गांधीनगर, 26 दिसंबर । गुजरात में लगातार छठी बार सत्ता में आयी भाजपा की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में आज मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तथा कई केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और अन्य दिग्गज नेताओं तथा संत महंतों की मौजूदगी में वर्षों पुराने एक मिथक को तोडते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
उन्होंने चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे श्री मोदी के समय से ही दोपहर 12 बज कर 39 मिनट पर कथित विजय मुहूर्त में शपथ लेने की परंपरा, जिसका उन्होंने भी पिछली बार तथा उनसे पहले श्री मोदी की उत्तराधिकारी बनी श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भी अनुपालन किया था, को आज तोड़ दिया।
उन्होंने अपराह्न 11 बज कर 35 मिनट पर शपथ ली और उनके बाद उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल के अलावा कैबिनेट स्तर के 8 और राज्य स्तर के 10 मंत्रियों को भी राज्यपाल ओ पी कोहली ने यहां सचिवालय मैदान पर पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
वाघेला को मुख्य मंच पर बैठाया
गुजरात में आज विजय रूपाणी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मुख्य मंच पर दिग्गजों के जमावड़े के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने पुराने सियासी हरीफ और अब एक तरह से मददगार बन चुके शंकरसिंह वाघेला से भी हाथ मिलाया।
पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला, जिन्होंने इस साल जुलाई में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था और उनके कई समर्थक विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था, मुख्य मंच पर आगे की पंक्ति में बैठै थे।
चटख नीले रंग की सदरी पहने बापू (वाघेला का लोकप्रिय नाम), एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की बगल में बैठे थे।attacknews.in