नईदिल्ली 6 मार्च। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 12,636 करोड़ के घोटाले की जांच के सिलसिले में एक और गिरफ्तारी हुई है. सीबीआई ने मंगलवार को गीताजंलि ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट (बैंकिंग ऑपरेशंस) विपुल चितालिया को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तारी के बाद विपुल चितालिया को स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में सीबीआई ने चितालिया को पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड बताया. सीबीआई ने चितालिया को पीएनबी फ्रॉड का मास्टरमाइंड बताया है. फिलहाल कोर्ट ने चितालिया को 17 मार्च तक सीबीआई रिमांड में भेज दिया है.
देश के इतिहास में हुए इस सबसे बड़े बैंक लोन फ्रॉड केस में CBI ने भी मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए गीतांजलि ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट विपुल चितालिया को पहले मुंबई एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया. सीबीआई ने चितालिया से घंटों पूछताछ की, बाद में गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, “चितालिया के बैंकॉक से लौटने के बाद सीबीआई ने उसे मुंबई एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.”
बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी पर पीएनबी के साथ 12,700 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड का आरोप है. इसी घोटाले में अतिरिक्त 1,300 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का 26 फरवरी को खुलासा हुआ था.
सीबीआई ने 14 फरवरी को नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी, मेहुल चौकसी और उनकी कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलार डायमंड के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की थी. मोदी, उनका परिवार और चौकसी जनवरी के पहले सप्ताह में ही देश छोड़कर फरार हो गए थे.
सीबीआई ने चौकसी के गीतांजलि समूह के खिलाफ 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर 15 फरवरी को दूसरी एफआईआर दर्ज की थी.
उधर, पंजाब नैशनल बैंक के साथ 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन फ्रॉड केस की जांच का दायरा अब दूसरे बैंकों की तरफ भी बढ़ता दिख रहा है. इस मामले में गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) ने अब ICICI बैंक की चंदा कोचर और एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा को पूछताछ के लिए तलब किया है. ये दोनों ही टॉप बैंक अधिकारी उस कंसोर्टियम की सदस्य थीं, जिन्होंने नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी की कंपनी गितांजलि ग्रुप के लिए 3280 करोड़ रुपये के बैंक लोन की मंजूरी दी थी.attacknews.in