बदायूं में महिला के साथ दरिंदगी की घटना में दो गिरफ्तार,थानाध्यक्ष निलंबित
बदायूँ/लखनऊ 06 जनवरी । उत्तर प्रदेश में बदायूं के उघैती क्षेत्र में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और दरिंदगी के साथ की गयी हत्या के इस मामले में मंदिर के महंत समेत तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज किया है,पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि उघैती क्षेत्रान्तर्गत एक 50 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु के सन्दर्भ में धारा 376डी/302 भादवि के अन्तर्गत मुकदमा कायम किया गया था। इस क्रम में प्रारम्भिक जाँच में लापरवाही में दोषी पाये जाने पर तत्कालीन थाना प्रभारी को निलम्बित किया जा रहा है।
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बुधवार को बताया कि गत रविवार को उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में मंदिर गयी 50 वर्षीय एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन ने मंदिर के महंत सत्य नारायण और उसके दो साथियों पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया है। इस आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनमें से वेद राम और जसपाल को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी महंत फरार है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की चार टीम गठित की गई है।
इस बीच, सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की वारदात को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर मामले की जांच में स्पेशल टास्क फोर्स की भी मदद ली जाए, साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर वहां के थाना प्रभारी को निलम्बित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला से बलात्कार की पुष्टि हुई है और उसके गुप्तांग में चोट तथा पैर में फ्रैक्चर पाए गए हैं।
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यशपाल सिंह का कहना है कि महिला की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से हुई है।
घटना को निर्भया कांड जैसा बताया जा रहा है। इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर मेडिकल विशेषज्ञों से राय ली जा रही है, उससे पहले इसे किसी भी घटना से जोड़ना गलत होगा।
इस बीच, जिलाधिकारी कुमार प्रशांत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पीड़ित परिवार से उनके गांव जाकर मुलाकात की।
जिलाधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “महिला आंगनवाड़ी सहायिका थी। उसके परिवार को हम हरसंभव मदद देंगे। हम परिवार की सुरक्षा पर ध्यान दे रहे हैं।’’
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा:
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 वर्षीय एक महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई।वारदात के बाद महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें थीं, वहीं किसी वजनदार चीज से हमला करने का भी जिक्र है. पुलिस ने बताया है कि मामले में 2 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है. मामले का संज्ञान राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी लिया है।
यह सनसनीखेज वारदात उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव की है. यहां गांव की एक महिला 3 जनवरी की शाम पास के गांव स्थित एक मंदिर में गई थी. इसके बाद वो लौट कर नहीं आई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि रात करीब 12 बजे एक कार सवार और दो अन्य शख्स महिला को लहूलुहान हालात में छोड़कर भाग गए। महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता हुआ देखा था। बताया जा रहा है कि इससे पहले आरोपी महिला को अपनी गाड़ी से इलाज के लिए चंदौसी भी ले गए।
वारदात के 18 घंटे बाद, सोमवार दोपहर को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया है, जिससे गंभीर चोटें आई है. महिला की पसली और पैर तोड़ दिए गए. फेफड़ों पर भी वजनदार चीज से हमला किया गया है।
गैंगरेप को थाना प्रभारी ने कुएं में गिरना बता दिया:
परिजनों ने गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उघैती के थाना अध्यक्ष रावेंद्र प्रताप सिंह शिकायत के बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे।
परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी, मगर थाना अध्यक्ष ने इसे कुएं में गिरकर मौत का हादसा बताया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम में ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया. अब एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले थाना अध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई गई हैं. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपी महंत समेत उसके एक साथी और ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है, वहीं एक आरोपी फरार बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक एक पुजारी समेत तीन लोगों पर इसका आरोप लगा है. पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मामला रविवार की देर शाम का है।
सोमवार की सुबह महिला के घर से ली गई तस्वीरों में दिख रहा है कि एक खाट पर शव पड़ा है और परिवार के सदस्यों समेत अन्य ग्रामीण उसे घेऱे हुए हैं. लाश एक पीली चादर से ढकी हुई है, जो खून से लथपथ दिखाई देती है. लाश का एक पैर टूटा हुआ है जो झुका हुआ दिखाई दे रहा है।
मृतक महिला के बेटे ने स्थानीय मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “वे लोग इन्हें (महिला को) अपनी गाड़ी में लाकर यहां छोड़ गए. यहां पहुंचने तक वह मर चुकी थीं।पुजारी और अन्य लोगों ने उन्हें दरवाजे पर गिरा दिया और जल्दी से छोड़कर भाग गए।”
महिला के बेटे ने स्थानीय मीडिया से कहा, “मेरी मां रोज पूजा करने के लिए वहां जाती थी. रविवार को वो शाम पांच बजे के करीब पूजा करने गई थीं. वे लोग उन्हें रात के 11.30 बजे के करीब फेंक गए.”
