कानपुर, नौ जुलाई ।उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी एवं कुख्यात अपराधी विकास दुबे के दो करीबी सहयोगी बृहस्पतिवार को अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए।
विकास दुबे को भी मध्य प्रदेश के उज्जैन से बृहस्पतिवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था ।
पुलिस ने बताया कि दुबे के करीबी कार्तिकेय उर्फ प्रभात की कानपुर में पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई थी और एक अन्य साथी बउवा दुबे इटावा में मुठभेड़ में मारा गया।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात ने ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लाये जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुठभेड़ कानपुर के पनकी इलाके में उस समय हुई जब पुलिस कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात को ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लेकर जा रही थी। पुलिस के वाहन के पहिए की हवा निकल गई थी और इसी मौके का फायदा उठा उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली। ’’
अधिकारी ने बताया कि कार्तिकेय ने उसके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी, जिससे विशेष कार्यबल के दो कर्मी घायल हो गए और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने ‘‘आत्मरक्षा’’ में गोली चलाई।
एडीजी ने बताया कि कार्तिकेय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फरीदाबाद में मुठभेड़ के बाद बुधावार को दुबे के साथियों कार्तिकेय, अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच, इटावा के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने प्रवीण ऊर्फ बउआ दुबे को तड़के करीब साढ़े चार बजे एक स्थान पर घेर लिया था और फिर दोनों ओर से हुई गोलीबारी में वह मारा गया।
उन्होंने बताया कि वह बिकरु कांड मामले में वांछित था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित था।
एडीजी ने बताया कि पुलिस को प्रवीण और तीन अन्य लोगों के इटावा के बकेवर इलाके में महेवा के पास एक कार चोरी करने की जानकारी मिली थी।
उन्होंने बताया कि उसके पास एक पिस्तौल, एक डबल-बैरल गन और कारतूस बरामद किया गया है।
बीते बृहस्पतिवार की देर रात कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।