नई दिल्ली 13 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने पहली बार अपने बेटे जय शाह की कंपनी और उस पर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी का पूरा टर्न ओवर 80 करोड़ का हो गया। लेकिन कोई मुनाफा नहीं हुआ, उलटे उसे डेढ़ करोड़ का घाटा हुआ। ये बातें उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान कही है।
कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि उनके पास साक्ष्य है, तो पार्टी कोर्ट जा सकती है। वहां सबूत दे सकती है। उन्होंने आगे कहा कि क्योंकि ये खबर गलत है, इसलिए जय शाह ने 100 करोड़ की मानहानि का दावा किया है। सिविल और आपराधिक मानहानि का दावा किया है। बोफोर्स की तरह दलाली नहीं ली गई है। क्या कांग्रेस पार्टी कह सकती है कि उनके (कांग्रेस) नेताओं पर भ्रष्टाचार के लग रहे आरोप गलत हैं और ऐसा है, तो उन्होंने आजतक कोई भी मानहानि का मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया।
बेटे की कंपनी पर विस्तार से बोलते हुए शाह ने कहा कि इसने किसी भी सरकारी जमीन का इस्तेमाल नहीं किया। कोई सरकारी ठेका नहीं लिया। सरकार के साथ एक रुपये का व्यापार नहीं किया। यह विशुद्ध रूप से कमोडोटिज एक्सपोर्ट का बिजनेस है। इस बिजनेस में टर्नओवर दिखता ज्यादा है। बाजरा, चावल, रेपसीड, धनिया व अन्य उत्पादों का व्यापार किया है। 80 करोड़ का बिजनेस करने के बाद अंततः कंपनी को डेढ़ करोड़ का घाटा हुआ है।
अनसिक्योर्ड लोन पर अमित शाह ने कहा कि कंपनी को लेटर ऑफ क्रेडिट मिला है, न कि लोन। बैंक से जो भी पैसा लिया, उसे सूद सहित लौटा दिया।
द वायर ने अपनी खबर में कहा है कि जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में वर्ष 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद बेतहाशा वृद्धि देखी गई। यह 16 हजार गुणा हो गया।