अयोध्या 31 जुलाई ।अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्धारा किये जाने वाले भूमि पूजन के बाद प्रसाद के रूप में लड्डू बांटा जायेगा । भूमि पूजन के लिए मणिराम दास छावनी में एक लाख 11 हजार लड्डू तैयार किए जा रहे हैं।
इन्हें 11 थालियों में सजाकर रामलला को भोग लगाया जाएगा। भूमि पूजन के दिन ये लड्डू अयोध्या धाम व तीर्थ स्थलों में वितरित किए जाएंगे।
अयोध्या में 51 प्रमुख नदियों और तीर्थ से आया जल
अयोध्या में श्री राम के जन्मस्थान पर बनने वाले भव्य मंदिर के पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन में 51 नदियों का जल और तीर्थस्थलों की मिट्टी उपयोग में लायी जायेगी ।
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर पांच अगस्त के भूमि पूजन के लिए लगातार डाक सेवा के माध्यम से विभिन्न प्रांतों से नदियों व पवित्र तीर्थों के जल व मिट्टी यहां आ रही है । कुछ संस्थायें कलश में भर कर जल और मिट्टी ला रहे हैं और रामजन्मभूमि ट्रस्ट के अघ्यक्ष नृत्य गोपाल दास को सौंप रहे हैं । राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक ऐशबाग की रामलीला की मिट्टी भी कल यहां आयी । तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दशहरे के दिन यहां राम और लक्ष्मण का तिलक किया था ।
गुजरात के 925 तीर्थस्थलों की रज से होगा राममंदिर का भूमि पूजन
उत्तर प्रदेश में राजा राम की नगरी अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन में गुजरात के 925 तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी भी शोभा बनेगी।
तीर्थस्थलों की रज लेकर विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल का एक जत्था बुधवार को ताजनगरी आगरा पहुंचा जिसका स्वागत आंवलखेड़ा में हिंदूवादी संगठनों के पदधिकारियों ने किया। पवित्र मिट्टी का गांव में भृमण कराया गया।
माँ बिन्ध्यवासिनी से भूमिपूजन के लिए अयोध्या भेजी गयी मिट्टी और जल
मिर्जापुर,से खबर है कि, भगवान राम की जन्मभूमि पर पांच अगस्त को होने वाले शिलान्यास में बिन्ध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी माँ बिन्ध्यवासिनी देवी के चरणों की मिट्टी और जल भी भेजा गया है।
काशी प्रयाग के मध्य बिन्ध्य पर्वत पर स्थित बिन्ध्याचल धाम की प्रतिष्ठा देश विदेश में है। मान्यता है कि भगवान राम ने इसी तपोभूमि पर अपने पिता का पिंडदान किया था। रामगया घाट और सीता कुंड की मान्यता जन जन मे है। शिलान्यास के लिए देशभर की पवित्र नदियों का जल एवं मिट्टी अयोध्या लायी जा रही है। स्थानीय विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विधिवत पूजन अर्चन कर मां के चरणो में जल और मिट्टी चढा कर अयोध्या भेजा है।
अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास को उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी
श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमि पूजन को एक उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी जोरशोर से चल रही है।
अयोध्या सीट से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने गुरूवार को यहां कहा कि कोरोना महामारी से बचाव की सावधानियों को ध्यान में रखते हुए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री द्वारा भव्य मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन की सावधानियों को ध्यान में रखते हुए हमें यह दीपोत्सव पूर्ण हर्षोल्लास के साथ मनाना है।
भूमिपूजन में मखौड़ा धाम की मिट्टी और पवित्र मनोरमा नदी का जल कलश होगा शामिल
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह पांच अगस्त को मखौड़ा धाम एवं श्रृंगी नारीधाम की मिट्टी और मनोरमा नदी का पवित्र जल कलश भी शामिल किया जाएगा|
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक अनंत कृष्ण पांडे ने गुरूवार को यहां बताया है कि अयोध्या के प्रतापी सम्राट महाराज दशरथ की यज्ञ स्थली मखौड़ा धाम के यज्ञशाला की मिट्टी और पौराणिक मनोरमा नदी से जल कलश को मखौड़ा धाम मंदिर के पुजारी सूर्य नारायण दास वैदिक ने कारसेवकों को सौंपा| इसके अलावा श्रृंगी नारी धाम के पुजारी रामदास ने माता शारदा देवी मंदिर की धूनी पवित्र जल से भरा कलश और चांदी का सिक्का अयोध्या ले जाने के लिए कारसेवकों को सौंपा| कारसेवकों में दिनेश मिश्र बृजराज शुक्ल, अनंत कृष्ण पांडे, सर्वेश कुमार समेत कई अन्य शामिल है।
राममंदिर पर जारी हो सकता है डाक टिकट
अयोध्या में पांच अगस्त को हाेने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राम मंदिर पर आधारित डाक टिकट जारी कर सकते हैं।
