चेन्नई, नौ फरवरी । अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वी के शशिकला, बेंगलुरु से निकलने के 23 घंटे बाद मंगलवार को यहां पहुंची।
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की विश्वस्त सहयोगी 65 वर्षीय शशिकला, मंगलवार सुबह सात बजे टी नगर पहुंची।
उनके रिश्तेदार और एएमएमके नेता टी. टी. वी. दिनाकरन ने कहा कि अन्नाद्रमुक को फिर से खड़ा करने का उनका प्रयास जारी रहेगा।
दिनाकरन ने कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में द्रमुक को सत्ता से दूर रखना उनका लक्ष्य है।
उन्होंने कहा, “हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं कि द्रमुक सत्ता में न आए और इस दिशा में सभी प्रयास करेंगे।”
उन्होंने संकेत दिया कि शशिकला चुनाव लड़ सकती हैं।
दिनाकरन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अभिनेता रजनीकांत ने उनसे शशिकला के स्वास्थ्य के बारे में सोमवार को पूछा था।
शशिकला बेंगलुरु से सोमवार सुबह कार से रवाना हुई थीं और रास्ते भर उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया।
घर पहुंचने से पहले वह अन्नाद्रमुक के संस्थापक एम जी रामचंद्रन के यहां स्थित घर पहुंची और उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाए। इस दौरान दिनाकरन उनके साथ थे।
शशिकला बेंगलुरु की जेल में फरवरी 2017 से बंद थीं और उन्हें 27 जनवरी को रिहा किया गया।
वह कोविड-19 से पीड़ित थीं और न्यायिक हिरासत में रहते हुए सरकारी विक्टोरिया अस्पताल में उनका इलाज किया गया।
अस्पताल से 31 जनवरी को छुट्टी मिलने के बाद शशिकला बेंगलुरु से 35 किलोमीटर दूर स्थित एक रिजॉर्ट में ठहरी थीं।
यह पूछे जाने पर कि क्या द्रमुक के खिलाफ एएमएमके और अन्नाद्रमुक का गठबंधन हो सकता है, दिनाकरन ने कहा, “जहां तक मेरी बात है, अन्नाद्रमुक को फिर से खड़ा करने और अम्मा का शासन वापस लाने के लिए मार्च 2018 में एएमएमके की शुरुआत की गई थी।”
उन्होंने कहा, “मैं यह तभी से कह रहा हूं। अन्नाद्रमुक को वापस लाना हमारा लक्ष्य है और यह जनता के हाथों में है। मुझे विश्वास है कि ऐसा होगा।”
जेल की चार साल की सजा काट कर तमिलनाडु पहुंची शशिकला का हुआ भव्य स्वागत और कहा:सक्रिय राजनीति में आऊंगी:
इससे पहले कल कृष्णागिरि (तमिलनाडु)/बेंगलुरु, से खबर है कि, अन्नाद्रमुक से निष्कासित की गईं नेता वी के शशिकला आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की जेल की सजा काटने के कुछ दिन बाद सोमवार को तमिलनाडु लौटीं जहां उनका भव्य स्वागत किया गया।
दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की बेहद करीबी रहीं शशिकला सुबह करीब दस बजे कर्नाटक से सटे तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले के अथिपल्ली पहुंचीं। यहां शशिकला के समर्थकों ने उनके काफिले पर फूल बरसाए और जश्न मनाया।
तमिलनाडु में उनकी वापसी इस मायने में महत्वपूर्ण है कि अगले कुछ महीनों में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं।
इससे पहले वह, बेंगलुरु के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक रिसॉर्ट से रवाना हुई थी और उनके साथ उनके भतीजे एवं अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के महासचिव टीटीवी दिनाकरण भी थे। समर्थनों के नारों के बीच वह करीब 200 वाहनों के काफिले के साथ रवाना हुईं। उन्होंने मास्क पहन रखा था और निकलने से पहले उन्होंने जयललिता की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए।
उन्होंने जयललिता के पसंदीदा हरे रंग की साड़ी पहन रखी थी और उनकी कार पर अन्नाद्रमुक का झंडा लगा था। हालांकि अन्नाद्रमुक ने हाल में तमिलनाडु पुलिस से पार्टी के गैर-सदस्यों द्वारा उसके झंडे के इस्तेमाल को रोकने की गुहार लगाई थी।
दरअसल 31 जनवरी को बेंगलुरु के एक अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद शशिकला जिस वाहन में सवार हुई थीं उस पर भी अन्नाद्रमुक का झंडा लगा था।
कोविड-19 से पीड़ित शशिकला को यहां भर्ती करवाया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें बेंगलुरु से करीब 35 किमी दूर रिसॉर्ट में ठहराया गया था।
दिनाकरण ने झंडे के इस्तेमाल के बचाव में कहा कि वह (शशिकला) अब भी अन्नाद्रमुक की महासचिव हैं क्योंकि उनके निष्कासन को लेकर अदालत में कई याचिकाएं लंबित हैं।
फरवरी 2017 से जेल में सजा काट रहीं शशिकला इस वर्ष 27 जनवरी को रिहा हो गई थीं।
सक्रिय राजनीति में आऊंगी: शशिकला
तिरुपातूर (तमिलनाडु), से खबर है कि ,अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वी के शशिकला ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु लौटने के बाद वह स्वयं को सक्रिय राजनीति में शामिल करेंगी। शशिकला आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल जेल की सजा काटने के कुछ दिन बाद तमिलनाडु लौटी हैं।
शशिकला ने कर्नाटक की राजधानी के एक अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में कहा था कि वह तमिलनाडु के लोगों की ऋणी हैं। उन्होंने हालांकि यह भी कहा था कि वह ‘‘दमन’’ के आगे झुकेंगी नहीं।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद शशिकला का उक्त अस्पताल में इलाज चल रहा था।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह चेन्नई में अन्नाद्रमुक मुख्यालय जाएंगी, उन्होंने कहा, ‘‘कृपया प्रतीक्षा करें और देखिये।’’
जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या वह राज्य विधानसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में शामिल होंगी, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए।’’
वह बेंगलुरु से चेन्नई जा रही थीं और कुछ ही समय में उन्होंने यहां समर्थकों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं तमिल लोकाचार और उन सिद्धांतों से प्यार करती हूं, जिन पर मैंने विश्वास किया है। लेकिन मैं कभी भी उत्पीड़न के आगे नहीं झुकूंगी।’’
इससे पहले, जब वह 66.6 करोड़ रुपये के आय से अधिक संपत्ति मामले में बेंगलुरू में जेल की सजा काटने के कुछ दिनों बाद तमिलनाडु लौटीं तो उनका भव्य स्वागत किया गया।
अपनी कार पर अन्नाद्रमुक के झंडे के इस्तेमाल को लेकर तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्रियों द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह उनकी आशंका को दर्शाता है।’’
चेन्नई में दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के स्मारक को रखरखाव के लिए बंद किये जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि इसका मतलब क्या है।’’
समर्थकों की ‘‘अन्नाद्रमुक का नियंत्रण हासिल करने’’ की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं जल्द ही आप सभी से मिलूंगी। उसके बाद विस्तार से बात करेंगे।