पताही (मुजफ्फरपुर), 30 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर अपना स्वार्थ सिद्ध करने तथा भ्रष्टाचार छिपाने के लिये केंद्र में कमजोर सरकार बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और साथ ही आगाह किया कि बिहार में विपक्षी महागठबंधन की ताकत बढ़ाने का मतलब है लूट-पाट, अपहरण और भ्रष्टाचार के दिन वापस लाना।
उन्होंने कहा, ‘‘ 2014 में जनता ने कांग्रेस को इतनी सीटें भी नहीं दी थीं कि कोई नेता विपक्ष बन पाए। जिनके नसीब में नेता विपक्ष का पद ही नहीं है वो प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं ।’’
मुजफ्फरपुर में पताही हवाई अड्डा मैदान में राजग की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के 4 चरणों का मतदान होने के बाद कुछ लोग चारों खाने चित्त हो चुके हैं। अब अगले चरणों में ये तय होना है कि इनकी हार कितनी बड़ी होगी और भाजपा राजग की जीत कितनी भव्य होगी ।
उन्होंने कहा कि हमने देश को लाल बत्ती की संस्कृति से बाहर निकाला है और गांव-गांव को एलईडी बल्ब की दूधिया बत्ती से रोशन कर दिया है। हम सबकी लाल बत्ती चली गई, लेकिन गरीब का घर बिजली से रोशन हो गया है ।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, हर घर को शौचालय योजना, गरीबों के उपचार के लिये आयुष्मान योजना, किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि जैसी योजनाओं का जिक्र किया और आने वाले समय में मजबूत सरकार के लिये आर्शीवाद मांगा ।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने बिहार की पहचान बदली थी, वह इस चुनाव में केंद्र में अपनी सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे, बल्कि किसी भी तरह से अपनी सदस्य संख्या बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘इसीलिये मैं सावधान कर रहा हूं कि उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है बिहार में लूट-पाट, अपहरण और भ्रष्टाचार के दिन वापस लाना । ’’
बिहार में राजग उम्मीदवारों के लिये समर्थन मांगते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी सहित राजग के हमारे नेताओं के प्रयत्नों से बिहार ने बड़ी मुश्किल से अपने पुराने दौर को पीछे छोड़ा है ।
विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि फिर से ये लोग बिहार में गिद्ध दृष्टि जमाए हैं । ये बिहार को जाति, समाज के आधार पर बांटकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि ये लोग :विपक्ष: अपने भ्रष्टाचार, काले कारनामों को छिपाना चाहते हैं। उनका लक्ष्य है कि दिल्ली में कमजोर सरकार बने ताकि ये फिर से मनमानी कर सकें ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान हमने चलाया है, उसकी रफ्तार धीमी नहीं पड़ेगी।
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो जेल में हैं या जेल के दरवाजे पर हैं। जो बेल पर हैं या बेल के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। वो सब केंद्र में एक मजबूत सरकार को एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं करना चाहते ।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनको गरीबों का लूटा हुआ एक-एक पैसा लौटाना ही पड़ेगा। जैसे हम मिशेल मामा को उठाकर लाएं हैं, उसी तरह इनके बाकी चाचाओं को भी भारत आना ही पड़ेगा ।
कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय को नजरंदाज करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महामिलावटी विपक्ष के पास राष्ट्रीय सुरक्षा की न तो कोई नीति है और न ही नीयत जबकि राजग सरकार का राष्ट्र रक्षा का मजबूत इरादा है और आतंक तथा हिंसा फैलाने वाली फैक्ट्री जहां भी होगी, हम घुसकर मारेंगे ।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आतंकवाद जब फलता फूलता है तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहता , चाहे वह किसी भी जाति या पंथ का क्यों न हो । कोई सोच सकता था कि आतंकवाद श्रीलंका में 300 लोगों को मार देगा ? ’’
उन्होंने कहा कि चाहे देश के भीतर हो या सीमा पार हो, आतंक और हिंसा फैलाने वाली फैक्ट्री जहां भी होगी, वह इस चौकीदार के निशाने पर है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ भारत को जहां से भी खतरा होगा, हम घर में घुसकर मारेंगे, यह तय है । देश की सुरक्षा को लेकर राजग की नीति स्पष्ट है।’’
