जकार्ता, 22 अगस्त। भारत की राही सरनोबत ने बुधवार को यहां 18वें एशियाई खेलों के निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा फाइनल में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुये देश को स्वर्ण पदक दिला दिया और इसके साथ ही वह एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज़ बन गयीं।
महाराष्ट्र की 27 वर्षीय निशानेबाज़ राही ने फाइनल में कमाल का प्रदर्शन किया और शुरूआत से पदक होड़ में बनी रहीं जबकि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन युवा निशानेबाज़ मनु भाकर छठे स्थान पर रहकर एलिमिनेट हो गयीं।
राही और थाईलैंड की नफासवान यांगपाइबून का कुल स्कोर 34 रहा। दोनों ने नये एशियाई खेल रिकार्ड बनाये। अब दोनाें के बीच शूटऑफ में स्वर्ण पदक का फैसला होना है। राही ने बड़े संयम और धैर्य के साथ अपने निशाने लगाये और 3-2 से शूटऑफ जीत लिया। लेकिन स्वर्ण जीतने के बाद राही की प्रतिक्रिया बड़ी खामोशी भरी रही। 10 साल पहले बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने भी ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने के बाद ऐसा ही अंदाज़ दिखाया था जैसा राही ने दिखाया। हालांकि भारतीय खेमे के अधिकारियों ने खुशी जताते हुये राही को बधाई दी।
कोरिया की मिनजुंग किम ने 29 के स्कोर के साथ कांस्य जीता। भारत की एक अन्य निशानेबाज़ मनु के लिये पदक होड़ से बाहर होना काफी निराशाजनक रहा क्योंकि उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में एशियाई खेलों का क्वालिफिकेशन रिकार्ड कायम करते हुये फाइनल में जगह बनाई थी। मनु ने प्रिसीज़न चरण में 297 और रैपिड राउंड में 296 का स्कोर किया और कुल 593 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
वहीं राही ने क्वालिफिकेशन में सातवें स्थान पर रहकर कुल 580 के स्कोर के साथ क्वालीफाई किया। उन्होंने प्रिसीज़न में 288 और रैपिड में 292 का स्कोर किया। लेकिन फाइनल में राही ने चैंपियन जैसा प्रदर्शन किया। स्वर्ण जीतने के बाद उन्होंने कहा,“ यह सोचना मेरे लिये अविश्वसनीय लग रहा है कि मैं एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज़ बन गयी हूं।”attacknews.in