लखनऊ 24 अप्रैल । उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना की चेन को तोड़ने और मरीजों को ऑक्सीजन की तत्काल सुविधा मुहैया कराने के लिये अब हवाई जहाज का प्रयोग करने का बड़ा निर्णय लिया है।
शनिवार को टीम 11 के साथ बैठक में जारी किये गये निर्देशों में यूपी में ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एक हवाई जहाज़ से दो ख़ाली टैंकर बोकारो पहुंचाए जाएंगे और वहां से भरे हुए टैंकर ट्रैन से लखनऊ आएंगे।
डरें नहीं,सरकार कर रही है जरूरी इंतजाम: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आश्वस्त किया कि किसी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन अथवा दवाओं का कोई अभाव नहीं है और लोगों को आपदा की इस घड़ी में संयम का परिचय देना चाहिये। सरकार हर संक्रमित की जान बचाने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है।
श्री योगी ने समाचार पत्रों के संपादकों से कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम में सरकार की मदद करने की अपील करते हुये रामचरित मानस के दोहे का जिक्र किया “ धीरज धर्म मित्र अरु नारआपद काल परिखिअहिं चारी।। ” का संदेश है। यह भी एक आपदाकाल है, महामारी है। इसे सामान्य वायरल फीवर भर मान लेना भारी भूल होगी। मैं खुद इसकी चपेट में हूँ। 13 अप्रैल से ही आइसोलेशन में रहते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहा हूँ।”
श्री योगी ने कहा “ हम ऑक्सीजन की प्रॉपर मॉनिटरिंग के लिए हमने आईआईटी कानपुर, आइआइएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने जा रहे हैं। ऑक्सीजन मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है। ऑक्सीजन कहीं कम नहीं है, बशर्ते केवल जरूरतमंद ही इसका इस्तेमाल करें। हर संक्रमित मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं, इस जागरूकता को बढ़ाने में मीडिया से सहयोग अपेक्षित है।
उन्होने कहा “ रेमेडेसीवीर जैसी दवाओं का अभाव नहीं है। जब मांग बढ़ी तब हमने स्टेट प्लेन भेजकर अहमदाबाद से इंजेक्शन मंगवा हर दिन आपूर्ति हो रही है। लेकिन अज्ञानतावश अथवा अनावश्यक भय के आवेश में लोग इस इंजेक्शन की मांग करने लगे। हमें इसकी चिकित्सकीय जरूरतों को समझना होगा। जिसे जरूरत हो वही इस दवा का प्रयोग करे। मीडिया को इस महत्वपूर्ण तथ्य से लोगों को अवगत कराना चाहिए।”
श्री योगी ने कहा कि ‘फ्री वैक्सीनेशन फ़ॉर ऑल’ का निर्णय लेने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है। करीब 8000 केंद्र बनाए गए हैं, एक दिन में करीब साढ़े 06 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। सभी केंद्रों पर प्रतीक्षालय हैं। आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सहयता उपलब्ध कराई जा रही है। एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निःशुल्क टीका लगाया जाना है, वित्त मंत्री की अध्यक्षता में गठित एक विशेष कमेटी ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
उन्होने कहा कि 16 जनवरी से जब टीकाकरण प्रारम्भ हुआ, तबसे हमने लगातार वैक्सीन की कोल्ड चेन को मेंटेन किया है साथ ही वेस्टेज को रोकने में सफलता पाई है। वैक्सीनेशन का यह नया चरण भी अपने उद्देश्यों में जरूर सफल होगा।