भोपाल, 08 जून । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के भोपाल मंडल कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी (सहायक ग्रेड 1) किशोर मीना के खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने के मामले में अपराध दर्ज कर आज 13 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई प्रारंभ की।
सीबीआई की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार आरोपी कर्मचारी के खिलाफ दिसंबर 2016 से 29 मई 2021 की अवधि के दौरान 2,93,03,396 रुपयों की अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोपों के संबंध में अपराध दर्ज किया गया है।
इसके साथ ही भोपाल, विदिशा, खंडवा, झाबुआ, नरसिंहपुर, जबलपुर, नांदेड़ और जलगांव में स्थित 13 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई एकसाथ प्रारंभ की गयी। ये ठिकाने ठेकेदारों और निजी लोगों से संबंधित हैं, हालाकि शाम तक यह साफ नहीं हो पाया कि छापों के दौरान क्या मिला।
सीबीआई की ओर से बताया गया है कि हाल ही में भोपाल में दिल्ली की एक कंपनी से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में भारतीय खाद्य निगम के चार अधिकारियों कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कर्मचारी किशोर मीना भी शामिल है।
तब इन कर्मचारियों के आवास पर की गयी जांच में मीना के निवास से तीन करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि नगद मिली थी।
इसी मामले की जांच आगे की जा रही है।
उस समय छापे के दौरान तीन करोड़ रुपयों से अधिक के अलावा रुपयों के लेनदेन संबंधी दस्तावेज, नोट गिनने की मशीन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले भी सीबीआई को मिले थे।
तब किशोर मीना के अलावा एफसीआई भोपाल के तीन अधिकारियों हरीश हिनोनिया, अरुण श्रीवास्तव और मोहन परते को गिरफ्तार किया गया था।
तीनों अधिकारी न्यायिक हिरासत में जेल में हैं, जबकि किशोर मीना सीबीआई की हिरासत (रिमांड) में है।
उससे पूछताछ की जा रही है।
किशोर मीना की रिमांड अवधि समाप्त होने पर आज उसे यहां सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां पर उसकी रिमांड अवधि दस जून तक बढ़ा दी गयी।