नयी दिल्ली/ सिडनी/ दुबई , 10 जनवरी । भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अधिकारी ने आरोप लगाया है कि भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को रविवार को तीसरे टेस्ट के दौरान आस्ट्रेलियाई दर्शकों के एक समूह ने नस्ली टिप्पणियां करते हुए ‘ब्राउन डॉग’ और ‘बिग मंकी’ कहा। इन दर्शकों को बाद में सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) से बाहर कर दिया गया।
सिराज और टीम के उनके सीनियर साथी जसप्रीत बुमराह को शनिवार को भी नस्ली टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था जिसकी शिकायत भारतीय टीम प्रबंधन ने औपचारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मैच रैफरी डेविड बून से की थी।
बीसीसीआई सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘सिराज को ‘ब्राउन डॉग’ और ‘बिग मंकी’ कहा गया जो दोनों नस्ली टिप्पणी हैं। मैदानी अंपायरों को तुरंत इस मामले की जानकारी दी गई। वे बुमराह को भी लगातार अपशब्द कह रहे थे।’’
रविवार को आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 86वें ओवर के दौरान सिराज को बाउंड्री से आकर स्क्वायर लेग अंपायर से बात करते देखा गया जिसके बाद गेंदबाजी छोर के अंपायर और बाकी सीनियर खिलाड़ी भी वहां आकर चर्चा करने लगे।
खेल लगभग 10 मिनट रुका रहा जिसके बाद स्टेडियम के सुरक्षाकर्मी और न्यू साउथ वेल्स पुलिस के कर्मचारी संबंधित स्टैंड में गए जहां से अपशब्द कहे जा रहे थे।
समीप के क्षेत्र में बैठे लोगों से बात करने के बाद पुलिस ने छह समर्थकों को स्टेडियम से बाहर निकाल दिया और अब ये न्यू साउथ वेल्स पुलिस की हिरासत में हैं।
पता चला है कि शनिवार को भारतीय टीम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मैच अधिकारियों को दर्शकों के दुर्व्यवहार के बारे में बताया था लेकिन तब तक वे स्टेडियम से जा चुके थे।
सूत्र ने कहा, ‘‘असल में खिलाड़ी मैच के दौरान अपना ध्यान नहीं भटकाना चाहते थे और फैसला किया गया कि दिन का खेल खत्म होने के बाद इस मामले की शिकायत की जाएगी। हालांकि अंपायरों ने हमें कहा कि जब भी इस तरह की कोई चीज हो तो खिलाड़ी तुरंत इसकी जानकारी दें।’’
क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है और मेहमान टीम से माफी भी मांगी है।
भारतीय खिलाड़ियों ने दर्शकों के खराब बर्ताव की शिकायत की, सीए ने माफी मांगी
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन रविवार को कुछ मिनट के लिए खेल रुका जब मेहमान टीम के खिलाड़ियों ने यहां सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर दर्शकों द्वारा अपशब्दों की शिकायत की।
मेजबान बोर्ड क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने इसके बाद माफी मांगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया।
इससे पहले कल भी एससीजी पर नशे में धुत्त एक दर्शक ने कथित तौर पर भारतीय खिलाड़ियों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर नस्ली टिप्पणी की थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इसकी शिकायत की है।
सीए के इंटिग्रिटी एवं सुरक्षा प्रमुख सीन केरोल ने कहा, ‘‘क्रिकेट आस्ट्रेलिया हर तरह के भेदभावपूर्ण व्यवहार की कड़ी निंदा करता है।’’
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार सुरक्षाकर्मियों ने छह लोगों को मैदान से बाहर निकाला जबकि इस दौरान लगभग दस मिनट तक खेल रुका रहा।
केरोल ने कहा, ‘‘श्रृंखला का मेजबान होने के नाते हम भारतीय क्रिकेट टीम में अपने मित्रों से माफी मांगते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’
रविवार को चौथे दिन के दूसरे सत्र के दौरान भारतीय खिलाड़ी मैदान के बीच एकत्रित हो गए जब स्क्वायर लेग बाउंड्री पर खड़े सिराज ने अपशब्द कहे जाने की शिकायत की। इससे पहले सिराज के ओवर में कैमरन ग्रीन ने लगातार दो छक्के जड़े थे।
इसके बाद सुरक्षाकर्मी दर्शक दीर्घा में गए और अपशब्द कहने वाले व्यक्ति को ढूंढने लगे और फिर दर्शकों के एक समूह को स्टैंड से जाने को कहा गया।
केरोल ने कहा, ‘‘अगर आप नस्ली अपशब्द का इस्तेमाल करते हो तो आस्ट्रेलियाई क्रिकेट में आपका स्वागत नहीं है। सीए को शनिवार को सिडनी क्रिकेट मैदान पर की गई शिकायत के मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की जांच के नतीजे का इंतजार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिम्मेदार लोगों की पहचान होने के बाद सीए अपनी उत्पीड़न रोधी संहिता के तहत कड़े कदम उठाएगा जिसमें लंबे प्रतिबंध और न्यू साउथ वेल्स पुलिस के पास मामला भेजना भी शामिल है।’’
