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असदुद्दीन ओवैसी

भगवाधारी हुए असदुद्दीन ओवैसी, भगवा पगड़ी पहनकर मांगें वोट Attack News

बेंगलुरू 9 मई। एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी आज पहली बार भगवा रंग की पगड़ी पहने हुए नजर आए हैं। दरअसल ओवैसी ने यह पगड़ी कर्नाटक चुनाव में प्रचार के दौरान पहनी थी।

आपको बता दें कि अक्‍सर सार्वजानिक रैलियों के दौरान ओवैसी को शेरवानी और सिर पर टोपी पहने हुए देखा जाता है, लेकिन इस बार वह काफी बदले हुए अंदाज में नजर आए। बता दें कि ओवैसी अक्‍सर भगवा रंग के खिलाफ बोलते आए ।

कर्नाटक के सियासी रण में ओवैसी ने भगवा रंग की पगड़ी पहनकर चुनावी रैली को संबोधित किया। आवैसी ने यहां जेडीएस उम्‍मीदवार के समर्थन में वोट मांगे।

वहीं दूसरी तरफ ओवैसी पर भगवा रंग की पगड़ी देख कई लोग हक्‍के-बक्‍के रह गए। बता दें कि कर्नाटक के जिन इलाकों में मुस्लिम आबादी ज्‍यादा है वहां ओवैसी की रैलियां आयोजित कराई जा रही हैं।

बेलगाम में औवेसी ने चुनावी रैली को संबोधित किया. यहां वो JDS के समर्थन में वोट मांगते नजर आए.

आमतौर पर अपनी जनसभा में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने वाले ओवैसी का नया अवतार चर्चा का विषय बन गया है और भगवा पगड़ी में उनकी फोटो सभी को चौकाने के लिए काफी है. कर्नाटक ने जिन इलाकों में मुस्लिम आबादी रहती है, वहां ओवैसी की रैलियां आयोजित कराई जा रही हैं.

चुनावी रैलियों में ओवैसी के निशाने पर मुख्यतौर पर सत्ताधारी कांग्रेस है लेकिन साथ में वह केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी पर भी निशाना साध रहे हैं. चुनाव में अगर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर साबित हो सकती है क्योंकि तब किसी भी दल को बहुमत के लिए जेडीएस का ही साथ लेना पड़ेगा.

चुनाव नतीजों के बाद सवाल यह भी है कि क्या जेडीएस बीजेपी के साथ जाकर सरकार बना सकते हैं. हालांकि इतिहास में पहले भी ऐसा हो चुका है. तमाम ओपिनियन पोल कांग्रेस को राज्य चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते हुए दिखा रहे हैं.

सेक्युलर ताकतों को दी मजबूती

ओवैसी की पार्टी AIMIM ने कर्नाटक चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. बीते माह पार्टी प्रमुख ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अगर हम चुनाव में उतरते हैं तो सेक्युलर ताकतें कमजोर होंगी और कोई एक दिल इसका फायदा उठा लेगा. ओवैसी का मानना है कि बीजेपी-कांग्रेस दोनों की राष्ट्रीय दल पूरी तरह विफल साबित हुए हैं, इस वजह से उन्होंने चुनाव में जेडीएस को समर्थन करने का फैसला किया है.

कर्नाटक चुनाव को लेकर इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स के ओपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर कर सामने आ रही है, लेकिन बहुमत के आंकड़े से वो दर्जन भर सीटों से पीछे रह जाएगी. वहीं बीजेपी के 78-86 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहने की संभावना है. जबकि देवगौड़ा की जेडीएस राज्य में किंगमेकर की भूमिका में सामने आ सकती है.

बता दें कि राज्य की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को वोटिंग होनी है। वहीं मतों की गणना 15 मई को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस के बीच है।attacknews.in

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