बदायूं पुलिस के एक ट्वीट में कहा गया है कि मामले में गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है और दो गिरफ्तारियां की गई हैं।
बदायूं पुलिस के प्रमुख संकल्प शर्मा ने भी दो गिरफ्तारियों की पुष्टि की हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही के लिए स्थानीय पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
बदायूं के पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा, “प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि स्थानीय थाना प्रभारी ने मामले को संभालने में लापरवाही की है. मैंने उनके निलंबन का आदेश दिया है.”
सोमवार को आरोपी महंत का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने दावा किया है कि महिला मंदिर के पास एक कुएं में गिर गई थी।
वीडियो में उसने दावा किया, “मैंने दो लोगों को उसे कुएं से निकालने के लिए बुलाया था. हमलोगों ने मिलकर उसे कुएं से निकाला था. जब हमने उसे घर पर छोड़ा था, तब वह जिंदा थी.” हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किसने इस वीडियो को बनाया है और कहां बनाया है?
बदायूं की घटना के अभियुक्तों पर हो सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की घटना काे गंभीरता से लेते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने एसटीएफ को इस घटना की विवेचना में सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया है।
बदायूं घटना के हैवानों को मिले कड़ी सजा: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना की निंदा करते हुये दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
सुश्री मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया “ उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले और दोषियों को सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो, बीएसपी की यह माँग।”
विपक्ष ने सरकार को घेरा
विपक्षी दलों ने इस घटना को ‘निर्भया कांड’ से जोड़ते हुए प्रदेश सरकार को घेरा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है।
इस बीच, यह मुद्दा राजनीतिक रंग लेने लगा है।
प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट में कहा, “यूपी के बदायूं में पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ सामूहिक बलात्कार और फिर उसके बाद उसकी निर्मम हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार कर दिया है।”
पार्टी ने ट्वीट में कहा, ” डूब मरें सत्ताधीश, जो महिला सुरक्षा के सिर्फ झूठे दावे करते हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिला कर न्याय किया जाए।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना की हाथरस कांड से तुलना करते हुए सरकार को घेरा और ट्वीट किया, “हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी। सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया। बदायूं में थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया।महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट है।”
वारदात की शिकार हुई महिला के बेटे ने बताया कि उसकी मां पिछले रविवार की शाम गांव के ही मंदिर में पूजा करने गई थी। रात करीब 11 बजे मंदिर का महंत दो अन्य लोगों के साथ उसके घर आया और उसकी मां का शव रख दिया।
लड़के के मुताबिक घर के लोग महंत सत्य नारायण और उसके साथ आए लोगों से कुछ पूछ पाते, उससे पहले ही वे यह कहकर चले गए कि मन्दिर से घर लौटते समय महिला रास्ते में स्थित एक सूखे कुएं में गिर गई थी। उसकी चीख-पुकार सुनकर उन्होंने उसे कुएं से बाहर निकाला और उसे घर लेकर आए हैं।
लड़के का कहना है कि पुलिस को घटना की सूचना सोमवार की सुबह दी गयी थी।