बलरामपुर 15 मार्च । एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैंसी ने उततर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकसर पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस राज्य में अब तक हुये पुलिस एनकाउंटर में 37 प्रतिशत मुसलमान मारे गये हैं ।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश मुसलमानों को निशाना बना रही है । असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, 2017-2020 में 6 हजार से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं। इनमें जो लोग मरे हैं, उनमें से 37 प्रतिशत मुसलमान हैं। ओवैसी ने कहा आखिर ये जुल्म क्यों हो रहा है।
श्री ओवैसी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में संविधान का राज नहीं है।संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री की ठोक दो नीति का सबसे बड़ा निशाना उत्तर प्रदेश के मुसलमान बन रहे हैं।ओवैसी ने कहा कि कयामत का दिन जल्द आएगा और उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार फिर नहीं बनेगी।
उन्होंने कहा कि यदि संविधान की धज्जियां उडाई जाएंगी तो देश क्या होगा और लोकतंत्र का क्या होगा. ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन नहीं है और मरते दम तक वह मुल्क और मुल्क के संविधान को बचाने का प्रयास करते रहेंगे. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि हम बीजेपी की बी टीम का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम तख्त पर बैठा सकते है और तख्त पर लिटा भी सकते है।
वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के हमलों का जवाब राज्य के मंत्री मोहसिन रजा ने दिया है ।
श्री मोहसिन रजा ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को लोगों को राय देनी चाहिए कि अपराधियों में इतनी अधिक भागीदारी क्यों है।
ओवैसी को हर किसी को समझाना चाहिए कि बैरिस्टर बनें, अपराधी कोई ना बने।
मोहसिन रजा ने कहा कि ओवैसी के पूर्वज देश का बंटवारा करने वाले लोग रहे हैं और आज ओवैसी जो बातें कर रहे हैं, वही विभाजन की दस्तक देती है।
संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पडे तो पीछे नहीं हटेंगे:ओवैसी
बलरामपुर में ही कल ऑल इंडिया मजलिस‑ए‑इत्तेहादुल मुस्लिमीन (आईएमआईएम) अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पड़े तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे।
श्री औवैसी जिले के उतरौला विधानसभा क्षेत्र के बरदही चौराहे पर भागीदारी संयुक्त मोर्चा की विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मजहब के नाम पर कानून नहीं बन सकता। एनआरसी का विरोध मेरी पार्टी ने पूरे देश में किया और मैंने संसद में इस कानून की प्रति तक फाड़कर विरोध दर्ज कराया । उन्होंने कहा कि संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पडे तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे।