नयी दिल्ली 14 अगस्त । सशस्त्र बलों के 84 रणबांकुरों को अदम्य साहस और असाधारण बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिनमें एक कीर्ति चक्र और नौ शौर्य चक्र भी शामिल हैं। पांच जांबाजों को मरणोपरांत कीर्ति तथा शौर्य चक्र से अलंकृत किया गया है।
तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन रणबांकुरों को वीरता पुरस्कारों से अलंकृत करने की आज मंजूरी दी ।
पांच सैन्यकर्मियों को वीरता के लिए दूसरी बार सेना पदक, 60 को सेना पदक (वीरता) , चार को नौसेना पदक (वीरता) और पांच को वायु सेना पदक (वीरता) के लिए चुना गया है।
राष्ट्रपति ने विभिन्न सैन्य अभियानों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 19 सैन्यकर्मियों को मेनशन इन डिस्पेच दिये जाने की भी मंजूरी दी है। इनमें से आठ को ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन रक्षक के लिए मरणोपरांत दिया गया है।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 926 पुलिसकर्मियों को पदक
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश भर के 926 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदकों से सम्मानित करने की घोषणा की गयी है जिनमें से 215 को वीरता के लिए पुलिस पदक, 80 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पदक और 631 को उल्लेखनीय सेवा के लिए पुलिस पदक के लिए चुना गया है।
गृह मंत्रालय की ओर से आज इन पुलिस पदकों की घोषणा की गयी।
जम्मू-कश्मीर पुलिस को सबसे अधिक 81 वीरता पदक मिले हैं जबकि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को 55 और उत्तरप्रदेश पुलिस को 23, दिल्ली पुलिस को 16 और महाराष्ट्र पुलिस को 14 पदक मिले हैं। झारखंड पुलिस को 12 , असम को पांच, छत्तीसगढ और अरूणाचल को तीन -तीन, तेलंगाना को दो और सीमा सुरक्षा बल को एक वीरता पदक मिला है।