कांग्रेस सहित विपक्ष दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि महामिलावट वालों के पास न नीति है, न ही नीयत। ये राष्ट्रीय सुरक्षा की बात करने से भी कतरा रहे हैं ।
मोदी ने कहा ‘‘याद करिये वे दिन, जब देश के बड़े-बड़े शहरों में, कभी ट्रेन में, कभी बाजार में, कभी रेलवे स्टेशन पर बम धमाके हुआ करते थे । याद करिए, बम धमाकों के बाद कांग्रेस और उनके साथी कैसे कमजोरों की तरह बर्ताव करते थे ।’’
उन्होंने कहा कि महामिलावट वालों का इतिहास ऐसा है कि ये आतंकवाद पर कुछ नहीं कह सकते, पाकिस्तान का नाम सुनकर इनके पैर कांपते हैं और यही कारण है कि एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से इनको एलर्जी है ।
बिहार में राजग उम्मीदवारों के लिये समर्थन मांगते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने बिहार की पहचान बदली थी, वो इस चुनाव में केंद्र में अपनी सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे, बल्कि वो किसी भी तरह से अपनी सदस्य संख्या बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं। उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है बिहार में लूट-पाट, अपहरण, भ्रष्टाचार के दिन वापस लाना ।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी सहित राजग के हमारे नेताओं के प्रयत्नों से बिहार ने बड़ी मुश्किल से अपने पुराने दौर को पीछे छोड़ा है । फिर से ये लोग बिहार में गिद्ध दृष्टि जमाए हैं और ये बिहार को जाति, समाज के आधार पर बांटकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि ये लोग अपने भ्रष्टाचार और काले कारनामों को छिपाना चाहते हैं। उनका लक्ष्य है कि दिल्ली में कमजोर सरकार बने ताकि ये फिर से मनमानी कर सकें ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये चाहें कितनी भी कोशिश कर लें, कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान हमने चलाया है, उसकी रफ्तार धीमी नहीं पड़ेगी। जो बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, फॉर्म हाउस खड़े हुए हैं, उसका भी हिसाब देना होगा ।
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो जेल में हैं या जेल के दरवाजे पर हैं, जो बेल पर हैं या बेल के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं वह सभी लोग केंद्र में एक मजबूत सरकार को एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं करना चाहते ।
उन्होंने कहा ‘‘इनको गरीबों का लूटा हुआ एक-एक पैसा लौटाना ही पड़ेगा। जैसे हम मिशेल मामा को उठाकर लाएं हैं, उसी तरह इनके बाकी चाचाओं को भी भारत आना ही पड़ेगा । ’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना की स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुये आज कहा कि पाकिस्तान का नाम सुनते ही जिस कांग्रेस सरकार के पैर कांपने लग जाते थे उसे आतंकवादियों के खिलाफ देश की सेना की एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से एलर्जी है।
श्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान का नाम सुनते ही कांग्रेस के पैर कांपने लगते थे। इनकी सरकार डोलने लग जाती थी। यही कारण है कि उरी और पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी में आतंवादी संगठनों के ठिकानों पर की गई वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के नाम पर इनको एलर्जी होती है और उनकी नींद हराम हो जाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस समेत सभी महामिलावटियों को चिंता है कि मोदी ने ऐसा कैसे कर दिया। यह सवाल इन महामिलावटियों को सोने नहीं देती है और इसलिए ये राष्ट्र की सुरक्षा की बात करने से भी कतराते हैं। उन्होंने कहा, “याद कीजिए वह दिन जब देश के बड़े-बड़े शहरों में कभी ट्रेन में, कभी बाजार में, कभी बस में, कभी मंदिर में और कभी रेलवे स्टेशन पर बम धमाके हुआ करते थे। उस दौर में कांग्रेस और उसके साथी कैसे कमजोरों की तरह बर्ताव किया करते थे।”
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