पटना 27 जून । कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं में शुमार रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना बात मोदी से खामखां दुखी रहने वालों को दुनिया के दुखियों का नया वेरिएंट बता कर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है ।
श्री सिन्हा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को ट्वीट कर कहा कि दुनिया में 4 तरह के दुखी लोग होते हैं ।
कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा का मूड बदल रहा है। रविवार को शत्रुघ्न सिन्हा दुखी लोगों के नये वैरिएंट की जानकारी देकर चर्चा में हैं।उन्होंने ट्वीट किया, दुनिया में चार तरह के दुखी लोग होते हैं. इनमें से एक नया वेरिएंट है बिना बात मोदी से दुखी रहने वाला वेरिएंट।
कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा
दुनिया में चार तरह के दुःखी लोग होते हैं..
१. अपने दु:खों से दु:खी,
२. दूसरों के दु:ख से दु:खी,
३. दूसरों के सुख से दु:खी,
और
New Variant
४. बिना बात खामखां मोदी से दु:खी!
दुनिया में चार तरह के दुःखी लोग होते हैं..
१. अपने दु:खों से दु:खी,
२. दूसरों के दु:ख से दु:खी,
३. दूसरों के सुख से दु:खी,
और
New Variant
४. बिना बात खामखां मोदी से दु:खी!
😁😁😂😂
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 27, 2021
उनके ट्वीट की आखिरी लाइन को प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ से जोड़कर देखा जा रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स से उनसे पूछ रहे हैं कि क्या शत्रुघ्न दोबारा भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. कुछ कह रहे हैं कि ये घरवापसी की तैयारी है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने सियासी करियर की शुरुआत भाजपा से की थी
बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा काफी लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए थे।लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अप्रैल में ही उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
बता दें कि शत्रुघ्न भाजपा में रहते हुए पटना साहिब से दो बार सांसद रह चुके थे।वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें जगह नहीं मिली थी।इसके बाद से वह पीएम मोदी की खुलेआम आलोचना करते रहते थे।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से नाता तोड़ लिया
इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया।उस वक्त उनके जेडीयू से जुड़ने की अटकलें लगाई जाने लगीं। हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने उन्हें बिहार की पटना साहिब सीट से उम्मीदवार भी बनाया था, लेकिन शत्रुघ्न भाजपा के रविशंकर प्रसाद से हार गये थे उसके बाद से शत्रुघ्न एक तरह से नेपथ्य में ही चले गये थे. ऐसे में उनके इस हालिया ट्वीट से कई तरह के संदेश निकाले जा रहे हैं।