नयी दिल्ली, 9 नवंबर। विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि मलेशिया से जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिये सम्पर्क करने के संबंध में आंतरिक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के करीब है और जल्द ही उसके प्रत्यर्पण के लिये आग्रह किया जायेगा ।
जाकिर नाईक पर एनआईए ने युवाओं में कट्टरवाद फैलाने का आरोप लगाया है। विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि कट्टरपंथी इस्लामिक प्रवचनकर्ता को मलेशिया में स्थायी निवास प्रदान किया गया है।attacknews
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददताओं से कहा कि प्रत्यर्पण के आग्रह के संबंध में किसी दूसरे देश से सम्पर्क करने से पहले की भारत की आंतरिक कानूनी प्रक्रिया नाईक के मामले में पूरी होने के करीब है।
उन्होंने कहा कि जब प्रत्यर्पण के बारे में कोई औपचारिक आग्रह दूसरे सरकार के पास भेजना होता है तब जरूरी है कि हम पहले अपना आंतरिक काम पूरा कर लें । इस बारे में अंतर विभागीय चर्चा चल रही है । हमारी कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के करीब है और इसके बाद हम मलेशियाई सरकार के पारस जल्द ही प्रत्यर्पण का आग्रह करेंगे।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, नाइक को पांच वर्ष पहले ही वहां स्थायी निवास प्रदान कर दिया गया था। मलेशिया के अखबारों में छपी खबरों के अनुसार देश के उप प्रधानमंत्री अहमद जाहिद हमीदी ने मलेशिया के निचले सदन को बताया कि नाईक के प्रत्यर्पण को लेकर भारत से अभी कोई औपचारिक अनुरोध नहीं आया है। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर भारत से ऐसा कोई अनुरोध आएगा तो नाईक को भारत को सौंप दिया जाएगा।