जयपुर 14 जनवरी । राजस्थान के जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अदालत ने रिश्वत लेते पकड़े गए बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल को आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया वहीं दलाल नीरज मीणा को दो दिन की पुलिस रिमांड़ पर भेज दिया।
एसीबी सूत्रों के अनुसार ब्यूरो ने गुरुवार को दोनों आरोपी एसडीएम को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-2 के मजिस्ट्रेट सचिन गुप्ता के आवास पर पेश किया। पेशी के बाद जज ने दोनों अफसरों को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, दलाल नीरज मीणा को वैशाली नगर में मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
यह था मामला:
राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दौसा जिले में एसडीएम पुष्कर मित्तल को पांच लाख रूपये की रिश्वत लेते एवं बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीना को दस लाख रूपये की रिश्वत की मांग करते हुये गरफ्तार किया गया था ।
ब्यूरो टीम ने इसके साथ ही दलाल नीरज मीणा को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक दौसा के नाम से 38 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग किये जाने पर गिरफ्तार किया ।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बुधवार को दौसा में बड़ी कार्रवाई करके दो आरएएस अधिकारियों को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया। इसमें दौसा के एसडीएम पुष्कर मित्तल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। जबकि बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
एसीबी ने पुष्कर मित्तल को दौसा स्थित सिविल लाइंस स्थित घर पर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जबकि, बांदीकुई एसडीएम ऑफिस से पिंकी मीणा को रिश्वत की मांग करते गिरफ्तार किया गया। बाद में एसीबी एसडीएम पिंकी मीणा को दौसा एसडीएम के आवास पर लेकर आई। यहां बंद कमरे में दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर एसीबी पूछताछ की गई।। वहीं एक दलाल नीरज मीणा को दौसा के पूर्व अधीक्षक के नाम से 38 लाख रुपए की रिश्वत की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ठेकेदार से मांगी थी रिश्वत
एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी। इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।