इंदौर, 10 दिसंबर ।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज दावा करते हुए कहा कि हनीट्रैप मामले में बड़े अधिकारी संलग्न हैं और यह गंभीर बात है।
राज्य के पूर्व मंत्री श्री विजयवर्गीय ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा कि इस संबंध में उन्हें जानकारी मिली है। यदि अधिकारी संलग्न हों और वे अपने आप को बचाने के लिए इस प्रकार के ‘धमाके’ करें, जिस प्रकार से इंदौर में किए हैं, तो वे इस धमाकों से बच नहीं पाएंगे।
श्री विजयवर्गीय ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी बेनकाब होंगे और यदि सरकार ने नहीं किया तो वे (श्री विजयवर्गीय) ऐसे अधिकारियों को बेनकाब करेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री इस मामले में राज्य के अधिकारियों के इशारे पर कार्य कर रहे हैं।
इंदौर में हाल ही में होटल और अखबार व्यवसाय से जुड़े कारोबारी जीतू सोनी और सहयोगियों के खिलाफ प्रशासन ने गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में कार्रवाई की है। उसके पुत्र और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जबकि जीतू सोनी फरार है। इस कार्रवाई के कुछ दिन पहले जीतू सोनी ने हनीट्रैप से संबंधित खबरें प्रकाशित की थीं।
एनआरसी मुद्दे पर विजयवर्गीय ने साधा ममता पर निशाना;
श्री विजयवर्गीय ने नागरिकता संशोधन बिल (एनआरसी) पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रुख को आड़े हाथों लिया है।
श्री विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे देश का संघीय ढांचा है, जिसमें राज्य सरकार की जिम्मेदारी राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार की जिम्मेदारी केंद्र सरकार निभाता है।
उन्होंने कहा कि ममताजी को संभवत: स्मरण नहीं है कि नागरिकता देना राज्य सरकार का विषय न होकर केंद्र सरकार का अधिकार क्षेत्र है।
पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी श्री विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि ममताजी कह रही हैं कि नागरिकता संशोधन बिल वे पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। लेकिन यह उनका एक अपरिपक्व बयान है।
उन्होंने दोहराया नागरिकता देना अथवा न देना पूरी तरह केंद्र सरकार का विषय है। लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास हो गया है।