अंपायरों को भी इस दौरान खिलाड़ियों से बात करते देखा गया। खिलाड़ियों की तरफ हालांकि कोई चीज नहीं फेंकी गई।
न्यू साउथ वेल्स स्थल की मुख्य कार्यकारी केरी माथेर ने कहा कि जिम्मेदार लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। अगर इससे जुड़े लोगों की पहचान होती है तो उन्हें हमारे कानून के तहत सिडनी क्रिकेट ग्रांउड और न्यू साउथ वेल्स के अंतर्गत आने वाले सभी स्थलों से प्रतिबंधित किया जाएगा।’’
भारतीय अपने खिलाड़ियों के साथ हुई इस घटना से नाराज थे और दर्शकों को स्टैंड से बाहर किए जाने के बाद मामला शांत हुआ।
पता चला है कि भारतीय टीम के साथ पहली बार दौरे पर आए सिराज अपने कप्तान अजिंक्य रहाणे और मैदानी अंपायरों के पास पहुंचे और अपने साथ जो हुआ उसकी शिकायत की। शनिवार को भी इसी स्थान पर क्षेत्ररक्षण करते हुए सिराज को अपशब्दों का सामना करना पड़ा था।
रहाणे को इसके बाद सिराज के कंधे पर हाथ रखकर स्टैंड पर एक समूह की ओर इशारा करते देखा गया जबकि इस दौरान वह अंपायरों से बात कर रहे थे और सुरक्षाकर्मी भी इस दौरान अपने काम में लग गए।
मैच के तीसरे दिन नशे में धुत्त एक दर्शक ने कथित तौर पर सिराज को ‘बंदर’ कहा था जिससे 2007-2008 श्रृंखला के कुख्यात ‘मंकीगेट’ प्रकरण की यादें ताजा हो गई थी।
मंकीगेट प्रकरण भी सिडनी टेस्ट के दौरान हुआ था जब एंड्रयू साइमंड्स ने दावा किया था कि हरभजन सिंह ने कई बार उनके प्रति नस्ली टिप्पणी की। भारतीय आफ स्पिनर को हालांकि सुनवाई के दौरान इस मामले में पाक साफ करार दिया गया।
आईसीसी ने सिडनी टेस्ट में नस्लवाद की आलोचना की, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रविवार को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान दर्शकों द्वारा भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ नस्ली दुर्व्यवहार की घटनाओं की निंदा की और मेजबान देश के क्रिकेट बोर्ड से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी।
रविवार को चौथे दिन के दूसरे सत्र के दौरान भारतीय खिलाड़ी मैदान के बीच में एकत्रित हो गए जब स्क्वायर लेग बाउंड्री पर खड़े सिराज ने अपशब्द कहे जाने की शिकायत की।
इसके बाद सुरक्षाकर्मी दर्शक दीर्घा में गए और अपशब्द कहने वाले व्यक्ति को ढूंढने लगे और फिर दर्शकों के एक समूह को स्टैंड से जाने को कहा गया। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने इस पर माफी मांगी।
आईसीसी से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद सिडनी क्रिकेट मैदान में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान नस्लवाद की घटनाओं की कड़ी निंदा करता है और इसकी जांच में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सभी आवश्यक समर्थन देने की पेशकश करता है।’’
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने इस बात को दोहराया कि आईसीसी किसी भी तरह के भेदभाव के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे खेल में भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है और हम अविश्वसनीय रूप से निराश हैं कि प्रशंसकों का एक छोटा समूह ऐसा सोचता है कि यह घृणित व्यवहार स्वीकार्य है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास एक व्यापक भेदभाव-रोधी नीति है, जिसका सदस्यों को पालन करने के साथ यह भी सुनिश्चित करना है कि प्रशंसकों द्वारा इसका पालन किया जाए । हम मैदान के अधिकारियों और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा की गई कार्रवाई का स्वागत करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और संबंधित अधिकारियों को मामले की किसी भी जांच में अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करेंगे क्योंकि हम अपने खेल में किसी भी नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
रविवार की हुई इस घटना से पहले मैच के तीसरे दिन शनिवार को नशे में धुत एक दर्शक ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर नस्ली टिप्पणी की थी।
आईसीसी की भेदभाव-रोधी नीति के तहत, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को अब ‘इस मुद्दे की जांच कर आईसीसी को एक रिपोर्ट सौंपनी होगी जिसमें यह सुनिश्चित किया गया हो कि इस मामाले में कार्रवाई कर उसे उचित तरीके से निपटाया गया है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र के मुताबिक सिराज को एक दर्शक ने कथित तौर पर ‘मंकी’ और ‘ब्राउन डॉग’ कह कर संबोधित किया। इससे 2007-08 में भारतीय टीम के आस्ट्रेलिया दौरे के ‘मंकीगेट’ प्रकरण की याद ताजा हो गयी।