विश्वस्त सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि डाक टिकट पर राम मंदिर का प्रतीकात्मक माडल होने की संभावना है जबकि दूसरे में अन्य देशों में भगवान राम के महत्व का चित्रण होगा।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ-कमलनाथ
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ।
श्री कमलनाथ ने ट्वीट के जरिये कहा है ‘मै अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है। जय श्री राम। ’
विदेशी श्रद्धालुओं को मंदिर निर्माण में सहयोग देने के लिये अभी करना होगा इंतजार
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच अगस्त को भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर निर्माण शुरू हो जायेगा लेकिन विदेशी भक्त राम मंदिर के निर्माण में दान नहीं कर सकेंगे।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राम मंदिर के निर्माण में विदेशी रामभक्त राम मंदिर के निर्माण में दान नहीं कर सकेंगे क्योंकि रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी विदेशी मुद्रा में दान स्वीकार नहीं किया है। ट्रस्ट अभी केवल भारत में रहने वाले रामभक्तों से ही दान स्वरूप सहयोग लेगा।
संतों की कोई जात-बिरादरी नहीं होती – विहिप
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में दलित महामंडलेश्वर को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर उठे विवाद पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार शाम एक बयान जारी कर कहा कि भूमि पूजन कार्यक्रम में हिंदू समाज के सभी मत पंथ एवं परंपरा के पूज्य संत, आचार्य महामंडलेश्वर उपस्थित रहेंगे।
विहिप ने कहा, ‘‘ऐसे सभी परम पूज्य संत जो बाल्मीकि समाज, रविदास समाज, कबीर समाज, सिख समाज, वनवासी, आदिवासी, गिरी वासी समाज तथा रामनामी परंपरा का निर्वाह करते हैं, उन्हें ससम्मान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा आमंत्रित किया गया है।’’
विहिप के महानगर मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्रा ने कहा कि संतों की कोई जात-बिरादरी नहीं होती और पूज्य संत आचार्य परंपरा का निर्वाहन करते हैं पूज्य संतों में ना तो कोई दलित होता है और ना ही कोई पिछड़ा। वे सिर्फ और सिर्फ धर्म के संवाहक पूज्य संत होते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 1989 में हिंदू समाज के पुरोधा स्वर्गीय अशोक सिंघल जी के नेतृत्व में विहिप कार्यकर्ता दलित समाज के कामेश्वर चौपाल ने ईट रखी थी जो स्थान वर्तमान में श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के अधीन है। प्रभु श्री राम का जीवन समरसता का पथ प्रदर्शक है और प्रभु श्रीराम समरसता के प्रतीक हैं।
श्री श्री को भेजना चाहिये भूमि पूजन कार्यक्रम का न्योता : कन्हैया दास
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष एवं सनकादिक आश्रम के महंत कन्हैया दास रामायणी ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिये पांच अगस्त को हाेने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में आध्यत्मिक धर्म गुरू और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को भी निमंत्रण भेजा जाना चाहिये।
श्री रामायणी ने बुधवार को कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण का भूमि पूजन पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे, जिसके लिये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा कोरोना वायरस को देखते हुए सीमित मेहमानो को आमंत्रित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा “ मुझे यह जानकारी नहीं है कि आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर को निमंत्रण गया है कि नहीं। जहां तक जानकारी है कि उन्हीं लोगों को बुलाया गया है जो राम मंदिर निर्माण के आंदोलन से जुड़े थे और इस आंदोलन में भाग लिये थे।”
अयोध्या में मंदिर के सहायक पुजारी कोरोना पाॅजिटिव
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला मंदिर के सहायक पुजारी कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है।
श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने गुरूवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमारे सहायक पुजारी प्रदीप दास कोरोना पॉजिटिव हो गये है । उन्हें अपने सत्यधाम गोपाल मंदिर आश्रम अयोध्या में क्वारंटाइन किया गया है।
उन्होंने बताया कि पूरे श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मंदिर के पुजारियों की जांच हुई है जिसमें मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास समेत लगभग बारह कर्मचारियों की जांच की गयी है। बाकी सबकी जांच की रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रदीप दास आश्रम के अपने कमरे में क्वारंटाइन किये गये हैं। बाकी के श्रीरामजन्मभूमि के पुजारी मंदिर में पूजा-अर्चना दोनों टाइम कर रहे हैं।