भोपाल। व्यापमं घोटाले से जुड़ी करीब दो दर्जन संदिग्ध मौतों की जांच कर रही सीबीआई टीम ने मेडिकल छात्रा नम्रता डामोर की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए नम्रता की मौत के दिन नम्रता के साथ ट्रेन में सफर कर रहे सहयात्रियों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।
नम्रता डामोर की मौत सात जनवरी 2012 को हुई थी और नम्रता का शव उज्जैन जिले के शिवपुरा-भेरूपुर ट्रैक पर कायथा के पास मिला था। नम्रता इंदौर मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की दूपरे वर्ष की छात्रा थी। व्यापमं के जरिए फर्जी तरीके से एडमीशन लेने वालों में नम्रता डामोर जांच के दायरे में थी। गौरतलब है कि नम्रता की मौत की जांच करने पहुंचे दिल्ली के एक पत्रकार की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी और उसी के बाद प्रदेश सरकार ने व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का एलान किया था।
सीबीआई ने रेलवे और अन्य सूत्रों की मदद से इंदौर बिलासपुर ट्रेन में 7 जनवरी 2012 को सफर कर रहे यात्रियों की जानकारी जुटा ली है। सीबीआई जानना चाह रही है कि नम्रता की मौत के पहले उसका किसी से विवाद या झगड़ा तो नहीं हुआ था। नम्रता के साथ ट्रेन में और कोई भी था कि नम्रता अकेली थी। सीबीआई को मिली जानकारी में नम्रता जिस बोगी में सफर कर रही थी उसमें केरल की एक फुटबाल टीम भी मौजूद थी।
सीबीआई को रेलवे और टूर्नामेंट आयोजक से मिली जानकारी में टीम के सदस्यों के बारे में जानकारी मिल गयी है और सीबीआई की जांच टीम केरल की फुटबाल टीम से जानकारी के लिए रवाना हो गयी है।
परिजनों ने जताया था हत्या का शक
नम्रता डामोर 7 जनवरी 2012 को इंदौर-बिलासपुर ट्रेन से जबलपुर जा रही उसी दिन नम्रता का शव उज्जैन जिले कायथा के करीब रेलवे ट्रैक पर पाया गया था। नम्रता की मौत के करीब तीन हफ्ते बाद नम्रता के परिजनों ने उसके शव के शिनाख्त की और नम्रता के दोस्तों पर हत्या का शक जताया था। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर नम्रता की सहेलियों और दोस्तों से पूछताछ की थी।
गला दबाने से हुई थी नम्रता की हत्या
पीएम रिपोर्ट में डाक्टर्स ने नम्रता का गला दबाए जाने और ट्रेक पर घसीटे जाने के बारे में लिखा था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि नम्रता की नाक और मुंह पर चोट के निशान थे। नम्रता के चेहरे पर भी नाखून के निशान पाए गए थे।