अलवर, 11 फरवरी। कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरा बने राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा और तीनों कानून वापस नहीं होंगे जब तक किसानों की घर वापसी नहीं होगी।
श्री टिकैत ने आज अलवर जिले के किशनगढ़बास में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी तीनों कानूनों को वापस ले। इन कानूनों को तानाशाही के जरिये लागू किया गया है। किसानों की फसलें आधे दाम में बिक रही है। यही काला क़ानून है। इससे ज्यादा खतरनाक स्थिति उपभोक्ता की होगी। जब अनाज, सब्जी, दालें ताले में बंद हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी पर गारंटी कानून बना दे कि अगर कोई व्यापारी सरकारी खरीद से कम पर खरीदे तो उसे जेल होगी।
दुनिया से कटा हुआ है गुजरात, उसे आजाद कराना है-टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने अप्रत्यक्ष रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा की गुजरात दुनिया से कटा हुआ है, उसे भी आजाद कराना है।
श्री टिकेत ने आज अलवर जिले के झालाटाला में आयोजित किसान सम्मेलन में कहा सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्थान के बाद अगली पंचायत गुजरात में होगी। वहाँ के लोग दहशत में हैं। पूरी तरह बंधन में है। गुजरात को आजाद कराना है। वहां के किसानों और वहां की अवाम दहशत में है वहां कोई किसी से बोल नहीं सकता और न ही कोई उनसे बात कर सकता है। वहां के किसान अगर ट्रेन में बैठ कर दिल्ली आंदोलन में शरीक होने आए तो रास्ते में ही पुलिस का डर दिखाकर रोक दिया जाता है। इसलिए वहां के लोग पूरी तरह डरे हुए हैं।
मोदी और भाजपा 130 करोड भारतवासियो को धोखा दे रहे : शेर सिंह राणा
इटावा( उत्तरप्रदेश) से खबर है कि, पूर्व दस्यु सुंदरी तथा समाजवादी पार्टी की सांसद फूलन देवी के हत्यारे लेकिन अब राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संयोजक शेर सिंह राणा का दावा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी 130 करोड भारतवासियो को बहुत बडा धोखा दे रहे है ।
इटावा मे अपने संगठन का प्रचार प्रसार करने के लिए आये शेर सिंह राणा ने पत्रकारो से वार्ता मे कहा कि उनका दल प्रदर्शनकारी किसानो के पक्ष मे खडा हुआ है और किसान नेता राकेश टिकैत का समर्थन कर रहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडानी अंबानी जैसे उधोगपतियो को खुश करने के लिए किसानो के खिलाफ कृषि कानून बनाये है1 तभी बडी तादात मे किसान विरोध करने पर अमादा है।