नयी दिल्ली, 21 मई । कांग्रेस सहित विपक्ष की एकजुटता की पहल को खास तवज्जो नहीं देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि उनकी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़े बहुमत से जीतेगी ।
उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी विपक्षी दल अलग अलग राज्यों में भाजपा के खिलाफ लड़े थे और उनकी पार्टी तब भी जीती थी और यही बात 2019 में होगी जब वह उससे भी बड़े बहुमत से जीतेगी ।
शाह ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है। मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी और विपक्षी पार्टी की जीत की यही व्ख्याख्या रही तो 2019 में भाजपा को कोई परेशानी नहीं होगी ।’’
भाजपा के खिलाफ देशभर में विपक्ष की एकजुटता की पहल के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने सवाल किया कि ममता बनर्जी कर्नाटक में क्या करेंगी, अखिलेश यादव मध्यप्रदेश में क्या करेंगे , राहुल पश्चिम बंगाल में क्या करेंगे ?
उन्होंने कहा, ‘‘ ये लोग 2014 :लोकसभा चुनाव: में भी हमारे खिलाफ लड़े थे, तब भी हम जीते थे । 2019 के लोकसभा चुनाव में भी ये सभी लोग लड़ने जा रहे हैं, हम इससे बड़े बहुमत से जीतेंगे । ’’ लोकसभा की कुछ सीटों पर उपचुनाव में भाजपा की हार के संबंध में अमित शाह ने कहा कि 2014 से 2018 के बीच हम 9 लोकसभा सीटें हारे लेकिन हमने 14 राज्यों में जीत दर्ज की ।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने कांग्रेस से 14 राज्य छीने हैं । कांग्रेस को बताना चाहिए कि 14 राज्यों की हार बड़ी होती है या 9 लोकसभा सीटों की हार बड़ी होती है ।’’
गोवा और मणिपुर में कांग्रेस के सबसे बड़े दल होने के बावजूद भाजपा के सरकार बनाने के बारे में सवाल पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गोवा और मणिपुर में कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा ही नहीं किया था । जब सबसे बड़ा दल सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करता है तब राज्यपाल दूसरे सबसे बड़े दल को मौका देते हैं । इस वजह से राज्यपाल ने इन दोनों जगहों पर दूसरे सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए बुलाया।
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय में यह झूठ बोला कि येदियुरप्पा ने राज्यपाल से 7 दिनों का समय मांगा है । कांग्रेस के पास अगर कोई सबूत है तो वह पत्र दिखाए ।
कर्नाटक में अपवित्र गठबंधन:
कर्नाटक में कांग्रेस जद एस गठबंधन को एक अपवित्र गठजोड़ करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह न कहा कि यह जनता के साथ धोखा है क्योंकि जनता ने कांग्रेस के खिलाफ और भाजपा के पक्ष में जनादेश दिया था।
शाह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ राज्य की जनता ने वोट किया। कर्नाटक में भाजपा के सरकार बनाने का दावा पेश करने को लेकर कुछ दल दुष्प्रचार कर रहे हैं। लेकिन ‘क्या सबसे बड़ी पार्टी होकर दावा करना गलत है’।’’
उन्होंने कहा कि अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं पेश करते तो यह कर्नाटक के लोगों के जनादेश के खिलाफ होता।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कर्नाटक के लोगों को यह समझाना चाहिए कि जब उनके ज्यादातर मंत्री चुनाव हार गए हैं, कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एक सीट से हार गए.. क्या वे इसका जश्न मना रहे हैं? कांग्रेस पीपीपी तक सिमट गई है, उसका जश्न मना रहे है ?
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जनता जश्न नहीं मना रहीं है बल्कि कांग्रेस और जदएस जश्न मना रही है।
शाह ने आगे कहा, ‘जो कांग्रेस को हरा सकता है, जनता ने उसे जिताया। 80 से ज्यादा सीटों पर जद एस की जमानत जब्त हुई।‘ जद एस को भी यह बताना चाहिए कि कि वे किस बात का जश्न मना रहे हैं ।
सरकार बनाने के दावे के बारे में सवालों पर उन्होंने कहा कि लोग कह रहे हैं कि बहुमत नहीं आने के बाद भी भाजपा ने सरकार बनाने का दावा किया। वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि राज्य में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, इसका मतलब क्या यह है कि वहां फिर से चुनाव कराए जाएं ?
उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को पसंद किया और भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की। 13 सीटों पर हम नोटा से भी कम वोटों से हारे हैं । इससे साफ है कि कर्नाटक की जनता ने भाजपा को जनादेश दिया है ।
अमित शाह ने कहा, ‘‘ हम दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं, जादुई अंक से हम सिर्फ 7 सीटों से पीछे रहे हैं ।’’ उन्होंने कहा कि हम पर हार्स ट्रेडिंग :खरीद फरोख्त: का आरोप लगाया गया, लेकिन कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया । हम सबसे बडे़ दल थे इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा किया ।
कांग्रेस और जद एस द्वारा अपने विधायकों को होटल में रखने के बारे में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि उन विधायकों को अभी भी नहीं छोड़ा है, अभी भी वे पांच सितारा होटल में ही हैं । उन्हें विजय जुलूस नहीं निकलाने दिया गया । अगर उन विधायकों को बाहर निकलने दिया गया होता, तो इन विधायकों को जनता के मूड का पता चलाता ।
उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायेगी।
शाह ने कहा, ‘‘ कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है। मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक इकाइयों के साथ-साथ इवीएम में भी विश्वास करना शुरू कर दिया ।attacknews.in