इंदौर, 22 दिसंबर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य जे़ पी़ नड्डा ने ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ पर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से पूछा कि वह बतायें कि क्या उन्होंने इतिहास पढ़ा है।
भाजपा अध्यक्ष श्री नड्डा ने यहाँ पार्टी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ के खिलाफ लामबंदी कर रही कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाए और सवालिया लहजे में कहा कि मैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से तीन प्रश्न पूछना चाहता हूँ।
इसके बाद उन्होंने तीन प्रश्न दागते हुये कहा कि सबसे पहले श्री गांधी यह बताये कि क्या उन्होंने भारत के विभाजन का इतिहास पढ़ा है?
उन्होंने दूसरा प्रश्न में पूछा कि क्या कभी श्री गांधी बांग्लादेश, पाकिस्तान से आये शरणार्थियों के शिविर में गये हैं? उन्होंने इसी क्रम में तीसरा प्रश्न पूछा कि पिछले एक सप्ताह से देश में जारी आन्दोलन को रोकने के लिए क्या श्री गांधी ने कुछ कहा है?
उन्होंने कहा कि वह श्री गांधी से यह प्रश्न इसलिये पूछ रहे हैं कि मुझे नहीं लगता श्री गांधी के दिल में विभाजन का कोई दर्द है।
उन्होंने श्री गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि श्री गांधी केवल ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ के विषय में 10 लाइन जानकारी स्वरूप तथा दो लाइन अधिनियम से होने वाले नुकसान के बारे जाहिर कर दें।
श्री नड्डा ने कांग्रेस पर इस अधिनियम के माध्यम से कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने और हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस विषय को लेकर भले ही लोगों को गुमराह करती रहे, लेकिन भाजपा घर-घर पहुँचकर लोगों को इसके सच से अवगत करायेगी।
श्री नड्डा ने कहा कि, नागरिकता संशोधन कानून पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा है कि हम किसी की नागरिकता नहीं छीनेंगे, लेकिन जो बाहर से प्रताड़ित होकर, अपना सब कुछ खोकर आए हैं, उनको भी भारत में सम्मान से जीने का हक देंगे। कांग्रेस शुरू से वोटबैंक की राजनीति करती आई है और आज भी उसके लिए देश सर्वोपरि नहीं है। इसलिए कांग्रेस ने यह तय किया है कि हम एक समाज विशेष के लोगों को भड़काएंगे, गुमराह करेंगे और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकेंगे, तो हमने भी यह तय किया है कि हम लोगों को सच्चाई बताएंगे और इसके लिए करोड़ों परिवारों से संपर्क करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री नड्डा ने सिंधी, सिख सहित अन्य समाजों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, राहुल गांधी ने कभी देश के विभाजन का इतिहास पढ़ा है? क्योंकि उनके वक्तव्यों से नहीं लगता कि उनके मन में भारत माता के विभाजन का, अपना सब कुछ खोकर भारत आए लोगों की तकलीफों का कोई दर्द है। उन्होंने कहा कि क्या कभी राहुल गांधी पाकिस्तान या बांग्लादेश से आए शरणार्थियों के किसी कैंप में गए हैं? कभी उनके दर्द को महसूस करने की कोशिश की है? देश में एक हफ्ते से आंदोलन चल रहा है और जनता की संपत्ति का नुकसान हो रहा है। मैं राहुल और पूरी कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने इसकी निंदा की है? एक वक्तव्य भी दिया है? श्री नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी अगर सीएए के दो ऐसे प्रावधान बता दें, जिनसे देश का नुकसान होता हो, तो देश का बहुत भला हो जाएगा।
श्री नड्डा ने कहा कि देश में पिछले 50 सालों से नागरिकता संशोधन कानून की चर्चा होती रही, लेकिन कानून नहीं बन सका। इसे साकार किया मोदी जी की इच्छाशक्ति और अमित शाह जी की रणनीति ने। उन्होंने कहा कि इस कानून के पीछे इच्छाशक्ति भले ही मोदी जी की है, लेकिन उन्हें ये ताकत आपने दी है।
श्री नड्डा ने कहा कि मई के महीने में आपने मोदी जी को कमल का बटन दबाकर ताकत दी और अगस्त में कश्मीर से 370 हट गई, जिसके बारे में सिर्फ चर्चाएं होती थीं। मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से मुक्ति मिल गई। अब नागरिकता संशोधन कानून बना है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित हो रहे हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी आदि धर्मों के लोगों को भारत में सम्मान से जीने का हक देता है।