नई दिल्ली 24 अप्रैल। आसाराम के खिलाफ निचली अदालत के फैसले से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को राजस्थान, गुजरात व हरियाणा को किसी भी अवांछित घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की सलाह दी है।
मंत्रालय संबंधित राज्यों के साथ संपर्क में भी है और केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने इस मुद्दे को लेकर शीर्ष स्तर के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से बातचीत की है।
आसाराम के समर्थकों से कानून-व्यवस्था को खतरे की आशंका को लेकर राजस्थान के जोधपुर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
जोधपुर की अदालत आसाराम के खिलाफ दुष्कर्म के मामले में बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी।
राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, निचली अदालत मामले में जोधपुर केंद्रीय कारागार परिसर में अपना फैसला सुनाएगी।
इस मामले में अंतिम सुनवाई एससी/एसटी की विशेष अदालत में सात अप्रैल को पूरी हुई थी और अदालत ने फैसले को सुरक्षित रखते हुए 25 अप्रैल को सुनाने की बात कही थी।
आसाराम को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था।
पीडि़ता आसाराम के मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा आश्रम में अध्ययन करती थी।
पीडि़ता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के पास मनाई इलाके में अपने आश्रम में बुलाकर उससे 15 अगस्त, 2013 को दुष्कर्म किया था।attacknews.in