भोपाल, 14 मार्च ।मध्यप्रदेश में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां राज्यपाल लालजी टंडन ने मुलाकात कर अनुरोध किया वे राज्य सरकार को बहुमत साबित (फ्लोर टेस्ट) करने के लिए निर्देश दें।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह प्रतिनिधिमंडल के रूप में राज्यपाल से मिला और एक पत्र उन्हें सौंपा।
मुलाकात के बाद श्री चौहान ने राजभवन के बाहर मीडिया से कहा कि राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि 16 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र से पहले ही विशेष सत्र बुलाकर बहुमत साबित करने के लिए राज्य की कमलनाथ सरकार से कहा जाए। श्री चौहान ने दावा करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में हैं और उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है, इसलिए वह तुरंत सदन में बहुमत साबित करे।
श्री चौहान ने कहा कि मौजूदा सरकार 22 विधायकों के त्यागपत्र के कारण बहुमत खो चुकी है। अब उसे सत्ता में बने रहने का नैतिक और संवैधानिक अधिकार नहीं है। एक विशेष सत्र, बजट सत्र (16 मार्च शुरू होने वाले) के पहले ही बुलाया जाए, जिसका विषय सिर्फ बहुमत साबित करने का हो।
राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि 22 विधायकों ने अपनी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इन सभी ने राष्ट्रीय मीडिया के समक्ष इस तथ्य की पुष्टि की है। इसमें कहा गया है कि कमलनाथ सरकार ने विधानसभा का विश्वास खो दिया है तथा अब उनके लिए राज्य में संवैधानिक तरीके से सरकार चलाना संभव नहीं है।