जिसमें हम स्त्रियों की शक्ति के रूप में आराधना करते हैं। लेकिन इसी दौरान श्री कमलनाथ ने हमारी उस बहन का सार्वजनिक मंच से अपमान किया है, जो गरीब श्रमिक परिवार में जन्मीं और अपनी मेहनत की बदौलत राजनीति में आगे बढ़कर विधायक और फिर मंत्री के पद तक पहुंची।
श्री कमलनाथ ने कल ग्वालियर जिले के डबरा में चुनावी सभा के दौरान एक नहीं दो दो बार उनके संबंध में अमर्यादित टिप्पणी की। इन टिप्पणियों पर वहां मौजूद श्री कमलनाथ के समर्थक अट्टहास करते हुए नजर आए। इस तरह अनुसूचित जाति की महिला मंत्री के मान और सम्मान की धज्जियां उड़ायी गयीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इन सब बातों से बेहद व्यथित हैं और इसलिए उन्होंने प्रायश्चित स्वरूप दो घंटे का मौन उपवास महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष किया।
मायावती ने कहा ,कमलनाथ की टिप्पणी पर कांग्रेस आलाकमान माफी मांगे
लखनऊ से खबर है कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मध्यप्रदेश की महिला मंत्री पर उस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ की टिप्पणी पर गहरी आपत्ति दर्ज की और आज कांग्रेस आलाकमान से इसके लिये माफी मांगने को कहा ।
सुश्री मायावती ने आज ट्वीट कर इसे अति शर्मनाक, अमर्यादित और निंदनीय कहा । उन्होंने कहा कि इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा का मौन उपवास समझ से परे: दिग्विजय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं द्वारा किए गए मौन उपवास को लेकर आज कहा कि उनका मौन रखने का निर्णय उनकी समझ से परे है।
श्री सिंह ने अपने ट्वीट के जरिए कहा ‘कमलनाथ जी ने किस संदर्भ में इमरती देवी जी को “आइटम” कहा मैं नहीं जानता। लेकिन विरोध में भाजपा ने मौन रखने का निर्णय समझ से परे है। जब हाथरस में दलित युवती का बलात्कार हुआ तब भाजपा द्वारा एक शब्द इस घटना के ख़िलाफ़ में क्यों नहीं निकला। मामा मदारी का रोल ना करो नाटक नौटंकी बंद करो।’
इमरती देवी पर अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ सिंधिया का मौन प्रदर्शन
इंदौर में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला नेता एवं मंत्री इमरती देवी को लेकर की गई अशोभनिय टिप्पणी पर गरमायी सियासत के बीच भाजपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज यहां कांग्रेस के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
श्री सिंधिया ने यहां पुलिस मुख्यालय के सामने स्थित गांधी प्रतिमा पर स्थानीय भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ मौन धरना पर कुछ देर बैठे। इसके बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि श्री कमलनाथ ने श्रीमती इमरती देवी के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी करके न केवल समस्त महिलाओं को बल्कि अनुसूचित जाति वर्ग को भी अपमानित किया है।