नयी दिल्ली, 28 नवंबर । भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बृहस्पतिवार को कहा कि लोकसभा में उनकी विवादित टिप्पणी क्रांतिकारी उधम सिंह के अपमान के खिलाफ की गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है। ’’
उन्होंने अपनी टिप्पणियों के बचाव में ट्वीट किया। उनकी टिप्पणियां महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा के तौर पर देखी गई जिससे विवाद शुरू हो गया।
विवाद के बाद भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान संसदीय दल की बैठक में शामिल होने से रोक दिया और रक्षा मामलों की परामर्श समिति से भी हटा दिया।
भोपाल से सांसद ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘‘ कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बवंडर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने उधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।’’
इससे पहले, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा, लोकसभा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करती है, पार्टी ऐसे बयानों का कभी समर्थन नहीं करती ।
नड्डा ने इस विषय पर लोकसभा में बुधवार को की गयी प्रज्ञा ठाकुर की विवादास्पद टिप्पणी के बाद उत्पन्न राजनीति विवाद को शांत करने का प्रयास करते हुए पार्टी सांसद के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की घोषणा की।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा, ‘‘हमने निर्णय किया है कि ठाकुर संसद सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी ।’’
नड्डा ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मामलों की परामर्श समिति से भी हटाया जायेगा जिसमें उन्हें हाल ही में नियुक्त किया गया था।
गौरतलब है कि बुधवार को ठाकुर के बयान से उस समय विवाद उत्पन्न हो गया जब उन्होंने द्रमुक सदस्य ए राजा द्वारा नाथूराम गोडसे के अदालत के समक्ष महात्मा गांधी की हत्या के संबंध में दिये गए बयान के दौरान कुछ टिप्पणी की थी ।
विपक्षी सदस्यों ने ठाकुर के इस बयान का विरोध किया और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा था कि इस संबंध में केवल ए राजा का बयान रिकार्ड में जायेगा ।
नड्डा के साथ मौजूद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘‘ हमारा मत इस विषय पर स्पष्ट है और हम उनके (ठाकुर) बयान की निंदा करते है और ऐसी विचारधारा का समर्थन नहीं करते ।’’
प्रज्ञा ठाकुर पहले भी गोडसे को लेकर विवादित बयान दे चुकी हैं। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान उन्होंने गोडसे को देशभक्त बताया था।
उस बयान को लेकर प्रज्ञा ठाकुर को बाद में माफी मांगनी पड़ी थी।
यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके उस बयान की आलोचना की थी।
प्रज्ञा ठाकुर पर भाजपा ने की कार्रवाई, समिति से हटाया, संसदीय दल में पाबंदी:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा में कल भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गये कथित बयान की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति से हटाने और भाजपा संसदीय दल की बैठक में संसद के इस सत्र में नहीं आने देने का निर्णय लिया है।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज यहां कहा कि भाजपा ऐसे बयान और ऐसी विचारधारा का कभी भी समर्थन नहीं कर सकती है। हम इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति से हटा दिया गया है और संसद के इस सत्र में उन्हें भाजपा के संसदीय दल की बैठक में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी।
लोकसभा में कल के उनके इस बयान को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने तुरंत ही इसे कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाने को कह दिया था। आज भी सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्ष ने इस मुद्दे पर हंगामा किया और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सदन से बहिर्गमन किया।
कांग्रेस के अधीर रंजन चाैधरी ने कहा कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक पार्टी को आतंकवादी पार्टी कहा था जबकि उस पार्टी से हजारों नेताओं ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था। यह क्या हो रहा है? क्या सदन इस पर चुप रहेगा? महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहा जा रहा है।
इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर कोई नाथूराम गोडसे को देशभक्त मानता है तो हमारी पार्टी इसकी निंदा करती है। महात्मा गांधी हमारे लिए आदर्श हैं। वह हमारे मार्गदर्शक थे और आगे भी रहेंगे।
प्रज्ञा की टिप्पणी पर लोकसभा में हंगामा, कांग्रेस समेत विपक्ष का बहिर्गमन:
भारतीय जनता पार्टी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताये जाने के खिलाफ लोकसभा में गुरुवार को विपक्ष ने हंगामा किया और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सदन से बहिर्गमन किया।
सदन की कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एमआईएम) के सदस्यों ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर हंगामा शुरू कर दिया।