कुआलालम्पुर 8 नवम्बर । विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को भारत के हवाले करने के लिए मलेशिया सरकार तैयार हो गई है।
मलेशिया की सरकार ने कहा कि यदि भारत सरकार उनसे जाकिर के प्रत्यर्पण की मांग करेगी तो वह उसे सौंप देंगे। मलेशिया सरकार के इस रुख से साफ है कि वहां की सरकार भी अब जाकिर पर सख्त हो चुकी है।attacknews
मलेशिया के उप प्रधानमंत्री अहमद जाहिद हमीदी ने कहा कि अगर भारत सरकार जाकिर के प्रत्यर्पण के लिए आवेदन करेगी तो वे उसे सौंप देंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक इस संबंध में मलेशिया सरकार के पास कोई आवेदन नहीं आया है। हमीदी ने कहा कि फिलहाल जाकिर का पासपोर्ट रद्द नहीं किया जा सकता, क्योंकि जाकिर ने अभी तक मलेशिया सरकार के किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है।
आपको बता दें कि भारत से भागने के बाद जाकिर नाईक मलेशिया में रह रहा है। जाकिर को पिछले महीने मलेशिया की सबसे बड़ी मस्जिद पुत्रा में देखा गया है। उसके साथ कुछ फॉलोवर और एक बॉडीगार्ड था। ब्रिटेन जाकिर पर बैन लगा चुका है। नाइक को मलेशिया की स्थायी नागरिकता दी गई है। जाकिर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक के मामले में एनआईए जांच कर रही है। उसने जुलाई 2016 में तब भारत छोड़ा था जब बांग्लादेश में मौजूद आतंकियों ने दावा किया था कि वे जाकिर के भाषणों से प्रेरित हो रहे हैं।
एनआईए ने मुंबई स्थित अपने ब्रांच में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 18 नवंबर, 2016 को जाकिर के खिलाफ केस दर्ज किया था। आपको बता दें कि 51 वर्षीय जाकिर नाइक का जन्म मुंबई में 18 अक्टूबर 1965 को हुआ था। उसने एमबीबीएस किया है। नाईक एक मुस्लिम धर्मगुरु, राइटर और स्पीकर है। इसके अलावा वो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन या आईआरएस का फाउंडर और अध्यक्ष है।