अलीगढ़ 2 मई। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ भवन में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुए विवाद के बाद अब उसे हटा दिया गया है। तस्वीर हटाने के बाद वहां पर हिंदू युवा वाहिनी के लोगों नेे जमकर प्रदर्शन किया। जिसकी वजह से दो आरएएफ की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
प्रदर्शन को देखते हुए अलीगढ़ के जिलाधिकारी सीबी सिंह ने कहा, ‘स्थिति शांतिपूर्ण है, इलाके में 2 आरएएफ की टुकड़ियों को तैनात किया गया है, चिंता का कोई कारण नहीं है।’
तस्वीर को लेकर एएमयू प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा, तस्वीरों पर धूल जमी हुई थी, उनकी सफाई की जा रही है और कोई तस्वीर हटाई नहीं गई है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी सेक्युलर कॉन्सेप्ट रखती है।
गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी के लोकसभा सांसद सतीश गौतम ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर पूछा कि छात्रसंघ भवन में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर क्यों लगाई गई है?
जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने के सवाल पर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रोफेसर शैफी किदवई ने कहा, ‘विश्वविद्यालय की बहुत पुरानी परंपरा है कि वह प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र की महान शख्सियतों को आजीवन सदस्यता देता है। जिन्ना को भी विश्वविद्यालय छात्र संघ की आजीवन सदस्यता 1938 में दी गई थी। जिन्ना विश्वविद्यालय कोर्ट के संस्थापक सदस्य थे और उन्होंने दान भी दिया था।’
एएमयू में पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर लगी होने के खिलाफ हिंदू युवा वाहिनी के लोगों ने आज प्रदर्शन किया था।
हिंदू युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष आदित्य पंडित ने छात्र संघ को 48 घंटे का वक्त देते हुए कहा था कि वे खुद जिन्ना की तस्वीर हटा दें और यदि छात्र तस्वीर नहीं हटाते हैं तो आदित्यनाथ अपने राष्ट्रवादी साथियों के साथ जिन्ना की तस्वीर उतार देंगे।attacknews.in