पटना 14 अप्रैल । बिहार में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जनता दल(यू) के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश में है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले चुनाव में हारी हुई आठ में से पांच किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, बांका और भागलपुर सीट पर जीत का परचम लहराने की जिम्मेदारी उसे सौंप दी है।
वर्ष 2014 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जबकि जद(यू) अपने दम पर अखाड़े में उतरा था। भाजपा 30 में से 22, लोजपा सात में से छह वहीं रालोसपा तीन की तीन सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वर्ष 2017 में बिहार की राजनीतिक फिजा बदली तो जद (यू) ने राजग में शामिल हो कर ‘घर वापसी’) कर ली। भाजपा ने इस बार के आम चुनाव में जद यू को उन आठ में से पांच सीटों की कमान सौंप दी, जिन पर पिछले चुनाव में वह हार गई थी। इन पांच सीटों में से एक पूर्णिया में हालांकि पिछले चुनाव में जद(यू) ने ही जीती थी। इन पांच सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होगा।
जद (यू ) ने किशनगंज सीट से मोहम्मद अशरफ को उम्मीदवार बनाया है, जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री मोहम्मद हुसैन आजाद के पुत्र और किशनगंज के निवर्तमान विधायक डॉ. मोहम्मद
जावेद से होगा। पिछले चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद असरारुल हक ने भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल को एक लाख 94 हजार 612 मतों के भारी अंतर पराजित किया था। दिसंबर 2018 में दिल का दौरान पड़ने से कांग्रेस के मोहम्मद असरारूल हक का निधन हो गया था।
कटिहार लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री दुलालचंद गोस्वामी को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे निवर्तमान सासंद तारिक अनवर से होगा। पिछले चुनाव में श्री अनवर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा के श्री निखिल कुमार चौधरी को एक लाख 14 हजार 740 मतों के अंतर से पराजित किया। इस सीट पर श्री चौधरी ने 1999, 2004 और 2009 में लगातार जीत दर्ज की थी।
बांका सीट पर की टिकट पर बेलहर विधानसभा से विधायक और पूर्व सांसद गिरधारी यादव चुनावी समर में हैं, जहां उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद जयप्रकाश नारायण यादव और पूर्व सासंद पुतुल कुमारी से है। भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल कुमारी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। पिछले चुनाव में राजद उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव ने भाजपा प्रत्याशी पुतुल कुमारी को 10144 मतों से पराजित किया था।
जद (यू) के टिकट पर भागलपुर से नाथनगर के विधायक अजय कुमार मंडल पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद शैलेष कुमार उर्फ बुलो मंडल से है। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता सैयद शाहनवाज हुसैन मैदान में थे। उन्हें राजद के बुलो मंडल ने रोमांचक मुकाबले में 9485 मतों से पराजित किया था। जद( यू) ने पिछले चुनाव में जीती हुई पूर्णिया सीट पर निवर्तमान सांसद संतोष कुमार
कुशवाहा पर फिर से भरोसा जताया है, जिनकी टक्कर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व सासंद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह से होगी। पिछले चुनाव में श्री कुशवाहा ने भाजपा के कद्दावर नेता उदय सिंह को एक लाख 16 हजार 669 मतों के अंतर से हराया था।
attacknews.in