अलीगढ़ :उप्र:, सात जून । तीन वर्ष की मासूम बच्ची की नृशंस हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में टप्पल थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है ।
बच्ची 30 मई को गायब हुई थी लेकिन मामला 31 मई को दर्ज किया गया ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा की गयी जांच के आधार पर गुरुवार को निलंबन की कार्रवाई की गयी ।
उन्होंने बताया कि मामले की आगे जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एक महिला इंस्पेक्टर सहित छह सदस्यीय विशेष जांच टीम :एसआईटी: बनायी गयी है ।
कुलहरि ने बच्ची के पिता बनवारी लाल शर्मा से मुलाकात कर उन्हें समझाया बुझाया कि वह आमरण अनशन न करें । शर्मा ने आमरण अनशन की धमकी दी थी ।
बच्ची के पिता की मांग है कि कथित हत्यारों के परिवार वालों को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने पिता को आश्वासन दिया है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए तेजी से न्याय सुनिश्चित किया जाएगा ।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो गिरफ्तार आरोपियों जाहिद और असलम ने जुर्म कबूल कर लिया है । महज 12 हजार रुपये के लिए इस अपराध को अंजाम दिया गया । यह रकम बच्ची के पिता ने उधार ली थी और वह उसे वापस नहीं कर पा रहे थे ।
बच्ची टप्पल कस्बे से 30 मई को गायब हो गयी थी । पुलिस को उसका क्षत-विक्षत शव दो जून को उसके घर के निकट ही कूडे़ के पास मिला ।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की बात नहीं है । रिपोर्ट में बताया गया है कि गला घोंटने के कारण मौत हुई ।
कुलहरि ने कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है ।
टप्पल जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर है । कस्बे में एहतियातन सुरक्षा कडी कर दी गयी है । बुधवार को यहां तनाव व्याप्त हो गया था ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मौत का कारण दम घुटना, लेफ्ट चेस्ट पर पिटाई, सारी पसलियां टूटी हुई, बायें पैर में फ्रैक्चर, आंखों पर जख्म, सिर में चोट, सीधा हाथ कंधे की तरफ से कटा हुआ है, बहुत ज़्यादा पीटा गया है. इसके साथ ही बॉडी में कीड़े पड़ गए थे, जिससे हड्डी तक एक्सपोज़ हो रही है।
हंगामे के बाद टूटी पुलिस की नींद
सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. मामले ने हिंदू मुसलमान का रंग ले लिया. लोग पूछने लगे कि क्या बच्चियों का भी धर्म देख कर इस देश में कानून और बुद्धिजीवी अपनी चुप्पी तोड़ते हैं? तब जा कर पुलिस की नींद टूटी. बड़े अधिकारी कूदे, पोक्सो जैसे गंभीर कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही जाने लगी. पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए।
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है असलम
इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. मोहम्मद असलम पहले भी गिरफ्तार हो चुका है. वह 2014 में अपनी रिश्तेदार बच्ची के साथ यौन शोषण 376 के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद 2017 में उस पर दिल्ली के गोकलपुरी में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला दर्ज है।
चारों और विरोध के स्वर :
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के टप्पल इलाके में ढाई साल की बालिका की दर्दनाक हत्या की देश भर में निंदा हो रही है और नेताओं, अभिनेताओं तथा खिलाड़ियों ने इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
झकझोर देने वाली इस घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, “अलीगढ़ में मासूम बालिका की निर्मम हत्या से मैं क्षुब्ध और दुखी हूं। इस जुल्म से बालिका के माता-पिता को जो पीड़ा हुयी उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। आखिर हमें क्या हो गया है।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा, “श्री गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मासूम बालिका की निर्मम हत्या से मैं क्षुब्ध और पीड़ित हूँ। कोई इंसान एक बालिका के साथ ऐसा क्रूर अपराध कैसे कर सकता है। इस घटना को अंजाम देने वालो को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस हर हाल में अपराधी को दण्डित करे।”
क्रिकेटर वीरेंद्र सेहवाग ने भी ट्वीट कर कहा,“ ट्विंकल के साथ हुयी इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं। ढाई साल की बच्ची का रेप करने के बाद उसकी बेहद क्रूर तरीके से हत्या कर दी गयी। ट्विंकल को न्याय मिलना चाहिए।”
अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना ने इस दर्दनाक घटना पर ट्वीट कर कहा, “अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या से गहरा दुख हुअस है। मैं महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मंत्री स्मृति ईरानी से इस घिनौने अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करती हूं।”
अभिनेता अभिषेक बच्चन ने भी इस मामले पर कहा,“ कोई इतनी घिनौनी हरकत कैसे कर सकता है। शर्मनाक।” इसके अलावा अभिनेता आयुष्मान खुराना, सिद्धार्थ मल्होत्रा, अर्जुन कपूर और रवीना टंडन ने भी इस निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है।”
पुलिस के अनुसार 30 मई को पीड़िता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गयी थी जिसके बाद दो जून को पीड़ित के घर से 100 मीटर दूर बेहद बर्बर अवस्था में उसका शव बरामद हुआ था। शव एक कपड़े में लिपटा हुआ मिला था हालांकि पोस्टमॉर्टम में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुयी है।
पीड़िता के पिता काे आरोपी जाहिद से पांच हजार रुपये लेने जिसको लेकर उनके बीच कहासुनी हुई थी।
पुलिस ने बाद में कार्रवाई करते हुए जाहिद तथा उसके साथी असलम को चार जून को गिरफ्तार कर लिया था। दाेनों ने बाद में अपना अपराध कबूल लिये थे।
गुरुवार को पीड़िता के परिवार एवं रिश्तेदारों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी किया था जिन्हें वरिष्ठ अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से शांत कराया।
इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने टप्पल थाने के निरीक्षक कुशपाल सिंह चहल, उप निरीक्षक सत्यवीर सिंह, अरविंद कुमार, शमीम अहमद तथा कांस्टेबल राहुल यादव को निलंबित कर दिया है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में एक मासूम बच्ची की हत्या में मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
सुश्री मायावती ने शु्क्रवार को यहां एक बयान में कहा कि अलीगढ़ में दो साल की मासूम बच्ची के साथ नृशंस
व्यवहार और हत्या अति-शर्मनाक एवं दुःखद घटना है। राज्य सरकार को तुरन्त राज्य में कानून का राज स्थापित करने के लिए सख्त कार्रवाई करके दोषियों को सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
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