भोपाल, 26 अगस्त । मध्यप्रदेश की भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की ओर से आज भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेताओं को दी जा रही श्रद्धांजलि कार्यक्रम में दिए एक विवादित बयान के बाद एक बार फिर से पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा हो गई हैं।
सुश्री ठाकुर आज पार्टी के दो दिवंगत नेताओं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहीं थीं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ दिन पहले किसी ने विपक्ष के प्रति आगाह किया था और अब पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं के असमय निधन से उन्हें लगने लगा है कि उन्हें क्यों विपक्ष के प्रति आगाह किया गया था।
सुश्री ठाकुर के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद पैदा हो गया है। हालांकि पार्टी के कई नेताओं ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया है। कार्यक्रम में मौजूद पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि सुश्री ठाकुर के इस बयान को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।
सुश्री ठाकुर इसके पहले भी अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहीं हैं। उनके नाथू राम गोडसे पर दिए विवादित बयान के बाद स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताई थी।
यह कहा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने:
भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार को कहा कि विपक्ष भाजपा नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘मारक शक्ति’ (हत्या शक्ति) का इस्तेमाल कर रहा है और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और सुषमा स्वराज की हाल ही में हुई मौतों के पीछे यही कारण रहा है ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का 24 अगस्त और स्वराज का 6 अगस्त को निधन हो गया।
उन्होंने कहा, ‘जब मैं (लोकसभा) चुनाव लड़ रही थी, तब एक महाराज जी ने मुझसे कहा था कि बुरा समय हम पर हैं और विपक्ष भाजपा के खिलाफ कुछ ‘मारक शक्ति’ का इस्तेमाल कर रहा है। मैं बाद में भूल गयी कि उन्होंने क्या कहा, लेकिन अब जब मैं देख रही हूँ कि हमारे शीर्ष नेता एक-एक करके हमें छोड़ रहेे हैं, तो मुझे सोचने के लिए मजबूर होना पड़ा है, क्या महाराज जी सही नहीं थे?’
वे जेटली और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय में शोक सभा को संबोधित कर रहे थी जिनका 20 अगस्त को निधन हो गया ।
प्रज्ञा ने कहा कि वह भूल गई थी कि महाराज ने उसे क्या कहा था क्योंकि वह भीड़ में थी और आगे बढ़ रही थी।
लेकिन अब, जब मैं अपने शीर्ष नेताओं सुषमा जी, बाबूलाल जी, जेटली जी को दर्द से गुजरने के बाद एक-एक करके हमें छोड़कर जाते हुुुए देख रही हूं, तो मुझे सोचने के लिए मजबूर होना पड़ता है, क्या यह (महाराज ने क्या कहा) सही नहीं है? यह सच है कि हमारा नेतृत्व हमें असामयिक छोड़ रहा है.’
भाजपा सांसद को विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाना जाता है ।
पत्रकारों द्वारा उनकी टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से इंकार कर दिया।
भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को हराने वाले प्रज्ञा ने ऐसे कई विवादास्पद बयान दिए हैं और उनमें से कुछ के लिए माफी मांगनी पड़ी।
भाजपा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।